लोकेशन के आधार पर अनूपपुर पुलिस से तीन को पकड़ते हुए सतना पुलिस के किया हवाले
अनूपपुर। विधानसभा चित्रकूट से कांग्रेस विधायक नीलांशु चतुर्वेदी से दो लाख रूपए की मांग एवं न देने पर गोली से मार देने की धमकी दी गई, जिसके बाद फोन का लोकेशन अनूपपुर जिला अंतर्गत कोतवाली अनूपपुर के पास मिली, जहां कोतवाली पुलिस ने 1 अगस्त को ही लोकेशन के आधार पर तीन व्यक्तियों को नगर के वार्ड क्रमांक 14 से पकड़ गया। जहां तीनों आरोपियों को देर रात सतना पुलिस को सौंप दिया गया है। मामले की जानकारी के अनुसार 31 जुलाई शुक्रवार की शाम चित्रकूट विधायक के कम्प्यूटर ऑपरेटर विजय चतुर्वेदी के पास एक फोन आया, जिसमें फोन करने वाला खुद को शैलजा भाई बताते हुए दो लाख रुपए की मांग की गई तथा न देने पर उन्हे गोली से मार देने की बात कही गई, इसके बाद दूसरा फोन आरोपी ने विधायक के सहायक मुकंद को करते हुए फिर से रंगदारी मांगी थी। जिसकी शिकायत विधायक नीलांशु ने सतना एसपी रियाज इकबाल से की थी। जिसके बाद साइबर सेल की मदद से आरोपियों का लोकेशन अनूपपुर मिलने पर अनूपपुर पुलिस से संपर्क कर उन्हे लगातार मोबाइल फोन का लोकेशन देते हुए तीन व्यक्तियों को पकड़ कर हिरासत में लिया गया, जिसमें एक 17 वर्षीय नाबालिग भी है।
एक निकला चित्रकुट विधानसभा का
कोतवाली पुलिस ने जहां लोकेशन के आधार पर पतासाजी करते हुए तीन व्यक्तियों को पकड़ कर कोतवाली अनूपपुर लाई। जहां विधायक नीलांषु चतुर्वेदी से मांगे गए 2 लाख एवं जान से मारने की धमकी के लिए मोबाइल नंबर 9301850881 से किया गया था। जहां लोकेशन के आधार पर कोतवाली अनूपपुर पुलिस ने पकड़े दो व्यक्यिों में पुष्पराजगढ़ विधानसभा अंतर्गत घूर्री टोला करपा निवासी 17 वर्षीय नाबालिग, रूम पार्टनर जीवन बैगा पिता प्रेमलाल उम्र 18 वर्ष तथा तीसरा सुखेन्द्र कुशवाहा पिता रघुराज कुशवाहा उम्र 25 वर्ष निवासी ग्राम मेहुती थाना कोटार जिला सतना एवं विधानसभा चित्रकुट का निकला, जहां पुलिस ने दोनो के पास से तीन मोबाइल जब्त किया गया है। वहीं इस पूरे मामले में सबसे ज्यादा चैकाने वाली बात यह रही कि सुखेन्द्र कुशवाहा के मोबाइल में चित्रकुट विधायक नीलांशु चतुर्वेदी का नंबर भी सेव रहा है। जबकि विधायक को धमकी देना वाला फोन नंबर 17 वर्षीय नाबालिग का था।
एक मिस्त्री तो दो मजदूरी का करते है काम
कोतवाली पुलिस ने तीनो से पूछताछ की गई, जहां नाबालिग ने बताया की उक्त मोबाइल नंबर तो मेरा है, लेकिन मेरे द्वारा कहीं भी फोन नही किया गया है। जबकि उसके रूम पार्टनर को पुलिस ने शंका के आधार पर पूछताछ के लिए ले गई है। वहीं नाबालिग ने बताया की सुखेन्द्र कुशवाहा टाइल्स लगाने का काम करता है और मै उनके साथ मजदूरी करता हॅू न ही मै किसी नीलांशु चतुर्वेदी को जानता और न कभी उनसे बात हुई और न ही मेरे द्वारा फोन लगाया गया है। वहीं सुखेन्द्र कुशवाहा ने भी अपने साथ रखे मजदूर का मोबाइल फोन कभी भी किसी से बात करने के लिए नही लेने की बात कही गई। वहीं पूछताछ में तीनो ने विधायक नीलांशु चतुर्वेदी को धमकी भरा फोन करने की बात से इंकार करते रहे है। जिसके बाद 1 अगस्त की देर रात सतना से आई पुलिस को सौंप दिया गया, जहां सतना पुलिस ने तीनो से पूछताछ करने अपने साथ ले गई।