मामला एसईसीएल की भूमि मे अतिक्रमण कर मकान निर्माण का
कोतमा। एसईसीएल जमुना-कोतमा क्षेत्र जमुना स्थित कॉलरी की भूमि खसरा नंबर 638 के जुजभाग मे वर्षो से अतिक्रमण कर मकान बना रहे अनाधिकृत व्यक्ति लालबहादुर जायसवाल पिता सपेन्द्र जायसवाल के मकान हटाने हेतु उच्च न्यायालय द्वारा आदेशित किया गया, जिसके बाद एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र ने 16 जुलाई मंगलवार को एसडीएम कोतमा एवं 251 पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति में जेसीबी मशीन एवं मजदूरो के माध्यम से मकान को जमींदोज करते हुए भूमि को अपने कब्जे में लिया। वहीं सुबह कुछ महिलाओं ने स्थल पर विरोध प्रकट किया गया, लेकिन हाई कोर्ट के आदेश एवं पुलिस प्रशासन की समझाईश के बाद वे अतिक्रमण स्थल से हट गई। जिसके बाद जमीन से अतिक्रमण हटाते हुए उसे एसईसीएल के कब्जे में वापस दिया गया।
251 पुलिस बल रही उपस्थित
उच्च न्यायालय के आदेश के बाद एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र द्वारा १६ जुलाई को अतिक्रमण हटाए जाना प्रस्तवित किया गया, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा ने क्षेत्र में कानून व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अनूपपुर सहित शहडोल, उमरिया के लगभग २५१ पुलिस अधीकारियों एवं कर्मचारियों को तैनात लगाया, जहां संपूर्ण बल के प्रभारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वैष्णव शर्मा रहे। वहीं अनूपपुर जिले से लगभग 145 पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ शहडोल जिले से 40, डिंडौरी जिले से 36 एवं उमरिया जिले से 30 बल मंगाया गया था। इसके साथ ही कॉलरी प्रशासन की ओर से डिप्टी जीएम अजित सोढा, मनीष श्रीवास्तव सहित राजस्व विभाग से एडीएम कोतमा मिलिंद नागदेवे, तहसीलदार टी.आर. नाग एवं आधा सैकडा कॉलरी अधिकारी कर्मचारी शामिल रहे।
हाईकोर्ट के आदेश पर जमींदोज हुआ मकान
जानकारी के अनुसार कॉलरी की भूमि में वर्षो से सपेन्द्र जायसवाल एवं लालबहादुर जायसवाल द्वारा कॉलरी की भूमि खसरा नंबर 638 के जुजभाग लगभग एक एकड में कब्जा करते हुए बाउंड्रीवॉल एवं मकान का निर्माण कराया था। जहां अवैध तरीके से अतिक्रमण कर मकान बनाने जाने पर जनहित याचिका हाईकोर्ट जबलपुर दायर की गई थी, जहां नवम्बर 2014 मे मकान तोडने का आदेश दिया गया, लेकिन पुन: न्यायालय मे अपील कर मामला लंबित था। न्यायालय मे सुनवाई एवं सभी अपील खारिज होने के बाद कॉलरी, राजस्व एवं पुलिस प्रशासन ने कार्यवाही की है।
अतिक्रमण हटाने एसईसीएल ने बनाई थी 4 टीमे
अतिक्रमण हटाने को लेकर कॉलरी प्रबंधन द्वारा चार टीमे गठित कर १६ जुलाई मंगलवार की सुबह अतिक्रमण किए गए स्थल पर पहुंची, जिनमें पानी सप्लाई, बिजली को अवरूद्ध कराते हुए घर का समान खाली कराने एवं निर्माण को ध्वस्त करने के लिए कुल 50 सदस्यीय टीम का गठन कर सुबह 10 बजे शुरू हुई कार्यवाही में 4 बजे तक मकान एवं बांउड्रीवॉल को जमींदोज कर दिया। वहीं कॉलरी की भूमि पर अवैध कब्जा कर मकान बनाए जाने वाले अन्य अतिक्रमणकारियों में भी खलबली का माहौल देखा गया है।
इनका कहना है
कॉलरी की भूमि पर कब्जा था, जिसे न्यायालय के आदेशानुसार हटाया गया है। अन्य अतिक्रमणकारियों पर भी कॉलरी प्रबंधन समय-समय पर कार्यवाही करती रहती है।
मनीष श्रीवास्तव, प्रभारी एरिया पर्सनल मैनेजर
इनका कहना है
सुरक्षा एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने पुलिस प्रशासन तैनात रहा। कॉलरी प्रबंधन द्वारा अपनी टीम के साथ नियमानुसार कार्यवाही की गई है।
वैष्णव शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनूपपुर
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