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By Richard Sandomir from NYT Sports https://ift.tt/53oqpgh

Anuppur : साला और साढू भाई की फर्जी नियुक्ति वा फर्जी प्रस्ताव का हुआ खुलासा

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10वीं फेल साढू भाई वा फर्जी अंकसूची से साले को दी नियुक्ति, मामला सहकारी समिति धनगवां का

इंट्रो- आदिम जाति सेवा सहकारी समिति धनगवां के प्रभारी प्रबंधक द्वारा किए गए भ्रष्टाचार एवं धोखाधड़ी जैसे मामलों से घिरे हुए है। मामला कोरोना काल में पीएमजीकेवाय के कमीशन में बंदरबांट सहित अपने कार्यकाल में स्वयं के द्वारा किए गए फर्जी प्रस्ताव की पोल खुल गई है। जहां पूरे मध्यप्रदेश में सहकारिता विभाग द्वारा तुलावटी पद की भर्ती नही की गई, वहीं धनगवां के प्रभारी प्रबंधक सालिक राठौर द्वारा अपने साले और साढू भाई को तुलावटी दिखाते हुए 30 नवम्बर 2017 को स्वयं के द्वारा फर्जी प्रस्ताव लिखते हुए अपने साला दिनेश सिंह राठौर की फर्जी वा कूटरचित अंकसूची लगाकर एवं साढू भाई विजय सिंह राठौर के 10वीं फेल की अंकसूची के बाद 30 नवम्बर 2017 को प्रस्ताव के दिन नियुक्ति दे दी गई, जबकि अस्थाई विक्रेता की भर्ती हेतु पात्रता 10वीं पास थी। 
अनूपपुर। आदिम जाति सेवा सहकारी समिति धनगवां में जहां हर दिन नया मोड़ सामने आ रहा है, जहां समिति के प्रभारी प्रबंधक सालिक राठौर द्वारा अपने साला और साढू भाई की नियुक्ति में अपने आप को बचाने के पूरे प्रस्ताव में अपने हस्ताक्षर नही होने की बात कही गई, लेकिन 30 नवम्बर 2017 को प्रभारी प्रबंधक द्वारा प्रस्ताव लिखा गया और संचालक मंडल के बाद 7वें नंबर पर स्वयं प्रबंधक सालिक सिंह के नाम पर हस्ताक्षर किया गया है। इतना ही नही प्रभारी प्रबंधक के साले दिनेश सिंह राठौर की तुलावटी पद पर नियुक्ति का आदेश  11 जनवरी 2010 को बताया गया, जबकि उस समय दिनेश सिंह की राठौर उनकी अंकसूची के अनुसार मात्र 15 वर्ष की थी, तो क्या 15 वर्ष की आयु में ही दिनेश सिंह को तुलावटी पद पर भर्ती किया गया था, जो जांच का विषय है। पूरे मामले में साफ है कि प्रभारी प्रबंधक सालिक सिंह राठौर द्वारा फर्जी दस्तावेजो, फर्जी प्रस्तावों से भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है।

तुलावटी पद नही तो फिर कैसी पदोन्नति

पैक्स धनगवां के प्रभारी प्रबंधक सालिक राठौर द्वारा प्रस्ताव क्रमांक 11 में प्रस्ताव क्रमांक 2 में समिति में दुकान के संचालन हेतु तुलावटी के पदोन्नति पर विचार किए जाने का प्रस्ताव स्वयं के द्वारा लिखा गया, जबकि तुलावट पद ही सहकारित विभाग में नही है और ना ही पूरे मध्यप्रदेश में तुलावटी पद की कभी भर्ती हुई, जब पद नही तो पदोन्नति कैसे? प्रस्ताव में संस्था द्वारा 14 दुकानों के संचालन की बात कही गई, लेकिन उन्होने तुलावटी जैसे पद की बात कहते हुए पांच लोग जिनमें विजय सिंह राठौर, महेन्द्र कुमार गुप्ता, दिनेश सिंह राठौर, पूरन लाल केवट, प्रदीप कुमार सानी का नाम शामिल किया और उसकी दिनांक को सिर्फ दो लोग अपने साले विजय सिंह राठौर और साढू भाई को नियुक्ति पत्र का आदेश भी थमा दिया गया। सबसे बड़ी बात पदोन्नति में महेन्द्र कुमार गुप्ता का एक नाम आया है, जबकि महेन्द्र कुमार गुप्ता वर्ष 2012 में ही सेल्समैन में भर्ती हो चुका था। 

पीएमजीकेवाय खाद्यानन की राशि का गबन 

पीएमजीकेवाय खाद्यानन के कमीशन राशि राशि 2 लाख 61 हजार 369 के गबन में कैशबुक में फर्जी आय-व्यय इंद्राज कर धोखाधड़ी करते हुए गबन का खुलासा हुआ है।  जिसमें प्रभारी प्रबंधक ने अपने ऑपरेटर की त्रुटि को इसका कारण बताते हुए नवीन विक्रेताओं के खाते में राशि चला जाना बताया गया। जब इस पूरे मामले की जांच की गई तो तो एक चौंका देने वाला तथ्य सामने आया, जिसमें प्रभारी प्रबंधक सालिक राठौर का भ्रष्टाचार सामने आया है, जिसे अपने भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए जिस रेवन्यू टिकट लगी पावती से वसूली की बात कही गई, वहीं पावती बिना विक्रेताओं के हस्ताक्षर किए हुए मामला उजागर होने के बाद 9 सितम्बर 2024 को जबरन प्रभारी प्रबंधक ने सिर्फ विक्रेताओं से हस्ताक्षर कराकर अपने आप को बचाने का प्रयास किया गया, लेकिन इस पावती के बाहर निकलते ही उनके और उनके हमदर्द की बोलती बंद हो गई। 

विक्रेता की भर्ती पर सुरक्षा निधि खा गये प्रबंधक

पैक्स धनगवां के प्रभारी प्रबंधक सालिक सिंह राठौर ने अपने रिश्तेदार दिनेश सिंह राठौर एवं विजय सिंह राठौर की  विक्रेता के पद पर भर्ती तो कर दी, लेकिन सहकारिता नियम के अनुसार दोनो ही विक्रेता दिनेश राठौर एवं विजय सिंह राठौर की नियुक्ति के पूर्व जमा सुरक्षा निधि 1 लाख रूपए स्वयं ही डकार गये और उक्त सुरक्षा निधि को कोई जिक्र तक नही कर रहे है। वहीं दिनेश सिंह राठौर की नियुक्ति के समय प्रस्तुत अंक सूची में कक्षा 10, वर्ष 2011 में नियमित छात्र के रूप में किया संलग्र किया है, जबकि उक्त अंकसूची जुलाई 2011 रोल नंबर 113622963 सेंटर कोड शासकीय हाई स्कूल गोरसी से सरिता देवी राठौर जो कि दिनेश राठौर की बहन के नाम से जारी थी, उक्त अंकसूची में छेड़छाड़ कर उसे अपने नाम से प्रस्तुत किया गया। जो सहकारिता में बड़ा सबसे बड़ा फर्जी वाड़ा है, जिसमें फर्जी दस्तावेज वा फर्जी प्रस्ताव को स्वयं लिखकर पूरी कहानी रची। तुलावटी दिनेश सिंह राठौर एवं विजय सिंह राठौर के परिश्रमिक भुगतान,उपस्थिति पंजी सहित सुरक्षा निधि को प्रबंधक ने खा लिया, जिसकी डकार तक नही ली जा रही है।

Anuppur : सहकारिता कर्मचारी नियमों का उल्लंघन कर दो जगहों पर दे रहा अपनी सेवाएं

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नियमविरूद्ध कार्य को लेकर प्रबंधक ने थमाया नोटिस, उपार्जन केन्द्र छातापटपर का कार्य प्रभावित

मामला आदिम जाति सेवा सहकारी समिति जैतहरी का

अनूपपुर। जहां लोग एक नौकरी को तरसते है, लेकिन जिले में एक एैसा भी शख्स है, जो एक साथ दो जगहों पर अपनी सेवाएं दे रहा है, ये नटवरलाल और कोई नही सहकारिता विभाग का कर्मचारी कनिष्ठ विक्रेता अनुराग सिंह राठौर है। इसके लिए उसने अपने विभाग को भी धोखे में रखा है। जब उसका भांडा फूटा तो उसे कारण बताओं नोटिस जारी किया गया, लेकिन उसने इसे भी अनदेखा करते हुए दूसरे कार्य में अपनी पूरी सेवाएं देते हुए अपने ही वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों की लगातार अव्हेलना किया जा रहा है। मामला आदिम जाति सेवाकारी समिति जैतहरी अंतर्गत संचालित शासकीय उचित मूल्य की दुकान मनौरा के कनिष्ठ विक्रेता अनुराग सिंह राठौर का है। 

यह है मामला

आदिम जाति सेवा सहकारी समिति जैतहरी अंतर्गत संचालित शासकीय उचित मूल्य की दुकान मनौरा के कनिष्ठ विक्रेता जो कि संस्था का कर्मचारी होने के साथ ही उपार्जन केन्द्र रूपेन्द्र वेयर हाउस छातापटपर में किसानो की धान खरीदी के लिए सहयोगी प्रभारी के रूप में नियुक्त किया गया है। बावजूद इसके सहकारिता अधिनियम का खुला उल्लंघन करते हुए धान उपार्जन केन्द्र कृषि उपज मंडी समिति जैतहरी परिसर में प्राइवेट दुर्गा क्रमांक 2 स्व-सहायता समूह में अपनी सेवाएं 2 दिसम्बर से लगातार दिए हुए है। जिसको लेकर कई बार प्रशासक वा समिति प्रबंधक द्वारा कनिष्ठ विक्रेता अनुराग सिंह राठौर को संस्था में अपने दायित्वों के निवर्हन वा कार्यो के संस्था बुलाया गया, लेकिन कनिष्ठ विक्रेता अपने ही वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों की अव्हेलना करते हुए अपनी सेवाएं प्राइवेट महिला समूह में दिया जा रहा है।

सहकारिता अधिनियम का खुला उल्लंघन

मार्च 2021 में भर्ती हुए कनिष्ठ विक्रेता अनुराग सिंह राठौर द्वारा सहकारिता अधिनियम का खुलेआम उल्लंघन करते नजर आ रहे है। जहां संस्था द्वारा सौंपे गये दायित्वों को निर्वहन को छोडक़र अपने परिवार के ही प्राइवेट महिला स्व-सहायता समूह में धान खरीदी में सहायोग दिया जा रहा है। कनिष्ठ विक्रेता अनुराग सिंह राठौर को संस्था द्वारा दिए गये सभी कार्य अपूर्ण है। वहीं संस्था के विरूद्ध जाकर प्राईवेट महिला समूह में धान खरीदी का कार्य करने के कारण जहां संस्था का कार्य पूरी तरह से प्रभावित है, वहीं शासकीय उचित मूल्य की दुकान मनौरा में हितग्राहियों को समय पर राशन भी नही मिला पा रहा है। 

छातापटपर में धान खरीदी का है सहयोगी प्रभारी

पूरे मामले की जानकारी के अनुसार आदिम जाति सेवा सहकारी समिति जैतहरी के प्रबंधक द्वारा रूपेन्द्र वेयर हाऊस छातापटपर को उपार्जन केन्द्र बनाया गया था, जिसके लिए प्रबंधक द्वारा वहां पर किसानो से धान खरीदी के लिए कनिष्ठ विक्रेता अनुराग सिंह राठौर को धान खरीदी का सहयोगी प्रभारी नियुक्त किया गया था, लेकिन अपने अनुराग सिंह राठौर उक्त आदेश के विरूद्ध जाकर सहकारिता नियमों का उल्लंघन के साथ उसे जारी किए गए निर्देशों के बावजूद उपार्जन केन्द्र रूपेन्द्र वेयर हाऊस छातापटपर में किसानो से धान खरीदी के लिए अब तक अपनी सेवाएं नही दी है। 

निरीक्षण में पहुंचे अधिकारी रहते भ्रमित

कनिष्ठ विक्रेता अनुराग ठाकुर जहां छातापटपर में बनाये गये धान उपार्जन केन्द्र में सहयोगी प्रभारी नियुक्त है, लेकिन अपनी संस्था का कार्य छोडक़र कृषिमंडी परिसर जैतहरी में महिला समूह द्वारा की जा रही धान खरीदी में अपना सहयोग दिया जा रहा हे, जहां निरीक्षण में पहुंचने वाले वरिष्ठ अधिकारियों को भी धोखे में रखते हुए उन्हे महिला समूह द्वारा की जा रही है खरीदी केन्द्र की पूरी जानकारी से अवगत कराता है। जानकारी के अनुसार दुर्गा क्रमांक 2 स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष बेला राठौर जो कि कनिष्ठ विक्रेता अनुराग ङ्क्षसह राठौर बड़ी माता जी है, इतना ही नही इनके परिवार के अन्य लोग इसमें सदस्य वा पदाधिकारी है। 

 कहना है

नियमविरूद्ध तरीके से संस्था का कर्मचारी प्राईवेट महिला समूह में धान खरीदी का कार्य किया जा रहा है, जिसको लेकर 3 जनवरी को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया था, लेकिन अब तक जवाब पेश नही किया गया है। 

संदीप गुप्ता, प्रबंधक 
आदिम जाति सेवा सहकारी समिति जैतहरी


इनका कहना है

मामला संज्ञान में आया है, अगर सहकारिता का कर्मचारी अपने संस्था का काम छोडक़र प्राइवेट महिला समूह में धान खरीदी कर रहा है तो गलत है, जिसकी जांच कर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। 

विकास कुमार जैन, प्रशासन 
आदिम जाति सेवा सहकारी समिति जैतहरी


Anuppur : सहकारी समिति धनगवां में पीएमजीकेवाय कमीशन के खेल का जांच में हुआ खुलासा

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प्रभारी प्रबंधक ने विक्रेता पद पर भर्ती के लिए फर्जी अंकसूची लगाकर की थी भर्ती

समिति के कैशबुक के साथ छोड़छाड़ कर की गई धोखाधड़ी 

इंट्रो- कोरोना काल में पीएमजीकेवाय के कमीशन में बंदरबांट तथा फर्जी अंकसूची लगाकर विक्रेता के पद पर भर्ती किए जाने का खुलासा हुआ है। मामला आदिम जाति सेवा सहकारी समिति धनगवां का है, जहां के प्रभारी प्रबंधक सालिक राठौर द्वारा जहां पीएमजीकेवाय की राशि का गबन किया गया, वहीं अपने साले दिनेश सिंह राठौर एवं साढू भाई विजय सिंह राठौर को तुलावटी वा उसके बाद बिना कोई आदेश के दोनो ही लोगो का भर्ती फर्जी अंकसूची लगाकर विक्रेता पद पर कर दी गई। पूरे मामले की जांच के दौरान प्रभारी प्रबंधक का साला दिनेश सिंह राठौर ने अपनी बहन सरिता देवी की अंकसूची के साथ छेडछाड़ करते हुए धोखाधड़ी की गई, वहीं साढू भाई विजय सिंह राठौर की अंकसूची को नियुक्ति में संलग्र ही नही किया गया। 
अनूपपुर। आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित धनगवां के प्रभारी प्रबंधक द्वारा पीएमजीकेवाय खाद्यान्न की राशि गबन के मामले में 7 सितम्बर 2024 को खबर का प्रकाशन कर मामले को उजगार किया गया था। जिस पर पूरे मामले की जांच जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक शहडोल के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा दो सदस्यी टीम गठित कर जांच करते हुए पीएमजीकेवाई खाद्यान्न के कमीशन की राशि 2 लाख 61 हजार 369 की राशि का गबन कैशबुक में फर्जी आय-व्यय इंद्राज कर धोखाधड़ी करते हुए गबन का खुलासा किया गया। जिसकी जांच प्रतिवेदन उप आयुक्त सहकारिता अनूपपुर को प्रस्तुत किया गया, लेकिन अब तक प्रभारी प्रबंधक धनगवां के खिलाफ कार्यवाही नही की गई है। 
धोखाधड़ी कर गबन का आरोपी सिद्ध
सहकारी समिति धनगवां के प्रभारी प्रबंधक सालिक राठौर द्वारा कोरोना काल में आपदा के अवसर का लाभ उठाया और पीएमजीकेवाय खाद्यान्न के कमीशन की राशि अप्रैल 2020 से अगस्त 2021 तक को कनिष्ठ विक्रेताओं के खाते में 31 जुलाई 2023 को उनके खाते में डालकर बंदरबांट कर समिति को नुकसान पहुंचाया है। जबकि अप्रैल 2021 में कनिष्ठ विक्रेताओं को दुकान आवंटित की गई थी। जांच में प्रभारी प्रबंधक धनगवां द्वारा उक्त राशि के गबन जांच टीम द्वारा सिद्ध कर कार्यवाही हेतु उप आयुक्त सहकारिता अनूपपुर को जांच प्रतिवेदन भेजा गया है, जहां प्रभारी प्रबंधक से प्रशासक द्वारा नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया है। लेकिन उक्त मामले में अब तक कार्यवाही ठंडे बस्ते में है।
पूर्व में संधारित रसीद बुक से छेड़छाड़
जांच में पीएमकेजीवाई खाद्यान्न के कमीशन वितरण के संबंध में प्रबंधक पैक्स धनगवां द्वारा समिति में संधारित पूर्व के रसीद क्रमांक 0058/1 से 0058/46 दिनांक 13 मार्च 2024 कटी हुई थी, जहां पुन: प्रभारी प्रबंधक सालिक राठौर द्वारा रसीद क्रमांक 0058/47 दिनांक 10 अगस्त 2023 सोना पनिका राशि 11929, रसीद क्रमांक 0058/48 प्रकाश कुमार आर्मो राशि 6326, रसीद क्रमांक 0058/49 मंगलेश्वर जायसवाल राशि 4941, रसीद क्रमांक 0058/50 दीनबंधु विश्वकर्मा राशि 16266, रसीद क्रमांक 0058/50 संध्या मिश्रज्ञ राशि 4762 कुल राशि 44226 रूपए की वसूली कैशबुक पेज क्रमांक 93 में दिनांक 28 मार्च 2024/10 अगस्त 2023 में आमदनी प्राप्त कर रसीद टिकट लगाकर उसी दिनांक को विक्रेता दिनेश सिंह राठौर राशि 4941, अजयपाल पटेल राशि 11929 कुल राशि 44226 रूपए कैशबुक पेज क्रमांक 93 में भुगतान बताते हुए 28 मार्च 2024 एवं 10 अगस्त 2023 में फर्जी आय एवं व्यय इंद्राज किया गया तथा एक ही क्रमांक की दो रसीद  से संध्या मिश्रा एवं दीनबंधू के नाम से जारी की गई है।
 रिश्तेदारों की फर्जी भर्ती का हुआ खुलासा
पैक्स धनगवां के प्रभारी प्रबंधक सालिक सिंह राठौर ने अपने रिश्तेदार दिनेश सिंह राठौर एवं विजय सिंह राठौर की  विक्रेता के पद पर फर्जी भर्ती का खुलासा हुआ है। जांच में विक्रेता दिनेश राठौर एवं विजय सिंह राठौर से नियुक्ति के पूर्व सुरक्षा निधि में नही ली गई। वहीं दिनेश सिंह राठौर की नियुक्ति के समय प्रस्तुत अंक सूची में कक्षा 10, वर्ष 2011 में नियमित छात्र के रूप में किया संलग्र किया है, जबकि उक्त अंकसूची जुलाई 2011 रोल नंबर 113622963 सेंटर कोड शासकीय हाई स्कूल गोरसी से सरिता देवी राठौर जो कि दिनेश राठौर की बहन के नाम से जारी थी, उक्त अंकसूची में छेड़छाड़ कर उसे अपने नाम से प्रस्तुत किया गया। इतना नही नही दिनेश सिंह की नियुक्ति 11 जनवरी 2010 को समिति में तुलावटी के पद पर हुई है, उस समय अंकसूची के आधार पर दिनेश सिंह की उम्र मात्र 15 वर्ष की थी। वहीं विजय सिंह राठौर की अंकसूची संलग्र ही नही है, जिसकी अंकसूची भी संदेहास्पद है।
प्रभारी प्रबंधक के और भी कई कारनामे
पैक्स धनगवां की जांच के दौरान विक्रेता हीरामणि द्विवेदी 31 अक्टूबर 2021 को सेवानिवृत्त हो चुके है। जिन्होने सेवाकाल के दौरान समिति से अग्रिम वेतन ऋण लिया था, जिसकी लेनदारी आज भी बैलेंस शीट में दर्ज है, बावजूद इसके प्रभारी प्रबंधक सालिक सिंह राठौर द्वारा पीएमजीकेवाई कमीशन की राशि ऋण वसूली में समायोजन न करते हुए उन्हे भुगतान कर दिया। जबकि वित्तीय वर्ष 2021-22 में हीरामणि द्धिवेदी द्वारा 1 लाख 33 हजार 958 रूपए की लेनदारी शेष है। इतना ही नही जांच टीम ने  पीएमकेजीवाई खाद्यान्न कमीशन के संबंध में कनिष्ठ विक्रेता दीनबन्धु विश्वकर्मा, मंगलेश्वर जायसवाल, प्रकाश सिंह आर्मो, सोनादेवी पनिका ने लिखित कथम दिया है कि उनके द्वारा पीएमकेजीवाई खाद्यान्न की राशि पुष्पेन्द्र सोनी, अजयपाल पटेल, महेन्द्र गुप्ता एवं दिनेश सिंह राठौर को नगद वापस की गई है। 

नववर्ष मनाने पुलिस अधीक्षक अनूपपुर ने जारी की एडवाइजरी

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शरारती तत्वों एवं हुड़दंग बाजियों पर पुलिस की रहेगी नजर

अनूपपुर। जिले भर में नववर्ष 2025 हर्ष्षोल्लास के साथ शांति पूर्ण तरीके से मनाए जाने के लिए पुलिस अधीक्षक मोतीउर्र रहमान एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इसरार मन्सूरी ने आमजनों के लिए निर्देश जारी किए है। ज्हां जश्न मनाने के लिए आमजनों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है। जिसके लिए एसपी के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इसरार मन्सूरी द्वारा जिले के समस्त थाना एवं चौकी प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्र में चौकस बढ़ाने के निर्देश दिए गए है।

पुलिस अधीक्षक मोतीउर्र रहमान ने कई बिन्दुओं पर पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को इस दौरान नियमों के उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए है, जिनमें सभी आयोजकों के निर्धारित समय तक आयोजित कार्यक्रम स्वयं बंद करने, सभी आयोजक डीजे एवं लाउडस्पीकर का उपयोग सुप्रीम कोट एवं शासन द्वारा जारी गाइडलाईन के अनुसार सुनिश्चित करने, नववर्ष की पूर्व संध्या पर पुलिस द्वारा विभिन्न स्थानों पर चेकिंग एवं पेट्रोलिंग कर नशे में वाहन चलाने वाले, तेज रफ्तार वाहन चलाने वाले चालको के विरूद्ध सख्त वैधानिक कार्यवाही किए जाने, शरारती तत्वों द्वारा शराब पीकर सार्वजनिक स्थानों एवं मार्गो पर की जाने वाली हुड़दंग बाजी और गतिविधियों को नियंत्रित करे के उद्देश्य से भीड़भाड़ इलाके में चौकस बढ़ाए जाने, नववर्ष के उपलक्ष्य पर जिला अंतर्गत संचालित होटल, रेस्टोरेंट, ढ़ाबों पर निगरानी रखने के साथ असामाजिक तत्वों की प्रत्येक गतिविधियों पर पैनी नजर रखने, किसी भी आयोजन के संबंध में पूर्व से संबंधित कार्यपालिक मजिस्ट्रेट से अनुमति प्राप्त कर निर्धारित मापदंडों का पालन सुनिश्चित करने के साथ ही नववर्ष के उपलक्ष्य में अफवाहों पर ध्यान न देने और यदि कोई अफवाह फैलती है तो उसकी सूचना तुरंत पुलिस को देने संबंधी निर्देश जारी किए है। उन्होने बताया है कि पुलिस सोशल मीडिया पर पैन नजर बनी हुई है। नववर्ष की आड़ में असामजिक गतिविधियों को अंजाम देने वालो के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी। एसपी मोतीउर्र रहमान ने अपील की है कि जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के साथ ही आयोजनकर्ता कानून व्यवस्था बनाये रखने में पुलिस का सहयोग करे अगर किसी भी व्यक्ति द्वारा नियमों का उल्लंघन करते पाया गया तो कार्यवाही की जाएगी।

Anuppur : सीएमएचओं पद पर डॉ. आर.के. वर्मा ने किया पदभार ग्रहण

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अनूपपुर। नवनियुक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.के. वर्मा ने 29 दिसम्बर रविवार को सीएमएचओ का पदभार ग्रहण कर लिया है। जहां रविवार की सुबह सीएमएचओ आफिस पहुंचे डॉ. आर.के. वर्मा ने बीएमओं अनूपपुर डॉ. धनीराम सिंह श्याम, सेवानिवृत्त डॉ. आर.पी. सोनी सहित अन्य चिकित्सको एवं सीएमएचओं कार्यालय के स्टॉफ सहित अन्य चिकित्सकों की उपस्थिति में पदभार ग्रहण किया गया। 

जानकारी के अनुसार डॉ. आर.के. वर्मा पूर्व में प्रमुख खंड चिकित्सा अधिकारी कोतमा एवं अनूपपुर के पद पर कार्य कर चुके है। सीएमएचओं डॉ. आर.के. वर्मा ने बताया कि वे जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने एवं चिकित्सकीय कार्य एवं विभागीय गतिविधियों के बीच सामंजस्य बैठाकर जनता के बीच स्वास्थ्य के नये आयाम स्थापित करने का पूरा प्रयास करेंगे। वहीं उनके पदभार ग्रहण करने पर डीपीएम निश्चय चर्तुेवेदी, जिला लेखा प्रबंधक रामसेवक अहिरवार, जिला कुष्ठ सलाहकार डॉ. शिवेन्द्र कुमार द्विवेदी, डॉ. राशि गुप्ता, सीपीएचसी जयकुमार कहार, एमएडंईओ अजय कुमार शर्मा, डीपीएचएनओ सुधा मरावी उपस्थित रहे।
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