सरकारी स्कूल में पढ़ें हमारे बच्चे, तभी सुधरेगी व्यवस्था - सांसद हिमाद्री सिंह
अनूपपुर। शहडोल
संसदीय क्षेत्र की सांसद हिमाद्री सिंह ने
एक अनुकरणीय मिसाल पेश करते हुए अपनी बेटी गिरीशा नंदिनी (ताशू) का
नामांकन राजेंद्रग्राम स्थित कन्या शासकीय प्राथमिक
विद्यालय में
कक्षा पहली में कराया। यह पहल समाज में सरकारी शिक्षा के प्रति विश्वास जगाने के
साथ-साथ बेटियों की शिक्षा को लेकर सकारात्मक संदेश देने वाली साबित हो रही है।
जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ के मुख्यालय राजेंद्रग्राम जो एक आदिवासी बहुल क्षेत्र है, वहां की शासकीय कन्या प्राथमिक विद्यालय में सांसद स्वयं अपनी बेटी को लेकर पहुँचीं और प्रवेश की समस्त प्रक्रिया पूरी करवाई। सांसद श्रीमती सिंह ने कहा, जब हम अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में प्रवेश दिलाते हैं, तब हम न केवल व्यवस्था पर विश्वास दिखाते हैं, बल्कि उसमें होने वाले सुधार और बदलाव की प्रक्रिया को भी नजदीक से देख पाते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी भी उन्हीं बच्चों के साथ पढ़ेगी, जो सामान्य परिवारों से आते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राजेंद्रग्राम जैसे क्षेत्रों में अब भी बेटियों की शिक्षा को लेकर जागरूकता की आवश्यकता है। मैं अभिभावकों से अपील करती हूँ कि वे अपनी बेटियों को जरूर स्कूल भेजें ताकि वे अपने अधिकारों और समाज में अपनी भूमिका को समझ सकें।
सांसद की पहल बनी प्रेरणा का स्रोत
सांसद की इस पहल ने एक मजबूत सामाजिक संदेश दिया है। अब आम लोग भी कह रहे हैं कि जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को अपने बच्चों की पढ़ाई सरकारी स्कूलों में करवानी चाहिए, ताकि व्यवस्था की जमीनी हकीकत को समझा जा सके और उसमें सुधार हो सके।
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें