भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संपूर्ण देश को कोरोना से बचाने के लिये 21 दिनों तक लाॅकडाउन करने फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह कठिन समय सभी नागरिको के लिये तपस्या और साधना का समय है। मीडिया से चर्चा में कहा कि मध्यप्रदेश सरकार अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ेगी । सर्वाधिक जरूरी है किकोरोना का संक्रमण फैलाने से रोकने वाली चैन को सब मिलकर तोड़ डालें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सरकार ने फैसला किया है कि मध्यप्रदेश की विधान सभा में लेखानुदान के लिये कोई सत्र नहीं ह¨गा। सरकार अध्यादेश लाकर चार महीने के लिये धन की व्यवस्था कर लेगी। श्री चौहान ने सभी विधायकऔर जन-प्रतिनिधियो से अपील की है कि जो जहां हैं, वहीं रहें। अपने आपको घर में बंद रखें। फ़ोन जैसे साधन का उपयोग करके अपने क्षेत्र की जनता को शिक्षित करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सब मिलकर प्रधानमंत्री के आव्हान पर अपने आपक¨ समर्पित कर दें ताकि हम और हमारा प्रदेश बच सके। उन्होंने कहा कि कहा कि जहां जरूरी होगा, वहां सख्ती बरती जायेगी। अगर हम फैसले का उल्लंघन करते हैं, तो खुद के जीवन को संकट में नहीं डालकर अपने पूरे परिवार के जीवन को संकट में डाल देंगे। किसी भी नागरिक को अपने परिवार की जिंदगी को खतरे में डालने का अधिकार नहीं है।
जीवन बचाने जरूरी है प्रधानमंत्री का लाॅकडाउन का आव्हान - मुख्यमंत्री चौहान
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संपूर्ण देश को कोरोना से बचाने के लिये 21 दिनों तक लाॅकडाउन करने फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह कठिन समय सभी नागरिको के लिये तपस्या और साधना का समय है। मीडिया से चर्चा में कहा कि मध्यप्रदेश सरकार अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ेगी । सर्वाधिक जरूरी है किकोरोना का संक्रमण फैलाने से रोकने वाली चैन को सब मिलकर तोड़ डालें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सरकार ने फैसला किया है कि मध्यप्रदेश की विधान सभा में लेखानुदान के लिये कोई सत्र नहीं ह¨गा। सरकार अध्यादेश लाकर चार महीने के लिये धन की व्यवस्था कर लेगी। श्री चौहान ने सभी विधायकऔर जन-प्रतिनिधियो से अपील की है कि जो जहां हैं, वहीं रहें। अपने आपको घर में बंद रखें। फ़ोन जैसे साधन का उपयोग करके अपने क्षेत्र की जनता को शिक्षित करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सब मिलकर प्रधानमंत्री के आव्हान पर अपने आपक¨ समर्पित कर दें ताकि हम और हमारा प्रदेश बच सके। उन्होंने कहा कि कहा कि जहां जरूरी होगा, वहां सख्ती बरती जायेगी। अगर हम फैसले का उल्लंघन करते हैं, तो खुद के जीवन को संकट में नहीं डालकर अपने पूरे परिवार के जीवन को संकट में डाल देंगे। किसी भी नागरिक को अपने परिवार की जिंदगी को खतरे में डालने का अधिकार नहीं है।

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