दुनियाभर में कोरोना वायरस ने अपने शिकंजे में ले लिया है, जिससे देश में मास्क, वेंटिलेर की कमी पड़ गई है। वहीं संक्रमितों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए देश की ऑटो कंपनियों को सामने आना पड़ा। देश की प्रमुख कार कंपनी मारूति सुजुकी इंडिया ने देश में वेंटिलेटर के उत्पादन का एलान किया है, वहीं महिंद्रा ग्रुप ने भी महज 48 घंटे के अंदर वेंटिलेटर का प्रोटोटाइप तैयार कर दिया। इसके अलावा ह्सूंदै ने भी अपना योगदान देने का फैसला किया है। वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जनरल मोटर्स से रक्षा उत्पादन अधिनियम के तहत कोरोना वायरस के रोगियों के लिए वेंलिटेर का उत्पादन करने के लिए आदेश जारी किये है।
मारूति ने एग्वा हेल्थकेयर से मिलाया हाथ
कार कंपनी मारूति सुजुकी इंडिया ने देश में वेंटिलेटर उत्पादन बढ़ाने के लिए एहीव्हीए हेल्थकेयर के साथ मिलकर काम करने की घोषणा की है। देश में कोरोना वायरस संक्रमण फैलने की वजह से वेंटिलेटरों की जरूरत बढ़ गई है। मारूति ने शनिवार को बयान में कहा कि उसने एग्वा हेल्थकेयर साथ मिलकर करार किया है। एग्वा वेटिंलेटर सरकार से मंजूरी प्राप्त वेंटिलेटर निर्माता है।
मारूति ने कहा कि वह देश में वेंटिलेटर उत्पादन बढ़ाने के लिए एग्वा हेल्थकेयर के साथ मिलकर काम करेगी। मारूति का कहना है कि हमारा इरादा वेंटिलेटर उत्पादन को 10 हजार इकाई प्रति माह करने का है। दोनों कंपनियों के बीच हुई व्यवस्था के तहत एग्वा हेल्थकेयर उसके बनाए और बेचे जाने वाली सभी वेंटिलेटर की प्रौद्योगिकी, प्रदर्शन और अन्य संबंधित मामलों को देखेगी। वहीं मारूति सुजुकी अपने आपूर्तिकर्ताओं के जरिये जरूरी कजलपुर्जो की आपूर्ति सुनिश्चित करेगी। साथ ही उत्पादन में अपने अनुभव और ज्ञान का इस्तेमाज प्रणाली को बेहतर करेगी। इससे अधिक उत्पादन में गुणवत्ता पर ध्यान दिया जा सकेगा।
ऑटो कंपनी महिंद्रा ने 48 घंटे में बनाया वेंटीलेटर प्रोटोटाइप, 10 लाख की चीज 7500 रूपये से कम में मिलेगी
महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने हाल ही में वेंटिलेटर बनाने के लिए ट्विटर पर एक संदेश लिखा था। ग्रुप चेयरमैन द्वारा संदेष को ट्विटर पर डालने के महज 48 घंटे के अंदर वेंटिलेटर का प्रोटोटाइप तैयार कर दिया गया। टीम का कहना है कि वेंटिलेटर काम कैसे करता है, इसके बारे में यह इंटरनेट पर बहुत सारे रिसर्ज होने के कारण यह संभव हुआ है। अब तक टीमें क्या हासिल कर पाई है, इस बारे में महिंद्रा के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने ट्विटर पर एक वीडियो भी शेयर किया हैं।
विशेषज्ञ और अधिक रिसर्ज के फीडबैक के आधार पर टीमें अब तीन और प्रोटोटाइप पर काम करेंगी। ये नए वेंटिलेटर प्रोटोटाइप कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों की मदद करेंगे। प्रोटोटाइप हल्के और अधिक काॅम्पैक्ट है और टीमों का लक्ष्य है कि वो 2 से 3 दिनों के भीतर इस काम को पूरा कर लेगी। महत्वपूर्ण बात यह है कि आनंद महिंद्रा ने बातया कि ये जीवन रक्षक उपकरण जिनकी लागत 5-10 लाख रूपये के बीच होती है, एक बार बनाने के बाद ये केवट 7,500 रूपये से कम में मिलेंगी।
महिंद्रा एंड महिंद्रा के प्रबंध निदेशक डाॅ. पवन गोयनका ने यह भी खुलासा किया है कि समूह दो बड़े सार्वजनिक उपक्रमों और मौजूदा वेंटिलेटर निर्माता के साथ मिलकर काम कर रहा है ताकि उन्हें डिजाइन को आसान बनाने और क्षमता बढ़ाने में मदद मिल सके और महिंद्रा की इंजीनियरिंग टीम भी उनके साथ इस काम में जुटी हुई है।
डाॅ. गोयनका ने ट्विटर पर यह भी साझा किया कि कंपनी बैग वाल्व मास्क वेंटिलेटर के साथ ऑटो मैटिक वर्जन पर भ्ज्ञी काम कर रही है, जिसे आमतौर पर अम्बु बैग के रूप में जाना जाता है। कंपनी उम्मीद कर रही है कि अगले 3 दिनों में आवष्यक मंजूरी के लिए इसका एक प्रोटोटाइप तैयार हो जाएगा।
मारूति ने एग्वा हेल्थकेयर से मिलाया हाथ
कार कंपनी मारूति सुजुकी इंडिया ने देश में वेंटिलेटर उत्पादन बढ़ाने के लिए एहीव्हीए हेल्थकेयर के साथ मिलकर काम करने की घोषणा की है। देश में कोरोना वायरस संक्रमण फैलने की वजह से वेंटिलेटरों की जरूरत बढ़ गई है। मारूति ने शनिवार को बयान में कहा कि उसने एग्वा हेल्थकेयर साथ मिलकर करार किया है। एग्वा वेटिंलेटर सरकार से मंजूरी प्राप्त वेंटिलेटर निर्माता है।
मारूति ने कहा कि वह देश में वेंटिलेटर उत्पादन बढ़ाने के लिए एग्वा हेल्थकेयर के साथ मिलकर काम करेगी। मारूति का कहना है कि हमारा इरादा वेंटिलेटर उत्पादन को 10 हजार इकाई प्रति माह करने का है। दोनों कंपनियों के बीच हुई व्यवस्था के तहत एग्वा हेल्थकेयर उसके बनाए और बेचे जाने वाली सभी वेंटिलेटर की प्रौद्योगिकी, प्रदर्शन और अन्य संबंधित मामलों को देखेगी। वहीं मारूति सुजुकी अपने आपूर्तिकर्ताओं के जरिये जरूरी कजलपुर्जो की आपूर्ति सुनिश्चित करेगी। साथ ही उत्पादन में अपने अनुभव और ज्ञान का इस्तेमाज प्रणाली को बेहतर करेगी। इससे अधिक उत्पादन में गुणवत्ता पर ध्यान दिया जा सकेगा।
ऑटो कंपनी महिंद्रा ने 48 घंटे में बनाया वेंटीलेटर प्रोटोटाइप, 10 लाख की चीज 7500 रूपये से कम में मिलेगी
महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने हाल ही में वेंटिलेटर बनाने के लिए ट्विटर पर एक संदेश लिखा था। ग्रुप चेयरमैन द्वारा संदेष को ट्विटर पर डालने के महज 48 घंटे के अंदर वेंटिलेटर का प्रोटोटाइप तैयार कर दिया गया। टीम का कहना है कि वेंटिलेटर काम कैसे करता है, इसके बारे में यह इंटरनेट पर बहुत सारे रिसर्ज होने के कारण यह संभव हुआ है। अब तक टीमें क्या हासिल कर पाई है, इस बारे में महिंद्रा के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने ट्विटर पर एक वीडियो भी शेयर किया हैं।
विशेषज्ञ और अधिक रिसर्ज के फीडबैक के आधार पर टीमें अब तीन और प्रोटोटाइप पर काम करेंगी। ये नए वेंटिलेटर प्रोटोटाइप कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों की मदद करेंगे। प्रोटोटाइप हल्के और अधिक काॅम्पैक्ट है और टीमों का लक्ष्य है कि वो 2 से 3 दिनों के भीतर इस काम को पूरा कर लेगी। महत्वपूर्ण बात यह है कि आनंद महिंद्रा ने बातया कि ये जीवन रक्षक उपकरण जिनकी लागत 5-10 लाख रूपये के बीच होती है, एक बार बनाने के बाद ये केवट 7,500 रूपये से कम में मिलेंगी।
महिंद्रा एंड महिंद्रा के प्रबंध निदेशक डाॅ. पवन गोयनका ने यह भी खुलासा किया है कि समूह दो बड़े सार्वजनिक उपक्रमों और मौजूदा वेंटिलेटर निर्माता के साथ मिलकर काम कर रहा है ताकि उन्हें डिजाइन को आसान बनाने और क्षमता बढ़ाने में मदद मिल सके और महिंद्रा की इंजीनियरिंग टीम भी उनके साथ इस काम में जुटी हुई है।
डाॅ. गोयनका ने ट्विटर पर यह भी साझा किया कि कंपनी बैग वाल्व मास्क वेंटिलेटर के साथ ऑटो मैटिक वर्जन पर भ्ज्ञी काम कर रही है, जिसे आमतौर पर अम्बु बैग के रूप में जाना जाता है। कंपनी उम्मीद कर रही है कि अगले 3 दिनों में आवष्यक मंजूरी के लिए इसका एक प्रोटोटाइप तैयार हो जाएगा।