प्रसूति भवन में ओपीडी संचालन पर उठे सवाल, नही की गई वैकल्पिक व्यवस्था
अनूपपुर। विकासखंड
कोतमा अंतर्गत आयुष्मान आरोग्य मंदिर बदरा में सोमवार 18 अगस्त
की सुबह बड़ा हादसा टल गया। नियमित जांच के दौरान अचानक एएनसी कक्ष की छत का
प्लास्टर गिर गया। हादसे में गर्भवती महिला बीनू तांबे तो सुरक्षित रहीं, लेकिन
उनके पति सुनील तांबे को हल्की चोटें आईं। घटना की सूचना मिलते ही जिला पंचायत
सीईओ तन्मय वशिष्ठ शर्मा ने तत्काल सीएमएचओ डॉ. आर.के. वर्मा एवं पीआईयू
इंजीनियरों को मौके पर भेजा। निरीक्षण में पूरी इमारत जर्जर हालत में पाई गई।
जिसके बाद कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर उमा साहू को पुराने भवन में काम करने से रोकते
हुए परिसर में बने पांच वर्ष पुराने प्रसूति भवन से कार्य संचालन का निर्देश दिया
गया तथा नए वील्डिंग का प्रस्ताव भेजने की बात कही गई।
प्रसूति भवन में संचालन पर सवाल
सीएमएचओ ने आदेश दिए हैं कि प्रसूति भवन
के तीन कक्षों प्रसव कक्ष, पीएनसी वार्ड और स्टोर कक्ष में ओपीडी, टीकाकरण
और एएनसी जैसी सेवाओं का संचालन किया जाए। लेकिन स्वास्थ्यकर्मियों का कहना है कि
प्रसव और नवजात शिशुओं की देखरेख के लिए बने वार्ड में ओपीडी चलाना संभव नहीं है।
वैकल्पिक व्यवस्था अब तक नहीं
जिला पंचायत सीईओ ने साफ निर्देश दिए थे
कि यदि भवन जर्जर हो तो आयुष्मान आरोग्य मंदिर का संचालन किसी अन्य सुरक्षित भवन
में किया जाए। बावजूद इसके अब तक पंचायत या अन्य विभागों के खाली पड़े भवनों को
वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में चिह्नित नहीं किया गया है।
प्रसव सेवाएं जारी
इसी बीच,
18 अगस्त की रात लोढ़ी निवासी ऊषा साहू को
प्रसव पीड़ा के बाद आयुष्मान आरोग्य मंदिर बदरा में भर्ती किया गया। 19 अगस्त
की सुबह 7:22 बजे उन्होंने स्वस्थ शिशु को जन्म दिया। फिलहाल प्रसूता और
नवजात को महिला वार्ड में रखा गया है,
लेकिन उसी वार्ड पर ओपीडी चलने से
मरीजों को काफी असुविधा हो रही है।


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