
संतोष सिंह

मोजर वेयर जैतहरी में कोयला और रेत का ठेका दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी, एक गिरफ्तार
अनूपपुर। मोजर वेयर जैतहरी में रेत सप्लाई का टेंडर दिलाने के नाम पर कुट रचित दस्तावेज
के आधार पर धोखाधड़ी करते हुए चार
आरोपियों नरेन्द्र कुमार शर्मा उर्फ कार्तिक पिता शिव नारायण शर्मा उर्फ प्रमोद, संतोष सिंह निवासी जैतहरी, अरविंद विश्वकर्मा उर्फ चोगले, विकास सिंह वा अन्य ने अमित
फ्यूल्स पेट्रोल पंप संचालक अमित कुमार गुप्ता निवासी मरवाही
के वार्ड 11 से 1 करोड़ 59 लाख 60 हजार रूपयें की ठगी करने के मामले में मरवाही पुलिस ने
सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 328 (4), 338, 340(2), 336(4), 61(2)(ए) बीएनएस के तहत मामला
दर्ज करते हुए आरोपी नरेन्द्र कुमार शर्मा को गिरफ्तार कर अन्य की तलाश जारी है।
इसके पूर्व भी मोजर वेयर जैतहरी में कोयला सप्लाई का काम दिलाने के नाम पर कमलेश
द्विवेदी निवासी अनूपपुर के साथ 55 लाख 97 हजार 530 रूपये की धोखाधड़ी करने के मामले
में कोतवाली पुलिस अनूपपुर ने 24 जुलाई 2019 को नरेन्द्र कुमार शर्मा, सिद्वार्थ सिंह एवं संतोष सिंह के
खिलाफ धारा 406, 420, 467, 468 एवं 471 के तहत मामला दर्ज किया गया था।

नरेंद्र शर्मा
यह है मामला

जानकारी के अनुसार नरेन्द्र सिंह एवं संतोष सिंह द्वारा मिलकर मोजर वेयर
में रेत वा कोयला का टेंडर दिलाने के नाम पर पहले लोगो को अपने झांसे में फंसा कर उनके साथ करोड़ों रूपये की
धोखाधड़ी की जाती है। नये मामले में उक्त
दोनो आरोपी द्वारा जुलाई
2024 में नरेन्द्र शर्मा पीड़ित के पेट्रोल पंप पर नियमित आने-जाने
लगा और पहचान बढ़ाई। इसके बाद उसने संतोष सिंह (गंगा पेट्रोल पंप संचालक जैतहरी)
और अरविंद विश्वकर्मा उर्फ चोगले से मिलवाया। सभी आरोपियों ने अमित गुप्ता को
भरोसा दिलाया कि मोजरवियर पावर प्लांट जैतहरी में
रेत सप्लाई का बड़ा ठेका (कॉन्ट्रैक्ट) है,
जिसे दिलाने में वे मदद करेंगे। जिसके
बाद सभी आरोपियों ने फरियादी अमित कुमार
गुप्ता से आधार, पैन, बैंक डिटेल्स और फोटो लेकर उनके नाम पर
फर्जी पर्चेस ऑर्डर तैयार किया गया। इसके बाद रेत सप्लाई, रॉयल्टी
और ट्रांसपोर्टेशन के नाम पर अलग-अलग तारीखों में पीड़ित से 1.59 करोड़ रुपये से
अधिक की रकम वसूली गई।

विकास सिंह
फर्जी चेक और नकली टीपी भी दिए

फरियादी अमित कुमार गुप्ता के अनुसार
भुगतान के दबाव पर आरोपियों ने गारंटी के रूप में करोड़ों रुपये के कई चेक दिए, लेकिन
सभी चेक बाउंस हो गए। इतना ही नहीं आरोपियों ने झूठे
ट्रांस्पोर्ट परमिट और रॉयल्टी पर्चियां व्हाट्सएप पर भेजकर यह दिखाया कि रेत की
सप्लाई शुरू हो गई है। इसी तरह से वर्ष 20219 नरेन्द्र कुमार शर्मा एवं संतोष सिंह ने अनूपपुर निवासी कमलेश
द्विवेदी के साथ परसा कोल कोल माइंस अडानी उदयपुर अंबिकापुर से एक हजार रूपये टन
के हिसाब से कोयला के डीलर के रूप में चार हजार टन कोयला देना जिसमें कुल 40 लाख
तथा कोयला ट्रांस्पोर्ट का भाड़ा 910 रूपये प्रति टन के हिसाब से 36 लाख 40 हजार
रूपये बताकर डीओं लेटर एवं कोयला उपलब्ध कराये जाने का झांसा देकर बैंक एवं नगदी
के माध्यम से लगभग 56 लाख रूपये हड़पकर धोखाधड़ी की गई थी।
सच्चाई का खुलासा
जब लंबे समय तक भुगतान नहीं हुआ, तब अमित गुप्ता ने खुद कंपनी कार्यालय में जाकर जानकारी ली। वहाँ से पता चला कि उनके नाम से कभी भी कोई टेंडर या पर्चेस ऑर्डर जारी ही नहीं हुआ था और न ही उनके नाम से किसी भी तरह की रेत सप्लाई की गई। जिसके बाद पीड़ित ने थाना मरवाही में अपने साथ हुए धोखाधड़ी की रिर्पोट दर्ज कराई गई। जिस पर मरवाही पुलिस ने सभी आरोपियों जिनमें नरेन्द्र कुमार शर्मा पिता शिवनारायण शर्मानिवासी लालपुर छ.ग., संतोष सिंह निवासी जैतहरी, अरविंद विश्वकर्मा पिता रामकेश विश्वकर्मा एवं विकास सिंह व अन्य के खिलाफ छल, कूटरचना, धोखाधड़ी और आर्थिक अपराध के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। ऐसे अपराधियों से सावधान रहे तथा तीनों के कहीं देखने पर पुलिस को सूचना तत्काल दे।
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