ऑयरन सुक्रोज चढ़ाते समय टूटी छत, गर्भवती महिला सहित सीएचओ बाल-बाल बचे
अनूपपुर। आयुष्मान आरोग्य मंदिर सकोला से मंगलवार
की दोपहर एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां अस्पताल के एएनसी कक्ष में गर्भवती महिला को
आयरन सुक्रोज चढ़ाने की तैयारी के दौरान बेड के ऊपर छत का प्लास्टर अचानक से गिर गया।
हादसा में गर्भवती महिला सहित सीएचओ अंशु मिंज बाल-बाल बची। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि 5 महीनों में यह दूसरी बार छत गिरने की घटना है। जानकारी के अनुसार विकासखंड कोतमा के कई उप स्वास्थ्य केन्द्र
का भवन जर्जर हालत में है। इस पहले भी अगस्त माह में आयुष्मान आरोग्य मंदिर बदरा
में भी छत की प्लास्टर गिरने से एक बड़ा हादसा टला था।
कर्मचारियों के अनुसार फॉल्स सीलिंग के भीतर लंबे समय से पानी
का रिसाव हो रहा था, जिस कारण छत अंदर से कमजोर होकर अचानक
टूट गई। बरसात के दौरान पानी भरने और रिसाव की शिकायतें पहले भी उठ चुकी हैं,
लेकिन विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
सीएचओ अंशु मिंज ने
बताया कि मैं मरीज को आयरन सुक्रोज लगाने ही वाली थी, तभी छत गिरने लगी। हम घबरा गए और
भागकर बाहर आए। अधिकारियों को सूचना दे दी, लेकिन अभी तक कोई भी निरीक्षण के लिए नहीं पहुंचा है। घटना पर सीएमएचओ अलका तिवारी का
कहना है कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि सूचना मिलते ही कोतमा बीएमओ के.एल. दीवान को मौके पर भेजा जाएगा। लोगों का कहना है कि अगर
बार-बार शिकायतों के बावजूद कार्रवाई नहीं होगी, तो
किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है। सवाल यह है कि अस्पताल की जानलेवा खामियों को जिम्मेदार कब गंभीरता से लेंगे?
घटना की जानकारी के अनुसार सूचना मिलते शाम
लगभग 5.30 बजे बीएमओं कोतमा के.एल. दिवान सहित बीपीएम अजय सोनी ने मौके पर पहुंच
कर आयुष्मान आरोग्य मंदिर सकोला का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान ग्राम पंचायत
सकोला की सरपंच राधा बाई कंवर भी मौके पर पहुंची। जहां उप स्वास्थ्य केन्द्र का
भवन जर्जर पाया गया। जिसके बाद सरपंच राधा बाई
कंवर से पंचायत की अन्य खाली पड़ी बिल्डिंग में शिफ्ट करने की बात कही गई।

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