नर्मदा जयंती पर मुख्यमंत्री ने पूजा अर्चन कर प्रदेशवासियो के सुख समृद्धि की कामना
अनूपपुर। नर्मदा जयंती के अवसर पर नर्मदा नदी के उद्गम स्थल अमरकंटक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सपत्नीक पहुंचकर पूजा-अर्चना कर प्रदेश एवं प्रदेशवासियो के सुख समृद्धि की कामना की। वहीं मंदिर के पुजारियों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधि विधान के साथ पूजा सम्पन्न कराई। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि मॉ नर्मदा सहत्र प्रदेश की जीवन रेखा हैं। उनके तट पर अनेकों ग्राम-शहर बसे हुए हैं, जहां अनेकों संस्कृतियां पनपी है। हम सब मां का आंचल गंदा नहीं होने देंगे। पूरे प्रदेश के लोग मां नर्मदा की पवित्रता बनाए रखने में सहयोग प्रदान करेंगे। नर्मदा जयंती के अवसर पर मंदिर को सजया-संवारा गया था। मंदिर के अंदर एवं बाहर मां नर्मदा के भजनों की गूंज थी। बड़ी संख्या में दर्शनार्थी प्रात: स्नान एवं पूजा पाठ में लगे हुए देखे गए। इस अवसर पर क्षेत्रीय संसद ज्ञान सिंह, अनु.ज.जा. आयोग के अध्यक्ष नरेद्र सिंह मरावी, विधायक जयसिंह नगर क्षेत्र प्रमिला सिंह, पुलिस महानिरीक्षक आई.पी. कुलश्रेष्ठ, कलेक्टर अजय शर्मा, पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार जैन, पूर्व विधायक सुदामा सिंह, दिलीप जायसवाल, अजय सिंह, आधाराम वैश्य सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
अमरकंटक विकास के लिए की घोषणाएं
नर्मदा जयंती के अवसर पर रामघाट में आयोजित कार्यमक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि पवित्र नगरी अमरकंटक को स्मार्ट सिटी का स्वरूप देने हेतु 155 करोड़ रूपए खर्च किए जाएगे। जिसमें 12.56 करोड़ से जल प्रदाय योजना, 18.6 करोड़ से सीवरेज प्लांट का भूमिपूजन किया। उन्होने कहा कि स्वच्छता हेतु नगर परिषद को 2.22 करोड़ रूपए तथा अधोसंरचना विकास हेतु 3 करोड़ रूपए देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमरकंटक एक धार्मिक और अध्यात्मिक नगरी है जहां लोग अध्यात्म करने के लिए आते है, उनके लिए हम जमीन की तलाश कर जल्दी आध्यात्मिक कुटिया भी बनाएगे। जहां लोग आकर रूके और पूजा अर्चन कर अध्यात्म कर सकें। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लाडली लक्ष्मी योजना, उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, बैगा मुखिया परिवार को 1 हजार रूपए प्रति माह देने की योजना, कृषि विभाग की भावांतर योजना तथा नलकूप खनन योजना के हितग्राहियों को लाभांवित किया।
सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का किया गया भूमिपूजन
मुख्यमंत्री ने अमरकंटक के रामघाट पर आयोजित कार्यक्रम स्थल पर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का भूमिपूजन किया। इस प्लांट की लागत 18.6 करोड़ रूपए है जो कि दो वर्षों में बनकर तैयार होगा। अमरकंटक नगर में लगने जा रहे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 1.20 एमएलडी रखी गई है। कार्ययोजना वर्ष 2048 की आबादी को ध्यान में रखकर बनाई गई है। वर्ष 2011 में अमरकंटक नगर पंचायत की आबादी 8416 थी, जो वर्ष 2018 में 9485 हो गई। अमरकंटक नगर में 12.5 किलोमीटर में पाईपलाईन बिछाई जाएगी। प्रत्येक वार्ड में स्थित घरों, होटलों, शैक्षणिक संस्थानों तथा मठों एवं आश्रमों से दूषित जल-मल पाईप लाईन के माध्यम से इस सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचेंगा, जिसका शोधन किया जाएगा। पाईप लाईन अंतर्गत 434 मेन होल होंगे। नगर के 102 स्थानों पर इंटर शेफ्टी टैंक भी बनाए गए हैं। शहर का गंदा पानी पाईप लाईन से ट्रीटमेंट प्लांट में पहुंचेंगा, जिसका शोधन कर पानी का कृषि तथा अन्य क्षेत्रों में उपयोग किया जाएगा।
अमरकंटक में बेटियों के साथ किया फोटो सेशन
कार्यक्रम में महारानी लक्ष्मी बाई के स्मरण में बेटियों की ब्रिगेड ने आकर्षक सलामी दी। बेटियों ने कहा कि हम अपनी सुरक्षा, आत्मसम्मान तथा स्वरक्षा का दायित्व स्वयं वहन करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने बेटियों तथा प्रदेश की महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए जो योजनाएं प्रारंभ की हैं, उनसे हम सबको संबल मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अनूपपुर जिले में पुलिस प्रशासन तथा महिला सशक्तिकरण विभाग ने प्रसंशनीय कार्य किया है। मुख्यमंत्री ने अमरकंटक में महारानी लक्ष्मी बाई के स्मरण में बेटियों की ब्रिगेड की बेटियों के साथ फोटो सेशन किया।
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