कलेक्ट्रेट सभागार में विभागीय अधिकारियो की खाली कुर्सियो को निहारते आवेदक |
कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर कलेक्टर एवं अधिकारियो का इंतजार करते आवेदक |
अनूपपुर। लोकसभा चुनाव के चलते स्थगित हुए जनसुनवाई कार्यक्रम आचार संहित के खत्म होते हुए 28 मई मंगलवार को प्रारंभ हुआ। जहां जिले भर से आए लगभग तीन दर्जन से अधिक आवेदक संयुक्त कलेक्ट्रेट अनूपपुर के सभागार में अपने आवेदन लिए अधिकारियों का घंटो इंतजार कर परेशान होते रहे। जहां 11 बजे से प्रारंभ होने वाली जनसुनवाई कार्यक्रम में कलेक्टर के समय पर नही पहुंचने के साथ संबंधित विभाग के जिला प्रमुख भी नदारद मिले। वहीं लगभग 12.25 बजे जनसुनवाई में किसी भी अधिकारियों की नही पहुंचने की सूचना कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर को दी गई, जिसके बाद कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर एवं अपर कलेक्टर ने तत्काल जनसुनवाई कार्यक्रम में पहुंच आवेदको की समस्याओं को सुना उनकी समस्याओं का निराकरण किए जाने का आश्वासन दिया गया। वहीं कलेक्ट्रेट परिसर एवं सभागार में कलेक्टर सहित संबंधित विभाग के अधिकारियों के के इंतजार में आमजन को जनसुनवाई कार्यक्रम से भरोसा उठता नजर आया, जो कलेक्ट्रेट में आवेदको के बीच चर्चा का विषय बना रहा।
34 आवेदक ने अपनी समस्याओं के निराकरण हेतु दिया आवेदन
संयुक्त कलेक्ट्रेट सभागार में 11 बजे से प्रारंभ हुए जनसुनवाई कार्यक्रम में जहां जिले भर से आवेदको ने भीषण गर्मी में पहुंच कलेक्टर सहित अधिकारियों का इंतजार करते रहे। जिसके बाद दोपहर लगभग 12.30 बजे कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर एवं अपर कलेक्टर बाबूलाल कोचले ने पहुंच आवेदको की समस्याओं को सुना। जिनमें दीपक कुमार तिवारी ने ग्राम पंचायत देवहरा वार्ड क्रमांक 2 की नाली बंद होने के, ग्राम पोंडी बडका टोला निवासी बेला सिंह गोंड पति अंगद गोंड ने जमीन पर कब्जा एवं पटवारी द्वारा भी हमारे जमीन का खसरा नंबर व जगह न बताने, ग्राम रेउला निवासी कोदूलाल यादव पिता स्व. ददना यादव ने पूर्व के आवेदन पर किए गए कार्यवाही की नकल प्राप्त करने, ग्राम बरबसपुर अनूपपुर निवासी थानू सिंह गोंड ने बेटी की शादी पर आर्थिक सहायता करने सहित अन्य आवेदको ने अपने आवेदन दिए।
सभी विभाग के जिला प्रमुख रहे नदारद
एक ओर जनता की समस्याओं को जनसुनवाई कार्यक्रम के माध्यम से सुन उनका तत्काल निराकरण करने की जगह जिले के सभी संबंधित विभाग के जिला प्रमुख किसी तरह की दिलचस्पी नही दिखाते है, इसके पूर्व भी कई विभाग के प्रमुख अपने प्रतिनिधियों को भेज अपने कर्तव्यो से इतिश्री कर लेते है। जहां 28 मई मंगलवार को आचार संहिता समाप्त के होने के बाद पहली जनसुनवाई कार्यक्रम में अधिकारियों की कुर्सी पूरी तरह से खाली रही, वहीं आवेदक अपनी समस्याओं को लेकर आवेदन रख अधिकारियों के इंतजार के कुर्सी निहारते रहे। जहां 12.30 बजे जनसुनवाई कार्यक्रम में किसी भी अधिकारी के नही पहुंचने पर कलेक्टर एवं अपर कलेक्टर ने पहुंच लोगो की समस्याओं को सुना। जिसके बाद भी विभागीय अधिकारी जनसुनवाई कार्यक्रम में पहुंचना उचित नही समझा गया।
मौहरी में निर्मित केनाल बांध में पुल की मांग
जनपद पंचायत जैतहरी अंतर्गत ग्राम पंचायत परसवार के ग्राम मौहरी में निर्मित केनाल बांध में पुल अथवा आने जाने की सुविधा की मांग को लेकर ग्रामीणो ने आवेदन दिया। जहां आवेदक ददन पटेल, दालचन्द्र, दसरू बैगा, सलीम खान, बहोरी पटेल, बाबूलाल पटेल, समयलाल पटेल, किशोर पटेल सहित अन्य ग्रामीणो ने शिकायत में बताया की ग्राम मौहरी में केनाल नहर का निर्माण कार्य चल रहा है जहां गांव के लोगो को नहर से घर आने जाने व खेती का सामान व पशुओं को लाने ले जाने में पुल या आगे जाने की कोई सुविधा न होने के कारण हम ग्राम वासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हम ग्राम वासियों को उक्त परेशानी को ध्यान में रखते हुए यदि केनाल में हमारे आने जाने के लिए पुल की सुविधा की मांग की है, जिससे ग्रामवासी को आने जाने में परेशान न होना पड़े।
बकान डायवर्सन में अधिग्रहित भूमि का मुआवजा की मांग
बकान टोला डायवर्सन में अधिग्रहित की जाने वाली सिंचित भूमि का उचित मुआवजा दिलाए जाने एवं शासन-प्रशासन को गलत जानकारी देने वाले सिंचाई विभाग के अधिकारियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की मांग की गई है। जहां आवेदक साूने यादव पिता स्व. रामप्रसाद यादव ग्राम परसवार बकानटोला ने शिकायत में बताया की उसकी आराजी खसरा नंबर 553/5/ख रकवा 0.129 हेक्टयर भूमि स्थित है जिसका अंश भाग 0.075 हेक्टेयर से बकान डायवर्सन नहर निकाली जा रही है। प्रार्थी के उचित भूमि विगत 15 वर्षो से सिंचित है परंतु असिंचत भूमि बताकर मुआवजा नाया जा रहा है। प्रार्थी की भूमि से लगी विश्वनाथ यादव पिता पांडू यादव की भूमि है जिसका सिंचित दर का अधिक मुआवजा दिया गया है। जिसकी शिकायत पूर्व में भी अनुविभागीय अधिकारी अनूपपुर एवं सिंचाई विभाग को आवेदन दिया गया था परंतु उनके द्वारा कोई कार्यवाही नही किया गया। जिसके बात सीएम हेल्पलाईन को शिकायत भी शिकायत की गई जहां से सिंचित भूमि का मुआवजा 3 लाख 3 हजार 225 रूपए का मुआवजा बताया जा रहा है, लेकिन विभागीय अधिकारियों एवं अनुविभागीय अधिकारी से संपर्क करने पर भूमि का असिंचित मुआवजा 1 लाख 18 हजार 687 रूपए 50 पैसे बतलाया जा रहा है। जिसका कारण सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा शासन प्रशासन को गुमराह कर गलत जानकारी दी जा रही है।
इंदिरा चैक से तुलसी काॅलेज तक निकलने वाला गंदा पानी से फसल हुई नष्ट
जनसुनवाई में पहुंचे वार्ड क्रमांक 9 में निवास करने वाले लालू राठौर पिता भुरसु राठौर ने शिकायत कर बताया की उसकी आराजी खसना नंबर 867/1/1 रकवा 0.576 हेक्टरयर भूमि व खसरा नंबर 858/1 रकवा 0.389 हेक्टयर भूमि कृषि भूमि है। जहां वर्तमान में प्रार्थी के पुत्र जितेन्द्र राठौर पिता लालू राठौर के नाम दर्ज अभिलेख है। वार्ड क्रमांक 9 इंदिरा तिराहे से तुलसी काॅलेज के बीच नव निर्मित सड़क के दोनो ओर नाली बनाई गई है। जिसके दोनो नालियों को एक साथ जोड दिया गया है जो मदन एजेंसी एवं राय ट्रेडर्स बीच स्थित है जिसमें पूरे शहर का गंदा पानी आता है जो उक्त नालियों के गंदा पानी उसके खेत में जा रहा है, जिसके कारण आगे पानी की निकासी नही होने के कारण उसके गेहूॅ की फसल सहित सब्जी जिसकी कीमत लगभग 1 लाख रूपए है जिसे बेच वह अपने परिवार का जीवयापन करता है। लेकिन शहर के गंदा पानी उसके खेत में पहुंचने के कारण उसकी पूरी फसल नष्ट हो गई है। इसके पूर्व भी उसे नपा अनूपपुर में शिकायत दिया था जिसमें नाली बनाकर पानी निकासी की व्यवस्था किए जाने की मांग की थी लेकिन अब तक इस ओर किसी तरह का ध्यान नही दिया गया।
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