हत्याकांड का मुख्य आरोपी सहित एक अन्य कर्नाटक से हुए गिरफ्तार, एक फरार
अनूपपुर। कोतवाली थाना अंतर्गत नगर के वार्ड क्रमांक 10 में 8 जुलाई की रात हुई दोहरी हत्याकांड में कोतवाली पुलिस ने 20 जुलाई को हत्या के मुख्य आरोपी मो. शहजाद निवासी फुनगा तथा उसके सहयोगी पिंटू सिंह अमलाई को गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से कट्टा, कारतूस, तलवार एवं डंडे को जब्त किया गया है। हत्याकांड में पुलिस ने अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया, वहीं एक आरोपी भीम उर्फ राजकुमार महरा अब भी फरार है। पुलिस ने मुख्य आरोपी के पकड़े जाने के बाद सभी आठों आरोपियों के खिलाफ पंजीबद्ध मामले में धारा 302, 307, 147, 148, 149 में अनुसंधान के दौरान प्रकरण में धारा 449, 450, 458, 120 बढ़ाई गई है। शनिवार 20 जुलाई को पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वैष्णव शर्मा ने प्रेसवार्ता आयोजित कर हत्याकांड के कारणों का खुलासा किया। जहां हत्याकांड का मुख्य कारण मो. शहजाद व मृतक फूलचंद सिंह गोंड उर्फ लंगडा के बीच जमीनी विवाद होना तथा हत्याकांड के बाद मुख्य आरोपी मो. शहजाद और पिंटू सिंह दोनों कर्नाटक के बंगलुरू में छीपे होने की जानकारी लगने के बाद गिरफ्तार किया गया। कोतवाली निरीक्षक प्रफुल्ल राय ने जानकारी देते हुए बताया कि मामले के अनुसंधान में स्पष्ट हुआ कि मृतक फूलचंद का आरोपी मोहम्मद शहजाद से जमीनी विवाद था। जिसपर फूलचंद ने अपनी ओर से मुरली मनोहर उर्फ मुक्कू एवं उसके साथी सरनाम सिंह की मदद से शहजाद को घर व जमीन खाली करने के लिए लगातार दवाब बनाया। जिससे परेशान होकर मो. शहजाद ने अपने साथी पिंटू सिंह गोंड अमलाई, भीमसेन महरा खाड़ा को फोन कर 8 जुलाई की शाम को बुलाकर फूलचंद एवं उसके सहयोगी मुरली मनोहर सोनी की हत्या की योजना बनाई। जहां सभी आरोपियों ने फूलचंद के घर पहुंचकर उपस्थित महिला सम्पत्ति बाई एवं बसंती गोंड से मारपीट कर घायल करते हुए फूलचंद की हत्या कर दिया। वहीं घर में उपस्थित मुरली मनोहर सोनी को पीटते हुए शांतिनगर तिराहे पर ले गए जहां मुरली के फोन से सरनाम सिंह को भी बुलाया गया। जहां उसके नहीं आने के बाद सभी ने मुरली मनोहर सोनी की भी हत्या कर दी। प्रेसवार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक ने दोनो आरोपियों को पकडऩे के लिए सहायक उपनिरीक्षक पोहप सिंह बघेल, प्रधान आरक्षक अशोक गुप्ता, आरक्षक दिनेश, राजेन्द्र यादव, सम्पूर्णानंद, सायबर सेल आरक्षक राजेन्द्र अहिरवार को १० हजार रूपए के इनाम से पुरूस्कृत करने की बात कही।
अनूपपुर। कोतवाली थाना अंतर्गत नगर के वार्ड क्रमांक 10 में 8 जुलाई की रात हुई दोहरी हत्याकांड में कोतवाली पुलिस ने 20 जुलाई को हत्या के मुख्य आरोपी मो. शहजाद निवासी फुनगा तथा उसके सहयोगी पिंटू सिंह अमलाई को गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से कट्टा, कारतूस, तलवार एवं डंडे को जब्त किया गया है। हत्याकांड में पुलिस ने अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया, वहीं एक आरोपी भीम उर्फ राजकुमार महरा अब भी फरार है। पुलिस ने मुख्य आरोपी के पकड़े जाने के बाद सभी आठों आरोपियों के खिलाफ पंजीबद्ध मामले में धारा 302, 307, 147, 148, 149 में अनुसंधान के दौरान प्रकरण में धारा 449, 450, 458, 120 बढ़ाई गई है। शनिवार 20 जुलाई को पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वैष्णव शर्मा ने प्रेसवार्ता आयोजित कर हत्याकांड के कारणों का खुलासा किया। जहां हत्याकांड का मुख्य कारण मो. शहजाद व मृतक फूलचंद सिंह गोंड उर्फ लंगडा के बीच जमीनी विवाद होना तथा हत्याकांड के बाद मुख्य आरोपी मो. शहजाद और पिंटू सिंह दोनों कर्नाटक के बंगलुरू में छीपे होने की जानकारी लगने के बाद गिरफ्तार किया गया। कोतवाली निरीक्षक प्रफुल्ल राय ने जानकारी देते हुए बताया कि मामले के अनुसंधान में स्पष्ट हुआ कि मृतक फूलचंद का आरोपी मोहम्मद शहजाद से जमीनी विवाद था। जिसपर फूलचंद ने अपनी ओर से मुरली मनोहर उर्फ मुक्कू एवं उसके साथी सरनाम सिंह की मदद से शहजाद को घर व जमीन खाली करने के लिए लगातार दवाब बनाया। जिससे परेशान होकर मो. शहजाद ने अपने साथी पिंटू सिंह गोंड अमलाई, भीमसेन महरा खाड़ा को फोन कर 8 जुलाई की शाम को बुलाकर फूलचंद एवं उसके सहयोगी मुरली मनोहर सोनी की हत्या की योजना बनाई। जहां सभी आरोपियों ने फूलचंद के घर पहुंचकर उपस्थित महिला सम्पत्ति बाई एवं बसंती गोंड से मारपीट कर घायल करते हुए फूलचंद की हत्या कर दिया। वहीं घर में उपस्थित मुरली मनोहर सोनी को पीटते हुए शांतिनगर तिराहे पर ले गए जहां मुरली के फोन से सरनाम सिंह को भी बुलाया गया। जहां उसके नहीं आने के बाद सभी ने मुरली मनोहर सोनी की भी हत्या कर दी। प्रेसवार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक ने दोनो आरोपियों को पकडऩे के लिए सहायक उपनिरीक्षक पोहप सिंह बघेल, प्रधान आरक्षक अशोक गुप्ता, आरक्षक दिनेश, राजेन्द्र यादव, सम्पूर्णानंद, सायबर सेल आरक्षक राजेन्द्र अहिरवार को १० हजार रूपए के इनाम से पुरूस्कृत करने की बात कही।
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