पुलिस की घेराबंदी में कार सहित एक आरोपी गिरफ्तार, तीन फरार
अनूपपुर। जैतहरी स्थित खूंटाटोला में रात के अंधेरे में कार सवार चार युवको द्वारा मोटर साईकिल को रोकते हुए मारपीट कर 3 हजार नगद एवं मोबाइल लूट किए जाने के मामले में 30 जुलाई को पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वैष्णव शर्मा ने प्रेसवर्ता का आयोजन कर मामले का खुलासा किया है। जहां पूरे मामले में फरियादी के द्वारा बताए गए कार नंबर के आधार पर आरोपियो की तलाश घेराबंदी कर की गई। मामले में जैतहरी थाना प्रभारी हरिशंकर शुक्ला एवं वेंकटनगर चौकी प्रभारी विरेन्द्र तिवारी द्वारा घेराबंदी करते हुए भालूमाड़ा एवं कोतमा पुलिस को भी सूचना दी गई, जहां पुलिस ने कार सहित एक आरोपी को जमुना में पकडने पर सफलता पाई। मामले की जानकारी देते हुए थाना प्रभारी जैतहरी हरिशंकर शुक्ला ने बताया की 28 जुलाई की रात लगभग 11 बजे कार में बैठे चार अज्ञात बदमाशो द्वारा खूंटाटोला चेकपोस्ट के आगे जैतहरी की ओर से आ रही मोटर साईकिल चालक घनश्याम सिंह एवं अजय साहू के आगे कार लगा रोकते हुए मारपीट करने लगे एवं एक कट्टे की नोक पर 3 हजार रूपए नगद एवं मोबाइल लूट कर फरार हो गए। जिसकी सूचना घनश्याम सिंह राठौर पिता गंगा प्रसाद राठौर उम्र 28 वर्ष निवासी खूंटाटोला ने 29 जुलाई की सुबह थाना पहुंच दर्ज करवाई। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के निर्देशन एवं एसडीओपी प्रतिपाल सिंह महोबिया के मार्गदर्शन में तत्काल चारो ओर घेराबंदी करते हुए 29 जुलाई को जमुना से एक आरोपी नबीस विश्वकर्मा पिता विजय कुमार विश्वकर्मा उम्र 27 वर्ष निवासी जमुना माइंस को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त कार क्रमांक एमपी 65 सी 2347 सहित लूट के 600 रूपए जब्त कर लिया। वहीं आरोपी नबीस विश्वकर्मा से की गई सख्ती से पूछताछ पर उसने लूट की घटना में भूपेन्द्र पटेल, देवराज सिंह एवं सोनू सिंह भी शामिल रहने की बात कही जिस पर पुलिस ने चारो आरोपियों के खिलाफ धारा 392, 394 के तहत मामला पंजीबद्ध करते हुए तीन आरोपियों की पतासाजी में जुट गई। जहां तीन आरोपी फरार बताए जा रहे है। पुलिस अधीक्षक किरणलता ने बताया की फरार आरोपी देवराज सिंह के विरूद्ध पूर्व में धारा 147, 294, 323, 452, 506 एवं एससीएसटी एक्ट 3 (2)व्ही 1 के तहत मामला पंजीबद्ध है, वहीं आरोपी भूपेन्द्र पटेल के विरूद्ध थाना भालूमाडा में सहित थाना बुढ़ार में मामला पंजीबद्ध है जिनकी अपराधिक रिकार्ड मंगाए जा रहे है। इस पूरे मामले का खुलासा करने एवं आरोपियों को पकडऩे में थाना प्रभारी जैतहरी हरिशंकर शुक्ला, उपनिरीक्षक पूरन लिलहारे, सहायक उपनिरीक्षक बीरेन्द्र तिवारी, जे.पी. लकडा, आरक्षक रमेश्वर, राजेन्द्र सिंह की भूमिका सहरानीय रही।
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