9 वर्षो में ही 1 करोड 27 लाख की पुल चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट, विभाग मौन
अनूपपुर। जिला मुख्यालय से दर्जनों गांव को जोडने के लिए तिपान नदी पर बने 60 मीटर लंबा पुल उपयंत्री एवं ठेकेदारी के भ्रष्टाचार व लापरवाही का 7 अक्टूबर की दोपहर भेंट चढ़ गया। जहां पुल अचानक बीचो-बीच लगभग 1 फीट नीचे धसक गया। जो पुल निर्माण में किए गए निर्माण कार्य की गुणवत्ता की पोल खोल दिया गया है। वहीं पुल के 8 से 9 खंभो में दरारों आ गई है। जानकारी के अनुसार जलसंसाधन विभाग द्वारा वर्ष 2009-10 में 1 करोड़ 27 लाख की लागत से तिपान नदी पर पुल का निर्माण कराया था, जहां पुल की लंबाई लगभग 55 मीटर थी। लेकिन तिपान नदी के पानी की तेज धार ने गुणवत्ता युक्त बने इस पुल पर अपना प्रभाव दिखाते हुए उसे क्षतिग्रस्त कर दिया। वहीं दर्जनों गांव के ग्रामीणो को जिला मुख्यालय पहुंचने के लिए कम दूरी तय करने के साथ समय की बचत करने वाले मार्ग में बने पुल पर कई सवाल खड़े कर दिए है। ग्रामीणों ने बताया की इस मार्ग के माध्यम से ग्राम हर्री, बर्री, भगताबांध, सेंदुरी सहित फुनगा के पसला, बिजौड़ी, रक्शा, कोलमी एवं जैतहरी के अमगंवा, छुलकारी के हजारों ग्रामीणों का प्रत्येक दिन आनाजाना होता है। वहीं पुल के क्षतिग्रस्त की सूचना पर आनन-फानन में संबंधित विभाग के अधिकारी मौके पहुंचकर पुल का निरीक्षण कर पुल की जर्जर हालत को देखते हुए पुल के खंभो पर पानी बहाव को कम करने जेसीबी मशीन के माध्यम से पानी की निकासी किनारे से करने कटाव बनाते देखा गया। ग्रामीणों का आरोप है कि पुल निर्माण में उपयंत्री एवं ठेकेदार द्वारा जमकर लापरवाही बरती गई है। जहां निर्धारित मापदंडो के अनुसार पुल निर्माण का कार्य न करते हुए गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य को अंजाम दिया गया है।
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