लायसेंस की आड़ में रेल ई-टिकट का करता था अवैध व्यापार
अनूपपुर। रेलवे सुरक्षा बल अपराध गुप्तचर शाखा अनूपपुर द्वारा 21 दिसम्बर को रेलवे चौक बुढ़ार स्थित नियाजी ट्रैवल्स की दुकान में पहुंचकर दुकान संचालक मोहम्मद हुसैन नियाजी पिता सिराज अहमद उम्र 28 वर्ष निवासी वार्ड क्रमांक 4 कोतमा रोड बुढ़ार के पास से 48 नग रेलवे ई-टिकट अनुमानित कीमत लगभग 81 हजार 306 रूपए को जब्त करते हुए धारा 143 रेलवे एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया। जहां पूछताछ में आरोपी ने बताया की वह आईआरसीटीसी से नेप्च्युन कंपनी से लाइसेंस प्राप्त कर रेल ई-टिकट का व्यापार करता है साथ वह ग्राहको की मांग पर तत्काल व अन्य टिकट अपने अवैध तरीके से बनाए गए 10 निजी आईडी से बनाकर उपलब्ध कराता है, जिस पर उसके कम्प्यूटर से उक्त 10 पर्सनल आईडी से कुल 48 नग रेलवे ई-टिकट की कीमत 81 हजार 306 रूपए को जब्त करते हुए किया गया। वहीं उसके द्वारा प्रत्येक टिकट में किराए से अतिरिक्त 50 रूपए प्रति यात्री कमीशन लेना पाया गया। वहीं पूरे मामले में उसके पार्सनल आईडी से बने रेल ई-टिकट बनाने के संबंध में वैद्यानिक दस्तावेज नही दिखाए जाने एवं अपराध स्वीकार किए जाने पर उसके खिलाफ रेलवे एक्ट के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। उक्त कार्यवाही में रेलवे सुरक्षा बल अपराध गुप्तचर शाखा के प्रभारी निरीक्षक आर.पी. सिंह, प्रधान आरक्षक ए. सिंह, आरक्षक पी.के. मिश्रा एवं स्थानीय पुलिस थाना बुढ़ार के आरक्षक सुनीत मिश्रा रही।
अनूपपुर। रेलवे सुरक्षा बल अपराध गुप्तचर शाखा अनूपपुर द्वारा 21 दिसम्बर को रेलवे चौक बुढ़ार स्थित नियाजी ट्रैवल्स की दुकान में पहुंचकर दुकान संचालक मोहम्मद हुसैन नियाजी पिता सिराज अहमद उम्र 28 वर्ष निवासी वार्ड क्रमांक 4 कोतमा रोड बुढ़ार के पास से 48 नग रेलवे ई-टिकट अनुमानित कीमत लगभग 81 हजार 306 रूपए को जब्त करते हुए धारा 143 रेलवे एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया। जहां पूछताछ में आरोपी ने बताया की वह आईआरसीटीसी से नेप्च्युन कंपनी से लाइसेंस प्राप्त कर रेल ई-टिकट का व्यापार करता है साथ वह ग्राहको की मांग पर तत्काल व अन्य टिकट अपने अवैध तरीके से बनाए गए 10 निजी आईडी से बनाकर उपलब्ध कराता है, जिस पर उसके कम्प्यूटर से उक्त 10 पर्सनल आईडी से कुल 48 नग रेलवे ई-टिकट की कीमत 81 हजार 306 रूपए को जब्त करते हुए किया गया। वहीं उसके द्वारा प्रत्येक टिकट में किराए से अतिरिक्त 50 रूपए प्रति यात्री कमीशन लेना पाया गया। वहीं पूरे मामले में उसके पार्सनल आईडी से बने रेल ई-टिकट बनाने के संबंध में वैद्यानिक दस्तावेज नही दिखाए जाने एवं अपराध स्वीकार किए जाने पर उसके खिलाफ रेलवे एक्ट के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। उक्त कार्यवाही में रेलवे सुरक्षा बल अपराध गुप्तचर शाखा के प्रभारी निरीक्षक आर.पी. सिंह, प्रधान आरक्षक ए. सिंह, आरक्षक पी.के. मिश्रा एवं स्थानीय पुलिस थाना बुढ़ार के आरक्षक सुनीत मिश्रा रही।
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