पिता के चरित्र संदेह पर पुत्र ने डंडे से प्रहार कर की थी हत्या
अनूपपुर। थाना करनपठार के चौकी सरई अंतर्गत आने वाले ग्राम मिठ्ठुमहुआ में पारिवारिक विवाद को लेकर पुत्र अपने ही पिता पर डंडे से प्रहार कर उनकी हत्या कर दिए जाने का मामला सामने आया। मामले की जानकारी के अनुसार बताया की हरि प्रसाद बैगा पिता टहलू बैगा उम्र 30 वर्ष निवासी ग्राम मिठ्ठुमहुआ ने 17 दिसम्बर की सुबह सरई चौकी पहुंच शिकायत दर्ज करवाई की उसके भतीजे कमलेश बैगा ने पारिवारिक बात को लेकर उसके बड़े भाई शिव प्रसाद बैगा उम्र 45 वर्ष को नाक में डंडा मारकर हत्या कर दिया गया है। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा तैयार करते हुए शव को पीएम के लिए अस्पताल भेजा गया। वहीं पुलिस ने धारा 302 के तहत मामला पंजीबद्ध कर आरोपी कमलेश बैगा की तलाश में जुट गई। जहां आरोपी को 17 दिसम्बर की रात पुलिस ने गांव से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपी ने बताया की पिता ने उसकी मॉ को लगभग 15 से 20 वर्ष पूर्व छोड़ दिया था, जहां उसकी मॉ अपने मायके में रहती थी और पिता पुत्र साथ रहते थे। इस बीच पुत्र कमलेश बैगा ने अपने खेत में पिता और अपनी मझली चाची को एक साथ देख लिया था, जिस बात को लेकर दोनो पिता-पुत्र पर विवाद चल रहा था और पुत्र कमलेश बैगा ने अपने पिता शिवप्रसाद बैगा को घर आने से मना कर दिया। जहां १६ दिसम्बर की शाम को अचानक पिता अपने घर पहुंच गया, जहां पुत्र के घर में घुसने से मना किए जाने के बाद भी नही मानने पर बाड़ी से डंडा उखाड़ कर अपने पिता शिवप्रसाद बैगा के नाक के ऊपर मार दिया, जिससे शिवप्रसाद बैगा की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त डंडा को जब्त करते हुए 18 दिसम्बर को आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया। जहां से आरोपी को जेल भेज दिया गया।
अनूपपुर। थाना करनपठार के चौकी सरई अंतर्गत आने वाले ग्राम मिठ्ठुमहुआ में पारिवारिक विवाद को लेकर पुत्र अपने ही पिता पर डंडे से प्रहार कर उनकी हत्या कर दिए जाने का मामला सामने आया। मामले की जानकारी के अनुसार बताया की हरि प्रसाद बैगा पिता टहलू बैगा उम्र 30 वर्ष निवासी ग्राम मिठ्ठुमहुआ ने 17 दिसम्बर की सुबह सरई चौकी पहुंच शिकायत दर्ज करवाई की उसके भतीजे कमलेश बैगा ने पारिवारिक बात को लेकर उसके बड़े भाई शिव प्रसाद बैगा उम्र 45 वर्ष को नाक में डंडा मारकर हत्या कर दिया गया है। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा तैयार करते हुए शव को पीएम के लिए अस्पताल भेजा गया। वहीं पुलिस ने धारा 302 के तहत मामला पंजीबद्ध कर आरोपी कमलेश बैगा की तलाश में जुट गई। जहां आरोपी को 17 दिसम्बर की रात पुलिस ने गांव से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपी ने बताया की पिता ने उसकी मॉ को लगभग 15 से 20 वर्ष पूर्व छोड़ दिया था, जहां उसकी मॉ अपने मायके में रहती थी और पिता पुत्र साथ रहते थे। इस बीच पुत्र कमलेश बैगा ने अपने खेत में पिता और अपनी मझली चाची को एक साथ देख लिया था, जिस बात को लेकर दोनो पिता-पुत्र पर विवाद चल रहा था और पुत्र कमलेश बैगा ने अपने पिता शिवप्रसाद बैगा को घर आने से मना कर दिया। जहां १६ दिसम्बर की शाम को अचानक पिता अपने घर पहुंच गया, जहां पुत्र के घर में घुसने से मना किए जाने के बाद भी नही मानने पर बाड़ी से डंडा उखाड़ कर अपने पिता शिवप्रसाद बैगा के नाक के ऊपर मार दिया, जिससे शिवप्रसाद बैगा की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त डंडा को जब्त करते हुए 18 दिसम्बर को आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया। जहां से आरोपी को जेल भेज दिया गया।
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