अनूपपुर। कोरोना महामारी में लाॅकडाउन के देखते हुए कालाबाजारी रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा जिला मुख्यालय मे गठित खाद्य एवं नापतौल विभाग की संयुक्त टीम ने बाजार में भ्रमण कर आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता एवं उनकी कीमतों की जानकारी एकत्रित की गई। जहां थोक विक्रेताओं द्वारा लाॅकडाउन का फायदा उठाते हुए आवश्यक वस्तुओं की कीमतो में वृद्धि कर सामानो की कालाबाजारी किए जाने की जानकारी फुटकर विक्रेताओं के माध्यम से मिली की थोक विक्रेताओं द्वारा लाॅकडाउन पर राहल दाल में 10 से 15 रूपये प्रति किलो, सरसो तेल में 5 से 10 रूपये प्रति लीटर की वृद्वि कर दी गई है। जिसके कारण राहल दाल और सरसों तेल की फुटकर कीमतों में वृद्धि हुई है। जिसके बाद जांच दल द्वारा सब्जीमंडी स्थित दाल के थोक व्यापारी मो. जफर मुमताल हुसैन अनूपपुर की दुकान पर छापामार कार्यवाही की गई। जहां पर थोक व्यापारी के पास विक्रय की फुटकर व्यापारी को दाल का कोई हिसाब व बिल बाउचर प्रस्तुत नही किया जा सका। जिस पर जांचकर्ता अधिकारियों द्वारा थोक व्यापारी के पास से मौके पर 165 कट्टी वजन 49.50 क्विंटल राहल दाल जब्त कर आवष्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत कार्यवाही की गई।
वहीं जांच टीम द्वारा मुख्यालय के सभी मेडिकल स्टोर्स में 2 प्लाई, 3 प्लाई मास्क और सैनिटाइजर की उपलब्धता व उनकी विक्रय कीमतों की भी जांच की गई। जांच के दौरान किसी भी मेडिकल स्टोर में मास्क का स्टाॅक नही पाया गया तथा सेनेटाइजर का स्टाॅक मात्र एक महेंन्द्र मेडिकल स्टोर में उपलब्ध पाया गया। जिसकी कीमत शासन द्वारा निर्धारित कीमत 100 एम बाॅटल 50 रूपये दर्ज होना पाया गया। शासन द्वारा सेनेटाइजर की 100 एम की अधिकतम कीमत 50 रूपये व 200 एमएल की अधिकतम कीमत 100 रूपये निर्धारित की गइ है। वहीं लाॅकडाउन में कालाबाजारी करने वाले व्यापारी के खिलाफ कार्यवाही करने वाले जांच टीम में सहायक आपूर्ति अधिकारी खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग वाई.एस. तिवारी, सहायक नियंत्रक नापतौल एस.एस. परिहार, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी प्रदीप द्विवेदी एवं कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी प्रदीप त्रिपाठी शामिल रहे।
वहीं जांच टीम द्वारा मुख्यालय के सभी मेडिकल स्टोर्स में 2 प्लाई, 3 प्लाई मास्क और सैनिटाइजर की उपलब्धता व उनकी विक्रय कीमतों की भी जांच की गई। जांच के दौरान किसी भी मेडिकल स्टोर में मास्क का स्टाॅक नही पाया गया तथा सेनेटाइजर का स्टाॅक मात्र एक महेंन्द्र मेडिकल स्टोर में उपलब्ध पाया गया। जिसकी कीमत शासन द्वारा निर्धारित कीमत 100 एम बाॅटल 50 रूपये दर्ज होना पाया गया। शासन द्वारा सेनेटाइजर की 100 एम की अधिकतम कीमत 50 रूपये व 200 एमएल की अधिकतम कीमत 100 रूपये निर्धारित की गइ है। वहीं लाॅकडाउन में कालाबाजारी करने वाले व्यापारी के खिलाफ कार्यवाही करने वाले जांच टीम में सहायक आपूर्ति अधिकारी खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग वाई.एस. तिवारी, सहायक नियंत्रक नापतौल एस.एस. परिहार, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी प्रदीप द्विवेदी एवं कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी प्रदीप त्रिपाठी शामिल रहे।