➥ आतंकी हमले की किसी संगठन ने जिम्मेदारी नही ली
➦ पूर्व की घटनाओं को देखते हुए आईएसआईएस पर शक
अफगानिस्तान के गृह मंत्रालय ने घटना के बारे में बताया की पुलिस गुरूद्वारे पर तैनात थी और सुरक्षा के बंदोबस्त किए गए थे लेकिन उसके बाद भी बंदूकधारी अपने मंसूबे में कामयाब रहे और बेगुनाह श्रद्धालुओं पर फायरिंग कर दी, अफगानी सांसद नरेन्द्र सिंह खालसा ने घटना के बारे में बताया की जब हमला हुआ उस वक्त वे गुरूद्वारे में मौजूद थे, वे किसी तरह जान बचाकर वहां से भागे। उन्होने बताया की हमले में कम से कम 4 लोगो की मोत हो गई है और कुछ जख्मी है।
बुधवार को गुरूद्वारे पर हुए हमले की किसी संगठन ने अब तक जिम्मेदारी नही ली है लेकिन शक की सुई आईएसआईएस पर टिक रही है, हमले के बाद सुरक्षा बलो ने पूरे गुरूद्वारे के चोरो ओर से घेर लिया और आगे की कार्यवाही की जा रही है। जवाबी कार्यवाही में आतंकियों का कितना नुकसान हुआ है, इस बारे में कोई पुष्टी नही हो पाई है। हमले को इस महीने की एक घटना से से जोड़ कर देखा जा रहा है जिसमें आईएसआईएस जुड़े हुए एक आतंकी ने काबुल में षिया मुसलमानो के एक जलसे पर अंधाधुंध गोलियां बरसाई थी, जिसमें 32 लोग मारे गए थे। उस घटना को देखते हुए गुरूद्वारे के हमले को भी आईएसआईएस साजिष बताई जा रही है।