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प्रो. भूमिनाथ त्रिपाठी |
सहायक अध्यापक की पत्नी ने लगाया आरोप, प्रोफेसर ने छात्रा को भड़काकर अमरकंटक थाने में कराई झूठी शिकायत
अनूपपुर। इंदिरा गांधी जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में भूगोल विभाग के सहायक प्रध्यापक डाॅ. जानकी प्रसाद की पत्नी आरती वर्मा ने 5 मई को एसडीएम पुष्पराजगढ़ विजय डेहरिया से लिखित शिकायत करते हुए उसके पति को प्रो. भूमिनाथ त्रिपाठी द्वारा झूठा आरोप लगाकर उन्हे फंसाने एवं थाने में झूठी शिकायत करवाने का भय फैलाने के मामले में उच्च स्तरीय जांच करवाकर कानूनी कार्यवाही किए जाने की लिखित शिकायत की है। जहां आरती वर्मा ने आरोप लगाया है कि फर्जी कारनामों को अंजाम देने वाले प्रो. भूमिनाथ त्रिपाठी मेरे पति सहायक अध्यापक डाॅ. जानकी प्रसाद से रंजिश रखते हुए साजिश के तहत एक छात्रा को भड़काकर बनावटी वं झूठी शिकायत करवा कर प्रताड़ित कर रहे है। जिसे पूरा परिवार भय एवं प्रताड़ना से सहमा हुआ है। शिकायतकर्ता आरती वर्मा ने बताया की प्रो. भूमिनाथ त्रिपाठी गुरू घासीदास विश्वविद्यालय से बर्खास्त होकर जनजातीय विश्वविद्यालय में आए है। जो अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के लोंगो से घृणा करते है तथा संस्था प्रमुख को झूठी बात बताकर उन्हे गुमराह करते है।
पति को फंसाने प्रोफेसर झूठी शिकायत का कर रहे प्रचार
आरती वर्मा ने शिकायत के माध्यम से बताया कि प्रो. भूमिनाथ त्रिपाठी द्वारा यह प्रचार कर रहे है कि की मै छात्रा से उसके घर जाने का एम मामला बनवाकर मेरे पति एवं उनके साथियों पर थाना में झूठी शिकायत करवा दूंगा। अभी मै पावर पर हॅू कोई भी छात्र या छात्रा मेरी बात नही टाल सकता है। मै जिससे चाहूंगा उससे किसी भी प्रकार का केस करवाकर फंसा दूंगा, अभी मै विश्वविद्यालय के सत्ता के केन्द्र में हॅू किसी के खिलाफ जांच करवा दूंगा अच्छे भले इंसानो का भी ट्रेक रिकार्ड खराब करवा दूंगा, ऊपर बैठे लोग मेरे इशारे पर ही चलते है।
सीबीआई, विजलेंस एवं गृह मंत्रालय को अपराधो से जुड़े साक्ष्य किए प्रेषित
षिकायत के माध्यम से बताया गया कि प्रो. भूमिनाथ त्रिपाठी द्वारा किए गए आपराधिक कृत्यों की उच्च स्तरीय जांच के लिए मेरे द्वारा सीबीआई के स्पेशल क्राइम ब्रांच को भी पत्र प्रेषित किया साथ ही विजलेंस सेक्शन क्राइम ब्रांच को भी पत्र प्रेषित किया है साथ विजलेंस, एमएचआरडी तथा गृह मंत्रालय को भी अपराध एवं उससे जुड़े तमाम साक्ष्य प्रेषित कर दिया है। जिसमें नौकरी के लिए आयोजित भर्ती परीक्षा में प्रष्नपत्र-उत्तर पुस्तिका में हेराफेरी करने तथा आज दिनांक तक स्नातक में ही आठ से दस बार फेल होने वाली छात्रा को बिना स्थानांतरण प्रमाणपत्र (टीसी) के पीएचडी में प्रवेष देने, फर्जी ढंग से यूजीसी की छात्रवृत्ति दिलवाने तथा विदेष भेजने, पीएचडी में प्रवेश हेतु कराई गई अखिल भारतीय स्तर की प्रवेश परीक्षा में अव्वल स्थान दिलाने के लिए छात्रा को गोवा ले जाने वाले इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक के प्रो. भूमिनाथ त्रिपाठी पर शासकीय पद का दुरूपयोग, भ्रष्टाचार, विश्वविद्यालय के साथ धोखाधड़ी के मामले में उच्च स्तरीय जांच कर कानूनी कार्यवाही करने तथा प्रो. भूमिनाथ द्वारा मेरे पति पर झूठा आरोप लगवाकर उन्हें फंसाने एवं साजिस रचकर प्रताड़ित करने तथा पूरे परिवार का भयादोहन करने के मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाकर कानूनी कार्यवाही हेतु पुलिस एवं उच्च कार्यालय में शिकायत करने के साथ ही महामहिम राष्ट्रपति भवन सचिवालय से भी इस प्रकरण में जांच हेतु मानव संसाधन विकास मंत्रालय को अग्रेषित कर दिया गया है।
शिकायतकर्ता आरती वर्मा ने एसडीएम पुष्पराजगढ़ से की गई शिकायत में बताया कि यह प्रकरण सीबीआई के स्पेशल क्राइम ब्रांच, विजलेंस, एमएचआडी तथा गृह मंत्रालय के पास जांच हेतु विचाराधीन है, जब तक उक्त मामलों में प्रो. भूमिनाथ त्रिपाठी एवं उसके सिखाए हुए छात्र एवं छात्रा के द्वारा किसी भी प्रकार की बनावटी शिकायत पर कोई कार्यवाही न की जाए।
इनका कहना है
मुझे शिकायत मिली है, जिसे मेरे द्वारा अमरकंटक थाना भेज जांच के निर्देष दिए गए है तथा कलेक्टर साहब के संज्ञान में पूरा मामला लाया हॅू, अगर उनके द्वारा मुझे निर्देश दिया जाएगा तो मामले की जांच मेरे द्वारा भी की जाएगी।
विजय डेहरिया, एसडीएम पुष्पराजगढ़