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BHEL भोपाल के रिटायर्ड कर्मचारी से 40 लाख की ठगी करने वाले रैकेट का पर्दाफाश

BHEL भोपाल के रिटायर्ड कर्मचारी से 40 लाख की ठगी करने वाले रैकेट का पर्दाफाश, online crime

शुक्रवार, 16 अप्रैल 2021

/ by News Anuppur


दिल्ली एवं कानपुर से 4 आरोपी गिरफ्तार,
 इन्श्योरेंस पॉलिसी के नाम पर चला रहे थे फ्राड कॉल सेंटर

भोपाल। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, सायबर योगेश चौधरी द्वारा संगठित अपराधियों द्वारा कारित ऑनलाईन ठगी के प्रकरणों में तत्काल निराकरण के निर्देश पर, पुलिस अधीक्षक सायबर मुख्यालय भोपाल डॉ गुरकरन सिंह के दिशा निर्देश पर थाना सायबर भोपाल में पंजीबद्ध अपराध क्रमांक 35/2021, धारा 420, 120 बी, 201 भा.द.वि., 66 डी आई.टी. एक्ट में विवेचना टीम द्वारा कानपुर, उत्तरप्रदेश एवं दिल्ली से अलग- अलग ऑपरेशन कर 4 आरोपियों जिनमे नितिन त्रिवेदी पिता गोविन्दकांत त्रिवेदी उम्र 36 वर्ष निवासी साकेतनगर जूही कॉलोनी कानपुर उत्तरप्रदेश, अर्पित गुप्ता पिता राकेश कुमार उम्र 31 निवासी हाल मोती नगर दिल्ली स्थाई निवासी बिजनौर उत्तरप्रदेश,  सुप्रोभात माली पिता रविन माली उम्र 27 वर्ष निवासी हाल बदरपुर साउथ दिल्ली स्थाई पता बैतूल, मध्यप्रदेश तथा रघु आनंद, पिता पवन कुमार उम्र 30 वर्ष निवासी मदनपुर फरीदाबाद हरियाणा को गिरफ्तार किया गया है। 

फरियादी (अज्ञात) द्वारा थाना सायबर एवं उच्च तकनीकी भोपाल में शिकायत क्रमांक 552/2020 दर्ज कराई गई थी, जिसमें आरोपियों द्वारा फरियादी से उनकी बंद बजाज एलायंस की इन्श्योंरेंस पॉलिसी को चालू कराने के नाम पर वर्ष 2018 से 2020 तक उन्हे व्हाट्स एप्प पर व ईमेल कर पॉलिसी के संबंध में विभिन्न दस्तावेज भेजकर प्रक्रिया शुल्क का हवाला देकर 8 बैंक खातों में 40 लाख रुपये धोखाधडी पूर्वक जमा करा लिये थे। शिकायत पर अपराध क्रमांक 35/2021, धारा 420, 120 बी, 201 भा.द.वि., 66 डी आई. टी. एक्ट पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। विवेचना में तकनीकी साक्ष्यों का विश्लेषण करने पर आरोपियों द्वारा दिल्ली व कानपुर से अपराध कारित करना पाया गया। निरीक्षक अभिषेक सोनेकर के नेतृत्व में विवेचना टीम द्वारा 3 अप्रैल 2021 को कानपुर से आरोपी नितिन त्रिवेदी पिता गोविन्द कांत त्रिवेदी, निवासी कानपुर को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की जिसने अपने एक्सिस बैंक व आई.डी.एफ.सी. बैंक खातों में लगभग 5 लाख रुपये प्राप्त किये थे, जिसमें से राशि अन्य आरोपियों को दिल्ली ट्रांसफर की गई थी। नितिन त्रिवेदी स्वयं ही पूर्व में कई बैंकों में कार्य कर चुका है तथा बैंकिंग कार्यवाही की उसे सम्पूर्ण जानकारी थी। नितिन त्रिवेदी द्वारा अपने अन्य साथी जिसके माध्यम से उसके खातों में राशि प्राप्त हुई थी की जानकारी प्राप्त करने उपरांत विवेचना टीम द्वारा गुडगांव में दबिश देकर आरोपी अर्पित गुप्ता, पिता राकेश गुप्ता निवासी दिल्ली, जो कि गुडगांव के ए.यू.स्माल फायनेन्स बैंक में कॉर्पोरेट सैलरी विभाग में एरिया मैनेजर के पद पर कार्यरत था। अर्पित गुप्ता व नितिन त्रिवेदी पूर्व में एक साथ इण्डसइण्ड बैंक दिल्ली में कार्य कर चुके है। दोनो ही आरोपियों के इन्श्योरेंस पॉलिसी के नाम पर ऑनलाईन ठगी करने वाले गिरोह से संपर्क थे, जिन्हें वे बैंकिंग सूचनायें तथा बैंक खाते धोखाधडी की राशि प्राप्त करने हेतु उपलब्ध कराते थे। अर्पित गुप्ता से पुलिस रिमाण्ड में सघन पूछताछ की गई। जिसकी निशानदेही तथा तकनीकी विश्लेषण के आधार पर दिल्ली में अन्य आरोपियों को चिन्हित किया गया जिनके द्वारा इन्श्योरेंस पॉलिसी में लाभ दिलाने के नाम पर फर्जी नम्बरों से कॉल कर ऑनलाईन ठगी कारित की जा रही थी। पुनः विवेचना टीम द्वारा दिल्ली में बदरपुर थाना क्षेत्र में संदिग्ध पते पर दबिश दी गई, जहाँ पर आरोपी सुप्रोभात माली, पिता रविन माली, नि. दिल्ली , स्थाई निवासी – बैतूल, म.प्र. एवं आरोपी रघु आनंद, पिता पवन कुमार, नि. फरीदाबाद, हरियाणा द्वारा लाईका आयुर्वेदा हेल्थ एवं ब्यूटी प्रायवेट लिमिटेड नाम की कंपनी रजिस्टर्ड कराकर इसकी आड में कार्यालय में नौजवान यूवक – युवतियों को नौकरी पर रखकर विभिन्न कंपनियों की इन्श्योरेंस पॉलिसी का डाटा प्राप्त कर उनके धारकों को कॉल कर लुभावने ऑफर देकर उनसे प्रक्रिया शुल्क के तौर पर धोखाधडी पूर्वक विभिन्न बैंक खातों में राशि प्राप्त कर रहे थे। आरोपियों के कार्यालय से डी.वी.आर., इन्टरनेट मॉडम, मोबाईल फोन, सिमकार्ड, कम्प्यूटर सिस्टम तथा लगभग 20,000 इन्श्योरेंस कंपनियों का डाटा जप्त किया गया है।

 उक्त अपराध में उपयोग किये गये मोबाईल, सिम तथा इन्श्योरेंस पॉलिसी के जप्त डाटा को अन्य राज्यों की ऐजेंसियों को साझा किया जा रहा है, जिनसे आरोपियों द्वारा की गई ठगी के और भी प्रकरण सामने आ सकते है। आरोपी द्वारा जिन खातों में राशि प्राप्त की गई है, उनका अवलोकन कर पीडितों की पहचान स्थापित की जा रही है। आरोपियों द्वारा अभी तक इस इन्श्योरेंस पॉलिसी फ्राड में करोडो रुपये की धोखाधडी किये जाने की  संभावना है। 

उपरोक्त कार्यवाही में निरीक्षक अभिषेक सोनेकर द्वारा टीम का नेतृत्व किया गया, जिसमें उ.नि. देव सिंह धुर्वे, उ.नि. विनय नरवरिया, उ.नि. भानू प्रकाश उपाध्याय, उ.नि. अश्विनी चौधरी, उ.नि. स्वाति अहलावत, प्र.आर. तरुण चौकीकर, प्र.आर. राजेश दीक्षित, आर. सुरेश मीणा, आर. धर्मेन्द्र शर्मा, आर. भागवत सिंह, म.आर. रीतिका द्विवेदी द्वारा कोविड-19 संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुये दिल्ली व कानपुर में जाकर विपरीत परिस्थियों में भी आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की।  

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