शिवपुरी। म.प्र. में कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने के कारण अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की कमी का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच शिवपुरी जिला अस्पताल के कोविड वार्ड से लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है, जिसके कारण एक मरीज की मौत हो गई है। मरीज के परिजनों का आरोप है कि कोविड वार्ड में भर्ती शिक्षक सुरेंद्र शर्मा को लगे ऑक्सीजन सपोर्ट को वार्ड बॉय ने हटाकर दूसरे मरीज को लगा दिया, जिससे शिक्षक की सांस रुकने से मौत हो गई।
मृतक के बेटे दीपक शर्मा मंगलवार रात 11 बजे तक पिता के साथ रहे। अगले दिन सुबह अस्पताल से फोन आने पर वो वहां पहुंचे। उन्होंने बताया कि पिछले 2-3 दिन से उनके पिता की स्थिति अच्छी थी, वे ठीक से खाना खा रहे थे, पानी पी रहे थे। रात में किसी ने उनका ऑक्सीजन हटा दिया, वे तड़पते रहे। सुबह मेरे पास फोन आया तो मैं दौड़ते हुए डॉक्टर-नर्सों से ऑक्सीजन लगाने के लिए बोला, लेकिन किसी ने मेरी बात नही सुनी और 10 से 15 मिनट में उनकी मृत्यु हो गई।Madhya Pradesh: A Covid patient died at Shivpuri district hospital allegedly after a ward boy removed oxygen support
— ANI (@ANI) April 15, 2021
The deceased was a dialysis patient & his hemoglobin had dropped. We'll check CCTV footage and look into the allegations leveled by family: Arjun Lal Sharma, CMHO pic.twitter.com/XBORfZpRdZ
परिजनों के हंगामा करने पर अस्पताल ने सीसीटीवी फुटेज दिया, जिसमें साफ दिख रहा है कि एक युवक ने मरीज का लगा ऑक्सीजन सपोर्ट हटा रहा है। सामने से कोई गार्ड भी आया, फिर दोनों चले गए। फिलहाल प्रशासन ने इस मामले में शल्य चिकित्सा विभाग के अध्यक्ष डॉ. अनंत कुमार राखोड़े की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय दल का गठन किया है, जो 48 घंटे में पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपेगा।
इस बारे में जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्जुन लाल शर्मा ने कहा कि जिला चिकित्सालय में 76 ऑक्सीजन, 30 बेड की आईसीयू, 13 एसएनएफयू मशीन हैं, जिसमें कल 4 का इस्तेमाल हुआ। बाकी रिजर्व में रखे हैं। मरीज पहले से डायलिसिस करवा रहे थे और उनका हीमोग्लोबीन भी कम हुआ था। शीघ्र सीसीटीवी फुटेज देखकर जांच पूरी की जाएगी। यदि किसी ने अपराध किया है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। म.प्र. में कोरोना के संक्रमण से हालात बिगड़ने लगे हैं। बुधवार को राज्य में कोरोना के 9,720 नए मरीज मिलने के साथ स्थिति बेकाबू होती जा रही है। बुधवार को 51 लोगों की मौत भी हुई।
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