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Anuppur: गरीबो के हक की शासकीय खाद्यान्न में की जा रही हेराफेरी - वीडियो हुआ वाॅयरल

Anuppur: गरीबो के हक की शासकीय खाद्यान्न में की जा रही हेराफेरी - वीडियो हुआ वाॅयरल

सोमवार, 10 मई 2021

/ by News Anuppur


मामला शहडोल रैंक प्वाइंट से वेयर हाउस कोतमा पहुंचे गेहूं का

अनूपपुर। कोरोना संकटकाल में प्रदेश शासन ने उचित मूल्य की दुकान के माध्यम से गरीबो को तीन माह के निःशुल्क खाद्यान्न वितरण का कार्य जारी है, जहां इस आपदा के समय शासकीय खाद्यान्न की हेराफेरी, कालाबाजारी, वितरण में गडबड़ी करने पर म.प्र. चोरबाजारी अधिनियम तथा आवश्यक वस्तु अधिनियम एवं अन्य दंडनीय धाराअें के अंतर्गत कार्यवाही करने के निर्देश है। लेकिन अनूपपुर जिले के कोतमा विकासखंड में शासकीय खाद्यान्न की हेराफेरी करने का सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें ट्रोसपोर्टर, वाहन मालिक व चालक द्वारा शासकीय खाद्यान्न की हेरा फेरी करने के तरीको का पोल खोलकर रख दिया है। पूरे मामले में संबंधित विभाग भी सिर्फ पत्राचार तक समित रह गई। लेकिन पत्राचार के 24 दिन बीत जाने के बाद भी जिला प्रशासन द्वारा न तो एफआईआर दर्ज कराई गई न ही इस संबंध में कोई कार्यवाही की गई। जो इस संकट के दौर में जिला प्रशासन की सबसे बड़ी लापरवाही है।

यह है मामला

जिले में लगभग 20 दिनो से शासकीय खाद्यान्न के हेराफेरी का एक वीडियो इन दिनों धमाल मचाया हुआ है, जहां कोरोना संक्रमण के इस दौर में गरीबो को निःशुल्क बांटे जाने वाले शासकीय खाद्यान्न में डाका डालना गंभीर अपराध की श्रेणी में आने के बाद कोई कार्यवाही न होना जिले के लिए सबसे बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया है। जानकारी के अनुसार 16 अप्रैल को शहडोल रैंक प्वाइंट से वेयर हाउस कोतमा ट्रक क्रमांक एमपी 18 जीए 5588 मंे गेहूं वजन 322.08 टन बोरी 642 जिसका चालान नंबर 62/43 भेजा गया। जहां एमपीडब्ल्यूएलसी कोतमा की शाखा प्रबंधक द्वारा उक्त ट्रक को इंडियन धर्मकांटा में वजन कराने वेयर हाउस के कर्मचारी को भेजा गया। जहां ट्रक के धर्मकांटा में चढ़ने के बाद ट्रक की जांच की गई, जिसमें ट्रक के अंदर सीट के नीचे, केबिन में तथा डीजल टैंक के ऊपर पत्थर व गिट्टी भरा हुआ था।

शासकीय खाद्यान्न की हेराफेरी का देखे वीडियो

 

पत्थरो से गेहूं का वजन बढ़ाने का खेल

पूरे मामले में जब वेयर हाउस के कर्मचारी द्वारा उक्त धर्मकांटा में ट्रक की जांच कराई गई, जहां ट्रक में पत्थर व गिट्टी मिलने पर बकायदा शासकीय खाद्यान्न की हेरा फेरी का वीडियो बनाया गया। जहां पत्थरो व गिट्टी का वजन करने पर 5 क्विंटल निकल, जिसके बाद म.प्र. वेयर हाउसिंग एंड लाॅजि. कार्पोरेशन शाखा कोतमा के प्रबंधक द्वारा पंचनामा बनाते हुए क्षेत्रीय प्रबंधक म.प्र. वेयर हाउसिंग लाॅजिस्टिक्स कार्पोरेशन तथा नागरिक आपूर्ति विभाग अनूपपुर के जिला प्रबंधक को कार्यवाही हेतु भेजा गया। लेकिन इस पूरे खेल मंे अब तक न शासकीय स्कंध के हेराफेरी करने का प्रकरण बना और न ही म.प्र. चोरबाजारी अधिनियम तथा आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज हुआ। 

शासकीय खाद्यान्न की एैसे करते हेराफेरी

शासकीय खाद्यान्न की हेरा फेरी करने का वीडियो सोशल मीडिया में वाॅयरल होने के बाद पूरा खेल लोगो को समझ में आया, जहां परिवहनकर्ता, ट्रक मालिक व चालक के इस खेल से पर्दाफाश हुआ है। जिसमे खाद्यान्न से लोड गेहूं के ट्रक से शासकीय खाद्यान्न की रास्ते में ही हेराफेरी करने के बाद उतना ही वजन का पत्थर, बोल्डर, डामरयुक्त गिट्टी लाद कर धर्मकांट में ट्रक वजन कराया जाता है, जिसके बाद ट्रक में लोड गेहूं को वेयर हाउस में खाली कर रास्ते में पत्थर व गिट्टी व अन्य मलवा को फेंक दिया जाता है। जिससे खाद्यान्न से लोड ट्रक का वजन ज्यादा तथा खाली ट्रक के वजन पर हेराफेरी की गई खाद्यान्न के वजन के बराबर हो जाता है। 

20 दिन बीत जाने के बाद भी नही हो सकी कार्यवाही

पूरे मामले में जहां शासकीय खाद्यान्न की हेराफेर का वीडियो सोशल मीडिया में वाॅयरल होने तथा अधिकारियों द्वारा पंचनामा बनाकर परिवहनकर्ता, ट्रक मालिक तथा चालक के खिलाफ अब तक कोई प्रकरण दर्ज नही हुआ है, जिन्होने आपदा में अवसर का लाभ लेना चाहा तथा गरीबो की योजनाओं पर डाका डालते हुए उनकी थाली से भोजन छिनने का प्रयास किया है। वही इस पूरे मामले में भी जिला प्रशासन पर भी कई गंभीर सवाल खड़े हो रहे है। जो देश में पड़ी इस आपदा के समय हर कोई मदद के लिए आगे हाथ बढ़ा रहा है वहीं दूसरी तरफ कालाबाजारी कर अपना घर भर रहे है। जिन पर किसी तरह की कार्यवाही करना जिला प्रशासन के बस में नही रहा, वहीं जिला प्रशासन दिखावे के लिए छोटे मामले में कार्यवाही कर आपदा के इस समय सिर्फ अपना आंकडा पूरा कर कागजी कोरम भर रहे है। इतना ही नहीं म.प्र. वेयर हाउसिंग लाॅजिस्टिक्स कार्पोरेशन रीवा के क्षेत्रीय प्रबंधक प्रवीण गजभिये तथा म.प्र. स्टेट सिविल सप्लाईज काॅपोरेशन सतना रवि सिंह की भूमिका भी आपदा के समय इस तरह की हेराफेरी करने बढ़ावा दिया जा रहा है, जहां पत्राचार के 20 दिन बाद भी इस मामले में अब तक कोई संज्ञान नही लिया गया तथा मुख्यमंत्री के आदेशो की धज्जियां उड़ाई गई है।

इनका कहना है

मेरे द्वारा पंचनामा तैयार कर कार्यवाही हेतु प़त्राचार अपने वरिष्ठ कार्यालयो में कर दिया गया है।

वंदना बागरी, प्रंबधक वेयर हाउस कोतमा


इनका कहना है

पूरे मामले में शहडोल पत्राचार किया गया है, कार्यवाही की जाएगी।

हेतंत तालेगांवकर, प्रबंधक नागररिक आपूर्ति विभाग अनूपपुर


इनका कहना है

मेरे पास अब तक किसी तरह का प्रतिवेदन संबंधित विभाग द्वारा नही भेजा गया है, जानकारी मिली है। निश्चित ही कार्यवाही की जाएगी।

अंबोज श्रीवास्तव, जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी अनूपपुर


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