वन विभाग ने आर्थिक सहायता हेतु मृतकों के परिजन को प्रदान किए 4-4 लाख का चेक
अनूपपुर। छत्तीसगढ़ से भटक कर आए 7 जंगली हाथियों के झुंड वनपरिक्षेत्र बिजुरी के बेलगांव जंगल के समीप ग्राम बछौनी में आतंक मचाते हुए खेत में झोपड़ी बनाकर सो रहे परिवार के तीन सदस्यों (दादा-दादी एवं पोता) को कुचल कर मार डाला। जहां घटना की सूचना गुरूवार की सुबह लगते ही ग्रामीणों सहित वन विभाग के अधिकारी घटना स्थल पहुंचे। घटना बुधवार की रात लगभग डेढ़ से दो बजे की है। मौके पर पहुंचे कोतमा विधायक सुनील सराफ ने मृतक के परिवार को तत्काल मुआवजा दिए जाने की मांग वन विभाग से करने अड़ गए। इसके साथ ही वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया कि वन विभाग एवं राजस्व विभाग को हाथियों के झुंड की जानकारी होने के बावजूद भी उनके द्वारा आसपास के गांवो को एलर्ट नही किया गया। जिसके कारण तीन लोगो की जान गई है, जिस पर कार्यवाही होना चाहिए। उन्होने बताया कि पिछले वर्ष भी हाथियों का झुंड जर्राटोला वन क्षेत्र से लगे बरने नदी में पास भी हाथियों के झुंड ने सुईडांड निवासी रामचंद्र पिता ददना यादव को कुचल कर मार डाला था।
खेत में झोपड़ी बनाकर कर रहे थे तकवारी
जानकारी के अनुसार बेलगांव के ग्राम बछौनी में 53 वर्षीय गया प्रसाद केवट अपनी पत्नी मुन्नी बाई के साथ अपने खेत में झोपड़ी बनाकर खेत की तकवारी करता था। जहां उसके साथ 25 अगस्त की रात उनका 4 वर्षीय पोता राजकुमार पिता पवन केवट भी रूक गया था और तीनों रात के समय अपनी झोपड़ी में सो हुए थे कि अचानक गुरूवार की सुबह लगभग 4 बजे हाथियों का झुंड उनकी झोपड़ी को तोड़ते हुए दादा-दादी सहित पोते को कुचल कर मार डाला और हाथियों का समूह थानगांव की ओर बढ़ गए।
मृतकों के परिजनों को दी गई आर्थिक सहायता
जंगली हाथियों के दल द्वारा बेलगांव निवासी राजकुमार उम्र 4 वर्ष को कुचल कर मार देने पर जिला प्रशासन की त्वरित पहल पर वन विभाग ने मृतक की मॉ गोमती पति पवन केवट निवासी बेलगांव को जनहानि क्षतिपूर्ति राशि 4 लाख एवं मृतक गया केवट व मुन्नी बाई की मृत्यु उपरांत जनहानि क्षतिपूर्ति राशि 8 लाख का चेक उनके पुत्र कन्हैया केवट एवं पवन केवट को संयुक्त रूप से वन मंडलाधिकारी अनूपपुर द्वारा प्रदाय किया गया। इसके साथ जनपद कोतमा के सीईओ राजेन्द्र त्रिपाठी ने बताया है कि संबल योजनांतर्गत मृतकों के परिजनों को अंत्येष्ठि सहायता के रूप में 5-5 हजार रूपए परिजनों को मौके पर नगद प्रदाय किया गया हैं।
दो गु्रप में जंगली हाथियों का घुम रहा झुंड
वन मंडलाधिकारी अनूपपुर डॉ. अब्दुल अलीम अंसारी ने बताया कि 25 अगस्त को छग की सीमा से सटे साजाटोला में हाथियों का झुंड देखा गया था, जिस पर वन विभाग के अधिकारियों द्वारा निगरानी रखे हुए थे, जो रात के बाद छग सीमा की ओर चले गए थे। गुरूवार की सुबह 4 बजे हाथियों का झुंड दूसरे रास्ते से ग्राम पंचायत बेलगांव के ग्राम बछौनी में प्रवेश किया, जहां गांव से दूर खेत में बनी झोंपड़ी में सो रहें तीन लोगो को हाथियों ने कुचल कर मार डाला और हाथियों का दल थानगांव की ओर बढ़ गए है। डीएफओं ने बताया कि हाथियों के झुंड दो ग्रुप में बंटे हुए है। एक में 6 से 7 हाथी है, जबकि दूसरे गु्रप में 3 से अधिक है। इसके लिए छत्तीसगढ़ के वन अधिकारियों से लगातार सम्पर्क बनाए हुए हैं।
छ.ग. सीमा से सटे ग्रामों को सतर्क रहने की अपील
छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे गांवों में जंगली हाथियों के विचरण को देखते हुए जनपद कोतमा के सीईओ राजेन्द्र त्रिपाठी ने ग्रामवासियों से अपील की है सभी ग्रामवासियों सतर्क रहे। उन्होंने सभी ग्राम पंचायतों के सचिवों को मुनादी करा जंगली हाथियों से सुरक्षा और सतर्कता बरतने की अपील करने के निर्देश दिए हैं। जिसमें कोई भी व्यक्ति घरों से अनावश्यक बाहर न निकले, जरूरी होने पर पूरी सुरक्षा और सतर्कता से ही निकलने, बसाहट से दूर स्थित घर या झोपड़ी बनाकर रहने वाले परिवारों को अस्थायी रूप से तत्काल शासकीय भवनों स्कूल भवन, पंचायत भवन या सामुदायिक भवन में शिफ्ट कराने एवं उनके ठहरने हेतु गद्दे, चादर, पेयजल, प्रकाष इत्यादि की समुचित व्यवस्था, पंचायत से करने के निर्देश दिए गए।
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