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Anuppur टीकाकरण: लक्ष्य पाने रात के अंधेरे में टॉर्च जलाकर किया गया वैक्सीनेशन

Anuppur टीकाकरण: लक्ष्य पाने रात के अंधेरे में टॉर्च जलाकर किया गया वैक्सीनेशन

मंगलवार, 28 सितंबर 2021

/ by News Anuppur

टीकाकरण केन्द्र में फैली अव्यवस्थाओं पर चुप्पी, रात में महिला कर्मियों की सुरक्षा पर नही ध्यान

कोतमा। जिले में शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन का लक्ष्य को पूरा करने के लिए जहां जिला प्रशासन द्वारा बड़े-बड़े दावे किए जा रहे है, लेकिन जिले में बनाए गए टीकाकरण केन्द्र में अव्यवस्थाओं के बीच स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा वैक्सीनेशन किया जा रहा है। एैसा ही एक मामला 27 सितम्बर को टीकाकरण महा अभियान 4.0 के तहत कोतमा वार्ड क्रमांक 1 चौपाटी में बनाए गए टीकाकरण केन्द्र में अंधेरा होते हुए रात लगभग 8.30 बजे तक मोबाइल के टॉर्च जलाकर स्वास्थ्य कर्मी लोगो को कोविड़ टीकाकरण लगाते देखा गया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वॉयरल हुआ। इस सेंटर में प्रशासन द्वारा न तो विद्युत की व्यवस्था की गई और न ही टीका लगवाने आने वाले लोगो के लिए बैठाने के साथ पेयजल की व्यवस्था नही की गई। वहीं प्रशासन द्वारा शत प्रतिशत लक्ष्य को पाने के लिए लगातार वैक्सीनेशन के लिए दवाब देते हुए उनसे रात 8.30 बजे तक कार्य करवाकर खुद की वाहवाही लूटने का प्रयास किया गया। लेकिन सुबह 9 बजे से टीका लगवाने वाले स्वास्थ्य कर्मियों जिनमें वेरीफायर, एएनएम, सुपरवाईजर एवं आशा कार्यकर्ता व सहायिका रात 9 बजे तक लगातार 200 लोगो का टीकाकरण किए।

अंधेरे में भी हुआ वैक्सीनेशन, प्रशासन उदासीन

पूरे मामले में कोतमा वार्ड क्रमांक 1 चौपाटी में बनाए गए टीकाकरण केन्द्र में व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी नगर पालिका सीएमओं, जनपद सीईओ एवं बीएमओं की रही है। लेकिन उनकी उदासीनता के कारण इस सेंटर में किसी तरह की व्यवस्थाओं पर ध्यान नही दिया गया, जिसके कारण स्वास्थ्य कर्मी रात के अंधेरे में बिना बिजली के भी लोगो को कोविड़ का टीकाकरण लगाते हुए देखे गए। वहीं टीकाकरण के बाद लोगो के बैठने व्यवस्था तो दूर स्वास्थ्य कर्मियों को टीकाकरण के लिए अंधेरा में ही कार्य करने छोड़ दिया गया। इतना ही नही सुबह 9 बजे से लगातार रात 9 बजे तक कार्य करने के बाद महिला कर्मियों को छोड़ा जाता है, जिस पर सबसे बड़ा प्रश्र चिन्ह खड़ा हो गया है।

शत प्रतिशत लक्ष्य पाने बनाया जाता है दवाब

एक तरफ जिले में कोविड़ टीकाकरण के लक्ष्य को शत प्रतिशत पाने के लिए जिला प्रशासन वाहवाही लूटने में लगी हुई है। जो बड़े-बड़े दावे करते हुए लोगो को समझाईश देते हुए टीका लगवाने जागरूक किया रहा है। लेकिन जमीनी हकीकत में अगर देखा जाए तो टीकाकरण सेंटर में फैली अव्यवस्था एवं जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारियों से भागते हुए स्वास्थ्य कर्मियों पर दवाब डाल रहे है। एक तरफ जहां डोर टू डोर जाकर स्वास्थ्य कर्मी टीकाकरण करने में लगी हुई है, वहीं दूसरी तरफ प्रशासनिक अधिकारी लोगो को टीका लगवाने के लिए प्रेरित कर रहे है। लेकिन नगर पालिका कोतमा सीएमओं, जनपद सीईओं एवं बीएमओं डॉ. के. एल. दीवान द्वारा टीकाकरण केन्द्र का स्थल चयन के बाद कोतमा के नोडल अधिकारी एवं विकासखंड विस्तारक प्रशिक्षक श्री कुरैशी द्वारा अपने कर्मचारियों की खोज खबर के साथ उनकी समस्याओं पर किसी तरह का ध्यान नही दिया जा रहा है।

महिला कर्मियों की सुरक्षा पर खड़ा हुआ प्रश्रचिन्ह

सुबह 9 बजे से चले टीकाकरण को लक्ष्य प्राप्ति के लिए रात 8.30 बजे तक लगातार करवाया गया, लेकिन रात के समय वार्ड क्रमांक 1 में टीकाकरण के लिए बढ़ते लोगो की भीड़ पर भी कोई ध्यान नही दिया गया। एक तरफ स्वास्थ्य कर्मियों ने शासन के लक्ष्य को शत प्रतिशत करने के लिए लगातार 12 घंटे तक मेहनत कर रही है, लेकिन टीकाकरण केन्द्र में इनकी सुरक्षा के लिए संबंधित अधिकारी ने आंख मूंद कर सिर्फ अपने अधिक से अधिक टीकाकरण के लगातार उन पर दवाब बनवाते हुए काम करवाया गया। इतना ही नही टीकाकरण केन्द्र में प्रशासन द्वारा दी गई सुविधाओं की भी टीकाकरण करवाने आने वाले लोगो ने जमकर तीखी प्रतिक्रिया दी।

इनका कहना है

नपा सीएमओं, जनपद सीईओ एवं मेरे द्वारा टीकाकरण केन्द्र का चयन किया गया था, वार्ड क्रमांक 1 कोतमा में बनाए गए सेंटर पर व्यवस्था करने की जिम्मेदारी नपा की थी। लेकिन नपा कोतमा द्वारा व्यवस्था नही की गई और स्वास्थ्य कर्मियों को अंधेरे में टीकाकरण करना पड़ा।

डॉ.के.एल. दीवान, बीएमओं कोतमा


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