228 कृषको को 13 लाख से अधिक की राशि का हुआ मुआवजा भुगतान
अनूपपुर। छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा से म.प्र. के अनूपपुर जिला अंतर्गत वन क्षेत्र कोतमा के टांकी बीट में आए 40 हाथियों के समूह द्वारा विगत 25 दिन के मध्य ग्राम टांकी मलगा, भलमुडी, सैतिनचुआ, नगर परिषद डूमरकछार के बैगानटोला, पावटोला, यादव मोहल्ला, कोहका, खोडरी नंबर 2 गांव के किसानों के खेतों में लगी धान के साथ अन्य फसलो को लगातार नुकसान पहुंचा रहे हैं। वहीं अनेको घरों एवं दीवार को तोडऩे के साथ बाडिय़ों में लगी सब्जियों का सेवन कर रहे हैं। विगत शुक्रवार की रात हाथियों का समूह टांकी जंगल से निकलकर नवाटोला, फुलवारी टोला, छपराटोला से वापस आकर बैगानटोला जहां 15 से 20 बैगा परिवार रहते हैं के घरों में नुकसान पहुंचाया। जहां मैकू बैगा का घर गुड्डा बैगा का दरवाजा, बुधराम बैगा का दरवाजा, ननकू बैगा का घर में तोडफोड की तथा 10-12 किसानो के खेतो मे लगी धान की फसलो का नुकसान कर सुबह होने पर पुन: टांकी के जंगल की ओर चले गए।
228 कृषको को दिया गया मुआवजा राशि
जिले के कोतमा वन परिक्षेत्र अंतर्गत जंगली हाथियों द्वारा प्रभावित फसल के नुकसानी का मुआवजा प्रकरणों पर कलेक्टर के निर्देश पर त्वरित कार्यवाही करते हुए 228 कृषको को 13 लाख 32 हजार 971 रुपये का मुआवजा भुगतान कर दिया गया है। उक्ताशय की जानकारी देते हुए तहसीलदार कोतमा मनीष शुक्ला ने बताया है कि ग्राम भलमुड़ी के 7 कृषको को 35 हजार रुपये, ग्राम फुलकोना के 15 किसानों को 85 हजार रुपये व ग्राम डूमरकछार के 19 कृषको को 1 लाख 19 हजार 929 रुपये, ग्राम टांकी के 137 किसानों को 7 लाख 43 हजार रुपये, ग्राम मलगा के 50 किसानों को 3 लाख 50 हजार रुपये का मुआवजा भुगतान किया गया है। तहसीलदार ने बताया है कि जंगली हाथियों के द्वारा कृषको के किए गए नुकसान का सर्वेक्षण कार्य कर मुआवजा राशि वितरण करने की प्रक्रिया सतत की जा रही है।
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