अनूपपुर में अवैध शराब माफियाओं पर पुलिस का कहर! लाखों की शराब, दर्जनों वाहन जब्त – तस्करों की कमर टूटी
🛑 शराब दुकानों में मनमानी – ग्राहक को लूटा, बिल मांगा तो झगड़ा
✍️अमित शुक्ला/अनूपपुर, |
अनूपपुर जिले में अवैध शराब के खि लाफ चलाए जा रहे सघन अभियान ने माफियाओं की नींद उड़ा दी है। पुलिस अधीक्षक मोतीउर्र रहमान के नेतृत्व में एक साल में हुई कार्रवाइयों ने पूरे जिले में अवैध शराब के नेटवर्क को झकझोर कर रख दिया है। अप्रैल 2024 से मई 2025 तक पुलिस ने अलग-अलग थाना क्षेत्रों में छापेमारी कर करोड़ों रुपये की शराब और वाहन जब्त किए हैं।
🔥 जबरदस्त आंकड़े – आंकड़ों में दिखा 'शुद्ध अभियान का असर'
📌 अप्रैल 2024 से मार्च 2025 तक
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163 प्रकरण अंग्रेजी शराब – 11,985 लीटर जब्त
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188 प्रकरण देशी शराब – 1,150 लीटर
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1196 प्रकरण कच्ची महुआ शराब – 7,303 लीटर
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जब्त वाहन – 6 कार, 1 स्कॉर्पियो, 1 बोलेरो, 1 पिकअप, 1 ऑटो, 12 बाइक, 4 स्कूटी
📌 केवल अप्रैल–मई 2025 में
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958 लीटर अंग्रेजी शराब (28 प्रकरण)
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189 लीटर देशी शराब (25 प्रकरण)
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2158 लीटर कच्ची महुआ शराब, साथ ही 320 किलोग्राम महुआ लहान
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जब्त वाहन – स्कॉर्पियो, बोलेरो, कार, 6 बाइक, 2 स्कूटी, ऑटो
🚓 नया ठेकेदार बना परेशानी का कारण! तस्करी में दर्ज हुआ जबरदस्त उछाल
पुलिस की माने तो नए शराब ठेकेदार के आने के बाद गांव-गांव अवैध पैकारी की जा रही थी, जिसके चलते महज दो महीने में दर्जनों प्रकरण दर्ज हुए। भालूमाड़ा, राजेन्द्रग्राम, करनपठार, जैतहरी, बिजुरी थानों में शराब के बड़े जखीरे पकड़े गए।
सबसे बड़ी जब्ती:
🔹 7 मई 2025 – स्कॉर्पियो MP 18 T 2523 से 369 लीटर अंग्रेजी शराब पकड़ी गई, जिसकी कीमत ₹2.72 लाख आँकी गई।
📍 जिले के थानों में कार्रवाई का लेखा-जोखा
थाना | अंग्रेजी शराब | देशी शराब | कच्ची महुआ | वाहन जब्त |
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कोतवाली | 179.7 लीटर | 20.7 लीटर | 887.4 लीटर | स्कूटी, बाइक |
जैतहरी | 904 लीटर | 63.72 लीटर | 1660 लीटर | 3 कार |
चचाई | 48 लीटर | 32 लीटर | 479 लीटर | — |
कोतमा | 206 लीटर | 349 लीटर | 602 लीटर | कार, ऑटो, बाइक |
भालूमाड़ा | 312 लीटर | 126 लीटर | 518 लीटर | कार, बाइक |
बिजुरी | 216 लीटर | 150 लीटर | 517 लीटर | पिकअप, स्कूटी |
रामनगर | 271 लीटर | 57.96 लीटर | 697 लीटर | — |
राजेन्द्रग्राम | 95.84 लीटर | 48 लीटर | 199 लीटर | बाइक |
अमरकंटक | 200 लीटर | 52 लीटर | 432 लीटर | — |
करनपठार | 138 लीटर | 61 लीटर | 321 लीटर | — |
🧨 नामजद तस्करों पर भी शिकंजा कसना शुरू
🔸 लखनपुर – सोनू वादी व रामजी धुर्वे 60 लीटर कच्ची शराब व बाइक के साथ
🔸 जैतहरी – कार MP 65 ZB 4095 से 341 लीटर शराब
🔸 कोतमा – दीपक गुप्ता सहित आरोपियों से 60 लीटर बीयर व ऑटो रिक्शा
🔸 जमुना कालरी – रवि गोंड़ व नृपेन्द्र सिंह से 54.99 लीटर शराब
🔸 डस्टर कार CG 25 1111 – चालक विजय वर्मा से 52.92 लीटर अंग्रेजी शराब
🔸 मुंडा गांव – संजय राठौर से शराब के साथ 60 लीटर पेट्रोल भी जब्त
❗ कुछ थानों की धीमी गति पर सवाल
कोतवाली अनूपपुर, चचाई, रामनगर और अमरकंटक थानों की कार्रवाई अन्य थानों की तुलना में बेहद कम रही। बड़े तस्करों की गिरफ्तारी और भारी बरामदगी जैसे मामलों में इन थानों की निष्क्रियता प्रशासन के सामने सवाल खड़े करती है।
👮 पुलिस अधीक्षक का दो टूक संदेश – "तस्करी रोको, वरना नतीजे भुगतो!"
एसपी मोतीउर्र रहमान की स्पष्ट चेतावनी है – “शराब माफिया चाहे जितनी चालाकी करें, कानून से बच नहीं सकते।”
उन्होंने अवैध शराब के खिलाफ चल रही मुहिम को जारी रखने के निर्देश दिए हैं और हर थाना प्रभारी को नतीजे के आधार पर जवाबदेह बनाने की कार्यवाही की जा रही है।
🛑 संदेश साफ है – अवैध शराब की धरपकड़ अब कोई कागजी कार्यवाही नहीं, बल्कि ठोस एक्शन है!
अगले चरण में नकली शराब, युवाओं को गुमराह करने वाले गिरोह और थानों की निष्क्रियता पर भी कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
📢 “ये सिर्फ आंकड़े नहीं, शराब माफिया के खिलाफ चल रही एक निर्णायक जंग है।” — अनूपपुर पुलिस
🚨 हर थाना प्रभारी को आदेश – 11 बजे बाद सख्ती बरती जाए
बैठक में जिले के समस्त थाना और चौकी प्रभारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्र में संचालित होटलों व ढ़ाबों को रात 11 बजे अनिवार्य रूप से बंद कराएं। साथ ही, गश्ती दलों की संख्या बढ़ाकर देर रात तक निगरानी रखी जाए।
पुलिस अधीक्षक मोतीउर्र रहमान ने कहा –
"रात्रि में अनावश्यक भीड़भाड़, नशाखोरी और असामाजिक गतिविधियों पर अंकुश लगाना हमारी प्राथमिकता है। कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए यह कदम जरूरी है।"
🔍 कोतमा क्षेत्र पर खास निगरानी
बैठक के दौरान कोतमा अनुभाग को लेकर पुलिस अधीक्षक ने विशेष चिंता जताई। उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा शिकायतें कोतमा क्षेत्र में होटलों व ढ़ाबों के जरिए अवैध शराब बिक्री को लेकर सामने आई हैं, जहां देर रात तक गतिविधियां जारी रहती हैं।
👉 ऐसे प्रतिष्ठानों पर कड़ी नजर रखने और नियम उल्लंघन की स्थिति में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
🚫 एमआरपी से अधिक दर पर शराब बिक्री बनी विवाद की जड़ – शिकायतों के बाद भी आबकारी विभाग मौन
जिले की शराब दुकानों में एमआरपी से अधिक दामों पर शराब बेचना आम बात हो गई है, जिससे आए दिन उपभोक्ताओं और शराब दुकान के कर्मचारियों के बीच विवाद की स्थिति उत्पन्न हो रही है। आबकारी विभाग को प्रतिदिन दर्जनों शिकायतें मिल रही हैं, लेकिन कार्रवाई के नाम पर शून्य पहल हो रही है।
💰 अवैध मुनाफाखोरी पर नकेल नहीं
जिलेभर की शराब दुकानों में एमआरपी से 10 से 50 रुपये तक अधिक दाम वसूले जा रहे हैं। ग्राहक जब बिल मांगते हैं, तो न केवल उन्हें शराब देने से इनकार कर दिया जाता है बल्कि सेल्समैन विवाद पर उतर आते हैं।
ग्राहक बोले –
"हमसे ज्यादा पैसे वसूलते हैं, और जब बिल मांगो तो धौंस दिखाते हैं। कई बार हमें दुकान से भगा भी दिया गया।"
🔫 लाइसेंसी बंदूकें और गुर्गों का डर
कुछ मामलों में दुकानदार अपनी लाइसेंसी बंदूकें और गुर्गों के दम पर ग्राहकों को डराने-धमकाने तक उतर आते हैं। यह स्थिति न केवल कानून व्यवस्था के लिए खतरा है, बल्कि आम नागरिकों की सुरक्षा पर भी प्रश्नचिन्ह लगाती है।
🏃♂️ पुलिस भी कर रही अनदेखी
विवाद की स्थिति जब थाना क्षेत्रों तक पहुंचती है, तो पुलिस अक्सर शराब दुकानों का पक्ष लेकर ग्राहकों को ही वहां से भगा देती है। इससे आम जनता में गहरा असंतोष है और पुलिस की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
❗ प्रशासन मौन, जनता परेशान
🔹 एमआरपी से अधिक वसूली
🔹 बिना बिल बिक्री
🔹 ग्राहक से बदसलूकी
🔹 मारपीट व धमकी
🔹 पुलिस व आबकारी विभाग की उदासीनता
इन सब बिंदुओं ने मिलकर शराब दुकानों को विवाद और अराजकता का केंद्र बना दिया है।
📢 जनता की मांग – हो जांच और कार्रवाई
ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों से मिल रही शिकायतों के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। नागरिकों की मांग है कि –
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हर दुकान पर रेट लिस्ट अनिवार्य रूप से प्रदर्शित हो।
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बिल देना अनिवार्य किया जाए।
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एमआरपी से अधिक वसूली पर लाइसेंस निलंबन हो।
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दुकानों की नियमित निगरानी की जाए।
🛑 "शराब बेचो, लेकिन नियम से – नहीं तो बंद होगी दुकान" – जनता का स्पष्ट संदेश
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