शादी में आमंत्रण न देने से नाराज था आरोपी, मासूम की हत्या कर जंगल में फेंका शव
अनूपपुर। जिले के भालूमाड़ा थाना अंतर्गत मासूम बच्चे
की हत्या के जघन्य मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर
लिया है। महज 5 वर्षीय अनुराग कोल की हत्या के मामले ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख
दिया था। पुलिस अधीक्षक मोतीउर रहमान
के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इसरार मन्सूरी तथा एसडीओपी कोतमा आरती शाक्य के मार्गदर्शन में भालूमाड़ा थाना
प्रभारी संजय खलको एवं उनकी टीम ने इस गंभीर प्रकरण में
तत्परता से कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या है पूरा मामला?
8 मई को फरियादी रामकलेश कोल, निवासी ग्राम तुलरा ने अपने 5 वर्षीय पुत्र अनुराग कोल के
लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस ने तत्काल धारा 137(2),
140(1), 103, 238 बीएनएस के तहत मामला पंजीबद्ध कर
गुमशुदा बालक की तलाश शुरू की। जांच के दौरान सामने आया कि सरजू कोल पिता
स्व. संतलाल कोल उम्र 41 वर्ष निवासी हनुमान दफाई वार्ड क्रमांक 16 भालूमाड़ा ने
शादी में आमंत्रण न दिए जाने की नाराजगी में मासूम अनुराग का अपहरण कर उसकी हत्या
कर दी थी। हत्या के बाद आरोपी ने शव को दो दिन तक छिपाकर रखा और फिर रात के अंधेरे
में पास के जंगल के गड्ढे में फेंक दिया।
पसली टूटने से हुई थी मौत
जानकारी अनुसार परिवार रंजिश वा शादी में आमंत्रण नही दिये जाने
के कारण सरजू कोल ने अपने ही भतीजे 5 वर्षीय अनुरोग कोल की हत्या कर दी गई। पूछताछ
में आरोपियों ने बताया कि शादी समारोह के दौरान आंगन में सो रहे मासूम अनुराग कोल के
ऊपर जबरन घुटने के बल कूद कर उसकी पसली तोड़ दी, जिससे उसकी मौत हो गई। जिसके बाद सरजू कोल ने बच्चे के शव को अपनेघर ले गया और दो दिनों तक
उसे छिपा कर रखा था और मौका देखते हुए उसे जंगल में पास गड्ढे में फेंक दिया था।
गहन जांच और पूछताछ से मिला सुराग
पुलिस टीम द्वारा शादी में शामिल
मेहमानों और संदिग्धों से सघन पूछताछ की गई। भौतिक साक्ष्य और परिस्थितिजन्य
साक्ष्यों के आधार पर जब सरजू कोल से पूछताछ की गई, तो
उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और हत्या पर पश्चाताप जताया। पुलिस ने 3 जून को आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
जांच में इनकी रही अहम भूमिका
5वर्षीय मासूम की हत्या
का खुलासा किये जाने में भालूमाड़ा थाना प्रभारी संजय
खलको, उपनिरीक्षक सोने सिंह परस्ते, जे.पी. लकड़ा,
सहायक उपनिरीक्षक कमलेश सिंह चौहान, कमल किशोर चंदौल, विनोद द्विवेदी,
प्रधान आरक्षक सुरेन्द्र सिंह, अखिलेश तिवारी, आरक्षक अभिषेक राजपूत, अभिषेक चौहान,
कृपाल सिंह, देवेंद्र तिवारी, देवेंद्र सिंह सहित सायबर सेल से प्रधान आरक्षक राजेन्द्र अहिरवार एवं आरक्षक
पंकज मिश्रा शामिल रहे।
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