बिजुरी स्वास्थ्य केंद्र में लापरवाही का मामला उजागर, मासूम ने गंवाई जान
कमलेश मिश्रा/ बिजुरी। अनूपपुर जिले के बिजुरी स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिजुरी में गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। बिजुरी वार्ड क्रमांक 12 गुलाब ग्राउंड निवासी नकीम कुरैशी के 6 वर्षीय पुत्र सुफियान कुरैशी की जहरीले सर्पदंश के बाद उपचार में लापरवाही के चलते मौत हो गई। पीड़ित पिता नकीम कुरैशी ने 3 सितंबर को कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर हर्षल पंचोली को लिखित शिकायत सौंपी और स्वास्थ्य केंद्र बिजुरी के डॉक्टर मनोज सिंह पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। शिकायत पर संज्ञान लेते हुए कलेक्टर ने एसडीएम कोतमा को जांच सौंपी। जांच उपरांत आरोप सही पाए गए, जिसके बाद कलेक्टर ने डॉक्टर मनोज सिंह के खिलाफ कार्रवाई हेतु प्रतिवेदन कमिश्नर शहडोल को भेज दिया। साथ ही पीड़ित परिवार को रेडक्रॉस से सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन भी दिया गया।
पीड़ित पिता के अनुसार 31 अगस्त
की रात लगभग 12 बजे उनका बेटा सुफियान सोते समय सांप के
काटने से घायल हो गया। परिजनों ने तुरंत बच्चे को बिजुरी स्वास्थ्य केंद्र
पहुंचाया, लेकिन वहां डॉक्टर मौजूद नहीं थे।
कम्पाउंडर ने डॉक्टर के निर्देश पर एक इंजेक्शन लगाया और बच्चा रातभर अस्पताल में
पड़ा रहा। सुबह घर लौटने के बाद बच्चे की हालत बिगड़ने लगी। परिजन उसे दोबारा
बिजुरी अस्पताल लाए, जहां से उसे गंभीर स्थिति में अनूपपुर
जिला अस्पताल और फिर मनेंद्रगढ़ होते हुए अंबिकापुर रेफर कर दिया गया। दुर्भाग्य
से अंबिकापुर ले जाते समय रास्ते में ही बच्चे की मौत हो गई। नकीम कुरैशी ने आरोप
लगाया कि यदि डॉक्टर ने समय पर उचित उपचार किया होता तो उनके बेटे की जान बचाई जा
सकती थी। लेकिन लापरवाही और उदासीनता के चलते मासूम को अपनी जान गंवानी पड़ी। कलेक्टर
हर्षल पंचोली ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच करवाई। रिपोर्ट में
डॉक्टर की लापरवाही प्रमाणित होने पर कार्रवाई की संस्तुति करते हुए प्रतिवेदन
कमिश्नर शहडोल को भेजा गया है।
इनका कहना है
मामले में एसडीएम कोतमा को जांच के निर्देश
दिये गये थे, जहां आरोपी सही पाये जाने पर प्रतिवेदन
कमिश्नर शहडोल को प्रेषित किया गया है। इसके साथ ही रेडक्रॉस से पीडि़त
परिवार की सहयता की जा रही है।
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