अनूपपुर। जिले के लखनपुर गांव में हुए दोहरे जघन्य हत्याकांड का कोतवाली पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक राजेंद्र उर्फ बबलू पटेल (40 वर्ष) की पहली पत्नी से हुए पुत्र आलोक उर्फ सूरज पटेल (18 वर्ष) ने अपने चार अन्य साथियों के साथ मिलकर अपने पिता व घर में काम करने वाली युवती की हत्या करवाई। पुलिस ने आरोपी पुत्र सहित दो को गिरफ्तार किया गया था, वहीं देर शाम दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त कर ली है।
सुबह मिली थी दो लाशें, गांव में मचा हड़कंप
10 दिसंबर की सुबह करीब 8 बजे ग्राम लखनपुर निवासी घनश्याम उर्फ रामजी पटेल ने 112 पर फोन कर सूचना दी कि शिव मंदिर के सामने रहने वाले राजेन्द्र पटेल की खून से लथपथ लाश और उनके घर में काम करने वाली लड़की सीमा बैगा (25) की लाश खटिया पर पड़ी हुई है। सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान, एसडीओपी सुमित केरकेट्टा, कोतवाली निरीक्षक अरविंद जैन, एफएसएल अधिकारियों और डॉग स्क्वाड सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुँचा। घटनास्थल से महत्वपूर्ण भौतिक व तकनीकी साक्ष्य एकत्र किए गए। पुलिस उपमहानिरीक्षक शहडोल रेंज सविता सोहाने भी मौके पर पहुँचीं और आरोपियों की गिरफ्तारी पर 30 हजार का इनाम घोषित किया।
पिता की संपत्ति को लेकर नाराज था आरोपी पुत्र
जांच के दौरान सामने आया कि मृतक राजेन्द्र पटेल ने वर्षों पहले अपनी पहली पत्नी को छोड़कर रूपा पटेल से दूसरा विवाह किया था। पहली पत्नी से हुए पुत्र आलोक उर्फ सूरज को बचपन से ही सौतेली मां व पिता के व्यवहार से शिकायत रहती थी। परिवार में संपत्ति को लेकर लगातार विवाद बना रहता था। मृतक राजेन्द्र द्वारा अपनी सारी जमीन, ट्रैक्टर व अन्य संपत्ति छोटे बेटे आयुष के नाम करने की बात कही जाती थी, जिससे आलोक नाराज रहता था। हाल ही में 25 नवंबर को 18वां जन्मदिन मनाने के बाद दोस्तों के साथ घूमने पर पिता द्वारा डांटने व तमाचा मारने से उसका गुस्सा और बढ़ गया था, जिसके बाद घटना को अंजाम दिया गया।
5 लाख रुपये में हुआ मर्डर कॉन्ट्रैक्ट, वीडियो भी मिला
गुस्से में आकर आलोक ने अपने 16 वर्षीय दोस्त से अपने पिता और सौतेली मां की हत्या कराने की बात कही। इस दोस्त ने तीसरे 16 वर्षीय नाबालिग से उसकी मुलाकात करवाई और हत्या के बदले पाँच लाख रुपये का सौदा तय हुआ। इस मुलाकात और बातचीत का वीडियो उसी नाबालिग आरोपी ने अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया था, जिसे पुलिस ने बरामद कर महत्वपूर्ण साक्ष्य के रूप में जप्त किया है।
9–10 दिसंबर की रात दिया वारदात को अंजाम
रात करीब 1 बजे आरोपी आलोक, दो नाबालिग किशोर और देवेंद्र सोनवानी मोटरसाइकिल से लखनपुर पहुँचे। सभी ने मिलकर सोते समय राजेंद्र पटेल, उनकी पत्नी रूपा पटेल और काम वाली सीमा बैगा पर लोहे की कुल्हाड़ी, वसूला, लाठी और सिलबट्टे से हमला किया। हमले में राजेंद्र पटेल और सीमा बैगा की मौके पर ही मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल रूपा पटेल बेहोशी की हालत में मिलीं, जिन्हें पहले जिला अस्पताल, फिर शहडोल मेडिकल कॉलेज और बाद में जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। उनकी हालत अभी भी गंभीर है और वे बयान देने की स्थिति में नहीं हैं।
पांचो आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने आलोक उर्फ सूरज पटेल (18 वर्ष), दो नाबालिग आरोपी (16–16 वर्ष) को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त हथियार कुल्हाड़ी, वसूला और मोबाइल फोन जप्त कर लिए हैं। वहीं पुलिस ने 12 दिसम्बर की देर शाम देवेंद्र सोनवानी (18 वर्ष), एक अन्य 17 वर्षीय नाबालिग किशोर को गिरफ्तार करने में सफलता पा ली हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें छत्तीसगढ़ में दबिश दी थी।
पुलिस टीम को मिलेगा 30 हजार का इनाम
पुलिस उप महानिरीक्षक डीआईजी सविता सोहाने ने टीम को 30 हजार का इनाम देने की घोषणा की है। पूरी घटना में एसपी मोती उर रहमान के नेतृत्व में एसडीओपी सुमित केरकेट्टा, कोतवाली निरीक्षक अरविंद जैन, उपनिरीक्षक अजय तेकाम, सहायक उपनिरीक्षक पवन प्रजापति, रघुराज सिंह, प्रधान आरक्षक शिवशंकर प्रजापति, महेन्द्र राठौर, शेख रसीद, राजकुमार साहू, आरक्षक प्रकाश तिवारी, अमित यादव, दीपक बुंदेला, अनूप पुषाम, दिलीप सिंह, अब्दुल कलीम, कमलेश रैदास, संजय सिंह, महिला आरक्षक कुंती शर्मा, जानकी, सायबर सेल अनूपपुर, के प्रधान आरक्षक राजेन्द्र अहिरवार, आरक्षक पंकज मिश्रा की टीम को त्वरित कार्रवाई कर मामले का खुलासा किया गया।

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