साक्ष्य छिपाने शव को जलाने के साथ खून के छिंटेो को गोबर से किया साफ
अनूपपुर। थाना अमरकंटक से लगभग २० से २५ किमी दूर स्थित ग्राम उमरगोहान में १९ जनवरी की सुबह लगभग ११ बजे एक पति राय सिंह बैगा पिता लल्ला सिंह बैगा ने अपनी ३२ वर्षीय पत्नी चैती बाई बैगा पर शंका के आधार पर रसोई में खाना बनाते समय कुल्हाडी से गर्दन पर तीन वार कर मौत के घाट उतार दिया तथा शव को रसोई घर से घसीटते हुए अपने मकान से लगभग १०० मीटर की दूरी पर पडोस के घर के पास रखे लकडी के पास ले जाकर चिता बना जला दिया तथा घर पहुंचकर साक्ष्य छिपाने के लिए घर के आंगन में फैले खून को गोबर से पोत कर छिपाने का प्रयास किया गया। इस बीच पूरे घटना को देखने वाले मृतिका का ५ वर्षीय पुत्र ने इसकी जानकारी घर से भाग कर पडोस में दी, जहां पडोसियो ने आरोपी पति को पकडते हुए इसकी सूचना पुलिस को दी। जहां मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी राय सिंह बैगा पिता ललन बैगा उम्र ३७ वर्ष के खिलाफ धारा ३०२, २०१ के तहत मामला पंजीबद्ध आरोपी को न्यायालय में पेश करते हुए जेल भेज दिया।
चिता बना जला दिया था शव
घटना के संबंध में अमरकंटक थाना प्रभारी आर.एन. आर्मो ने बताया कि १९ जनवरी की लगभग २.३० बजे सरपंच गजानंद मरावी द्वारा घटना की सूचना दी गई, सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची ने घटना स्थल पर पहुंचे जहां आरोपी के घर से लगभग १०० मीटर दूर स्थित शुक्लू की बाडी में रखे लकडी को आरोपी द्वारा चिता बनाकर शव जला दिया था, जहां चिता में सिर्फ मृतिका चैतीबाई का अधजला सर व घुटने से नीचे बाया पैर ही बचा था। जहां पुलिस ने पहुंच पंचनामा तैयार करते हुए अधजले शरीर के अंग को जब्त किया।
५ वर्षीय पुत्र ने बताई पूरी घटना
घटना के बाद पहुंची पुलिस ने पडोस से पूछताछ की गई, जहा मृतिका का ५ वर्षीय पुत्र दुर्गेश बैगा ने बताया कि सुबह लगभग ११ बजे उसकी मॉ चैती बाई रसोई में खाना बना रही थी तथा मै और मेरे पिता राय सिंह गोड़ आधार कार्ड व वोटर आईडी देख रहे थे, इतने में मेरे पिता उठे और कुल्हाडी उठाकर रसोई में खाना बना रही मेरी मॉ के गर्दन पर वार कर दिए जिसके बाद मेरी मॉ चिल्लाई लेकिन मेरे पिता ने दो बार कुल्हाडी से मार कर उनको रसोई से खिंच कर आंगन से होते हुए शुक्लू के बाडी ले जाने लगे। जहां मै घर से भागकर पडोस में रह रहे अपने दादा लल्ला सिंह उम्र ७५ वर्ष तथा पडोस में बताया था।
साक्ष्य छिपाने गोबर से साफ किया खून के छिंटे
पूरी घटना में अमरकंटक थाना प्रभारी आर.एन. आर्मो ने बताया कि सूचना पर लगभग दोपह २.३० बजे पहुंचने तथा घटना स्थल का निरीक्षण पर जहां आरोपी राय ङ्क्षसह बैगा द्वारा शव को खसीटते समय घर व आंगन में खून को छींटे को गोबर से पोत कर साफ कर दिया था, वहीं रसोई में खून की छिंटे साफ करने से पहले आरोपी को पडोसियो ने पकड लिया था। वहीं आरोपी पति ने पुलिस को बताया कि मेरी पत्नी चैती बाई पडोस में ही इंदिरा आवास में काम करने जाती थी, जिसे मेरे द्वारा लगातार मना किया जाता रहा, लेकिन नही मानने पर उसे कुल्हाडी से मार कर उसकी हत्या कर दी। वहीं पडोसियो ने बताया कि आरोपी राय सिंह बैगा इंदिरागांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय में मजदूरी करता है तथा दो वर्ष पूर्व वह मानसिक रूप से विक्षिप्त लेकिन अब उसमें सुधार हो रहा था। वहीं पुलिस ने इस घटना में मानसिक अस्वस्थता मानते हुए घटना को अंजाम देने की बात कही गई।
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