मामला स्थानांतरण के बाद आरटीआई से मिली जानकारी, दोनो ने नही दी थी रवानगी
अनूपपुर। जिला यातायात विभाग बीते एक माह से लगातार सुर्खियो में है, जहां मुख्यालय में अवैध इंट्री वसूली की चर्चा तो कहीं अभद्रता तो कहीं व्यापारियों के समान में लात मार व्यापारियों को अपमानित किए जाने तक के मामले सामने आए है। वहीं अब नए मामले में जहां आरटीआई कार्यकर्ता में सुधाकर मिश्रा निवासी जैतहरी रोड ने सूचना अधिकार 2005 अधिनियम के तहत जिले के दो आरक्षको सुखसेन कोल एवं जितेन्द्र सिंह नरवरिया की सेवा एवं वर्तमान पदस्थापना की जानकारी अनुविभागीय अधिकारी पुलिस से मांगी गई, जहां उन्होने आरक्षक जितेन्द्र सिंह नरवरिया को 5 जुलाई 2019 से कोतमा अनुभाग के कोतमा थाने एवं 5 जुलाई 2019 से सुखसेन कोल को पुष्पराजगढ़ अनुभाग के राजेन्द्रग्राम थाने में पदस्थ होना बताया गया। लेकिन जब कोतमा एवं राजेन्द्रग्राम थाना प्रभारी से जानकारी ली गई तो उन्होने दोनो आरक्षको को अपने-अपने थाने में होने की अनभिज्ञता जताई।
आरटीआई की जानकारी में गुम हुए दो आरक्षक
पूरे मामले में जहां दोनो आरक्षक की पदस्थ होने के मामले में जहां कोतमा थाना प्रभारी राकेश वैश से आरक्षक जितेन्द्र सिंह नरवरिया की जानकारी ली गई, जहां उन्होने इस नाम के आरक्षक की थाने में ही होने तथा बाद में दोबारा 5 जुलाई को यातायात से अनूपपुर स्थानांतरण होने की जानकारी दी गई, जो अब तक कोतमा थाने नही पहुंच सके। वहीं राजेन्द्रग्राम थाना प्रभारी खेमचंद्र पेन्द्रो ने आरक्षक सुखसेन कोल को राजेन्द्रग्राम थाने में पदस्थ नही होने के साथ ही आरक्षक सुखसेन कोल को नही पहचानने की बात कही।
यातायात में मिले दोनो आरक्षक
पूरे मामले में जहां पता किए जाने पर आरक्षक सुखसेन कोल एवं आरक्षक जितेन्द्र सिंह नरवरिया की जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता सुधाकर मिश्रा द्वारा ली गई तो दोनो आरक्षक 22 दिन बाद भी अपने पदस्थ थाने की जगह यातायात थाने में मिले। जहां दोनो आरक्षको की ड्यूटी के संबंध में जानकारी चाही गई तो दोनो आरक्षक जिला मुख्यालय की यातायात व्यवस्थाओं के लिए प्वाईट ड्यूटी, कार्यालयनीय कार्य के साथ ही चालानी कार्यवाही में ड्यूटी करना बताया गया। वहीं इस पूरे मामले में जहां सबसे अधिक यातायात प्रभारी बृहस्पति साकेत द्वारा दोनो आरक्षको को प्वाईट ड्यूटी कम और चालानी कार्यवाही की ड्यूटी अधिक लगाए जाने की जनचर्चा सही साबित हुई।
इनका कहना है
दोनो आरक्षको का स्थानांतरण कोतमा एवं राजेन्द्रग्राम थाने के लिए 5 जुलाई को हुआ है, जहां वे पदस्थ है, अगर उन्होने अब यातायात से रवानगी नही दी है तो गलत है मै जानकारी लेती हॅू।
किरण लता केरकेट्टा, पुलिस अधीक्षक अनूपपुर
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