पटना/सीतामढ़ी। 12 जून की सुबह करीब 8.40 बजे सीतामढ़ी के सोनबरसा में नेपाल बाॅर्डर इलाके के जानकीनगर गांव में पास नेपाल पुलिस ने अधाधुंध फायरिंग की थी, इसमें चार को गोली लगी थी, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। इस बीच नेपाल पुलिस ने लगन राय नाम के एक व्यक्ति को बंधक भी बना लिया था, जिसे अब छोड़ दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार, जिस लड़के की मौत हुई थी, उसके परिजन धरने पर बैठ गए थे और मृत व्यकित का दाह संस्कार करने से इंकार कर दिया था, इसके बाद नेपाल प्रशासन और सीतामढ़ी के स्थानीय प्रशासन की बातचीत हुई ओर हिरासत में लिए गए लगन राय को रिहा किया गया। स्थानीय प्रषासन की नेपाल पुलिस से बातचीत के बाद ये हल निकला है।
बात दें कि शुक्रवार को इस घटना पर बिहार के सीतामढ़ी के पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी, रिपोर्ट के मुताबिक, नेपाल के सुरक्षा बलों द्वारा हिरासत में लिए गए लगन राय नाम के व्यक्ति की रिहाई के लिए बिहार सरकार के अनुरोध पर भारत सरकार और नेपाल अथाॅरिटी के संपर्क भी बात सामने आई थी।
इस मामले में एसएसबी के डीजी कुमार राजेश चंद्रा, सीतामढ़ी की डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा और एसपी अनिल कुमार ने इस स्थानीय मुद्दा बताया था और इसका सीमा विवाद से कोई नाता न होने की बात कही थी, इस घटना में नेपाल पुलिस ने 18 राउंड फायरिंग की थी, घटना से पहले भी दो बार नेपाल पुलिस ने लोगों को खदेड़ा था। तीसरी बार भारतीय पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी।
दरअसल, कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए अभी भारत-नेपाल बाॅर्डर सील है, आवाजाही बंद होने के बावजूद सीतामढ़ी जिला निवासी लगन राय अपने पुत्र के साथ किसी महिला रिश्तेदार से मिलने बाॅर्डर पार गए थे, इसी क्रम में नेपाल पुलिस ने उनको बाॅर्डर भगाना चाह रही थी, कहा जाता है कि पिता-पुत्र ने थोड़ी देर की मोहल्लत मांगी तो एपीएफ (नेपाल सशस्त्र प्रहरी बल) ने उनके लड़के पर लाठी चला दी, लगन राय को घसीटते हुए बाॅर्डर से 100 मीटर दूर ले गई और उसके बाद उनको बंधक बना लिया।
ग्रामीणों की मानें तो नेपाल पुलिस की यह हरकत देखकर बाॅर्डर पर क्रिकेट खेल रहे कुछ युवकों और खेतों में काम कर रहे लोगों ने इस कार्रवाई का विरोध किया, इसके बाद नेपाल पुलिस ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, हालांकि, नेपाल पुलिस को ओर से कहा जा रहा है कि उन्होंने अपनी सुरक्षा में फायरिंग की है। उनका आरोप है कि भारतीय उनकी बंदूक छीनना चाह रहे थे। नेपाल पुलिस उनको तस्कर भी बात रही है।