तूफान की आशंका वाले प्रदेशों और लक्षद्वीप के लिए भारतीय मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के दृष्टिगत दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं। मौसम विभाग के अनुसार अरब सागर के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र शनिवार सुबह तक बढ़ने की आशंका है। इसके बाद 24 घंटे के अंदर यह चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है। 16 से 19 मई के बीच यह भयंकर तूफान का रूप लेकर भारी बर्बादी कर सकता है। सबसे पहले इसके गुजरात के तटीय इलाकों से टकराने के आसार हैं। इससे पहले लक्षद्वीप में 15 मई को भारी बारिश की आशंका है।
इन राज्यों में है बारिश की चेतावनी
इसी दौरान तमिलनाडु के तटीय इलाकों में हल्की और भारी बारिश हो सकती है। कर्नाटक में 15 और 16 मई को हल्की और भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। कोंकण के तटीय इलाकों और गोवा में भारी बारिश हो सकती है। जबकि गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ इलाके में 17 और 18 मई को भारी बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं।
175 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकती हैं हवाएं
तूफान आने से पहले और इसके दौरान देश के तटवर्ती इलाकों में 175 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार वाली तेज हवाएं चल सकती हैं और तेज बारिश हो सकती है। सभी राज्य सरकारों और लक्षद्वीप के प्रशासन को राहत और बचाव के उपाय करने के लिए कहा गया है। पर्यटकों और मछुआरों को इस दौरान समुद्र से दूर रहने के लिए कहा गया है।
भारतीय तटों से टकराने वाला पहला तूफान होगा तौकाते
राज्य सरकारों को तटीय इलाकों में बसी आबादी को अन्यत्र भेजने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर केरल सरकार ने तिरुअनंतपुरम, कोल्लम, पथनामथिट्टा, अलप्पुझा और एर्नाकुलम जिलों में भारी बारिश की आशंका वाला रेड अलर्ट घोषित कर दिया है। जबकि एनडीआरएफ ने तटवर्ती नौ जिलों में अपने इंतजाम किए हैं। टॉक्टे म्यांमार में छिपकली की पाई जाने वाली एक प्रजाति है। वहां से पैदा चक्रवाती तूफान को यह नाम दिया गया है। अरब सागर के जरिये भारतीय तटों से टकराने वाला यह इस वर्ष का पहला तूफान होगा।
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें