अनूपपुर। थाना रामनगर में 16 सितम्बर की रात्रि एसईसीएल के रिजनल वर्कशॉप के सुरक्षाकर्मी 58 वर्षीय रमेश केवट का शव चारदिवारी के अन्दर संदिग्ध अवस्था में मिला। जिस पर पुलिस ने ततर्पता दिखाते हुए 24 घंटे के अन्दर हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। 17 सितम्बर शुक्रवार को न्यायालय में प्रस्तुत कर पुलिस रिमांड में लिया गया।
जानकारी अनुसार थाना रामनगर में 16 सितम्बर की रात्रि एसईसीएल के रिजनल वर्कशॉप के सुरक्षाकर्मी 58 वर्षीय रमेश केवट का शव चारदिवारी के अन्दर संदिग्ध अवस्था में मिला। इसे गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल ने घटनास्थल का निरीक्षण कर अनुसंधान की वैज्ञानिक पद्धति का सहारा लेते हुए पूछताछ प्रारंभ की। अनुसंधान में घटनास्थल के निरीक्षण से यह स्पष्ट होता था कि घटना का उद्देश्य चोरी नहीं मृतक की हत्या है। ऐसे में मृतक की हत्या से किस व्यक्ति को लाभ हो सकता है। इस संबंध में मृतक के परिजनों से पूछताछ में मृतक का नाती पुष्पेन्द्र केवट जो घटना दिनांक को मृतक के साथ सोया था, से पूछताछ पर बयानों में विरोधाभास को देखते हुए कड़ी पूछताछ उपरांत अपना जुर्म स्वीकार करते हुए घटनास्थल जा कर सम्पूर्ण घटनाक्रम की जानकारी दी एवं घटना में प्रयुक्त किये गये हथियारों को भी जप्त कराया।
आरोपित ने बताया कि नाना उसके साथ गाली गलौज के साथ मारपीट करता था और उसको पैसे भी नहीं देता था। वह घर का एकमात्र पुरुष सदस्य है जो अपने नान की मृत्यु के बाद मिलने वाले सारे पैसों का एकमात्र मालिक होगा। अरोपित द्वारा रात्रि में चोरों के आने की झूठी बात कहते हुए रमेश केवट को वर्कशॉप की तरफ ले जाते हुए पीछे से राड़ एवं डण्डे से वार किया, जिससे उनकी मृत्यु हो गई। और बाद में पूरी घटना को छुपाते हुए वह घर चला गया।
हत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल के निर्देशन में अति.पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन, एसडीओपी कोतमा शिवेन्द्र सिंह, थाना प्रभारी रामनगर एमबी प्रजापति, सनत द्विवेदी, अमित पटेल, सायबर सेल के राजेन्द्र अहिरवार व पंकज मिश्रा की भूमिका रही।
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