अनूपपुर। बिजुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत एनएच 43 में केवई नदी पुल के पास जफर ट्रेडर्स के सामने 28 सितम्बर की रात लगभग 11 बजे कार को ओवरटेक कर उसे रोकते हुए कार में बैठे युवक का अपहरण कर फिरौती की मांग की गई, जहां लगभग युवक को 7 घंटे तक बंधक बनाकर रखा गया और 1 लाख 25 हजार रूपए फोन पे व एटीएम से मिलने के बाद सुबह लगभग 5 बजे युवक को छोड़कर भाग निकले, जहां फरियादी की शिकायत पर पुलिस ने सायबर के माध्यम से फोन पे एप के डिटेल के आधार पर तीन आरोपियों जिनमें रूस्तम खान पिता मो. सरतार खान निवासी सारंगढ़ थाना कोतमा, रामसुशील पिता रामनरेश शुक्ला निवासी वार्ड 4 कोतमा, गौरव सोनी उर्फ जितेन्द्र पिता प्रहलाद सोनी निवासी बुढ़ानपुर थाना कोतमा को गिरफ्तार किया गया है, वहीं तीन अन्य आरोपी फरार है।
मामले की जानकारी के अनुसार फरियादी शिवकुमार पटेल पिता भूषण पटेल निवासी ग्राम पो. ईपोस्ट धनागर थाना कोतरा रोड जिला रायगढ़ (छ.ग.) ने बिजुरी थाना पहुंच शिकायत दर्ज करवाते हुए बताया कि 28 सितम्बर की रात लगभग 11 बजे एनएच 43 में केवई नदी पुल के पास जफर ट्रेडर्स के सामने अपनी अल्टो कार से अपने मित्र के घर जा रहा था, तभी पीछे से बिना नंबर की सफेद रंग की अल्टो कार ओवरटेक करते हुये आई और मुझे रोक लिया गया। जिसके बाद कार से 6 लोग उतरे तथा मुझे पकड़कर गाड़ी से नीचे उतारते हुए सूनसान स्थान नदी के किनारे ले जाकर डंडे से मारपीट करते हुये पास रखा सारा पैसा निकाल कर देने को कहा गया और पैसा कम होने पर फोन पे एप के माध्यम से जबरन लड़की का एक्सीडेंट होने के नाम से मंगवाया गया तथा नही मंगवाने पर जान से मारने की धमकी दी गई। जिसके बाद फरियादी ने अपने मामा को फोन करके अपने खाते में 1 लाख 25 हजार रूपए मंगवाया तथा उसमें से 85 हजार रुपए फोन पे एप के माध्यम से आरोपियों ने अपने खाते में ट्रांसर्फर कर लिए इसके बाद आरोपियों ने एटीएम का पासवर्ड पूछकर एटीएम से 40 हजार रूपए निकाले और सुबह लगभग पांच बजे मुझे छोड़कर अपनी कार से भाग गये।
फरियादी शिवकुमार की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 341, 342, 365, 395 के तहत मामला पंजीबद्ध कर मामले को विवेचना में लेते हुए घटना स्थल का थाना प्रभारी बिजुरी एवं उनकी टीम सहित डागस्काड, फिंगर प्रिंट टीम शहडोल, सायबर सेल द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। जिसके बाद सायबर टीम की मदद से फोन पे एप के माध्यम से ट्रांसर्फर हुए पैसो की मदद से आरोपियों को मोबाइल नंबर व बैंक डिटेल की जानकारी निकालते हुए रूस्तम खान, रामसुशील शुक्ला, गौरव उर्फ जितेन्द्र सोनी गिरफ्तार करते हुए उनसे सख्ती के साथ पूछताछ की गई। जहां पूछताछ के दौरान अपने तीन अन्य साथियों के साथ घटना करना स्वीकार किया गया। घटना में शामिल अन्य तीन आरोपी अभी भी फरार है। जिनकी गिरफ्तारी हेतु विशेष टीम गठित की गई है। उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी बिजुरी राकेश उइके, सहायक उपनिरीक्षक कमलेश तिवारी, प्रदीप अग्निहोत्री, कमलेश शुक्ला, आरक्षक मनोज उपाध्याय, अमित यादव एवं अनिल सिंह का योगदान रहा।
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