तीनों ही प्रकरण में एक ही फरियादी, ब्याज के नाम पर करोड़ो रूपए ऐंठे
अनूपपुर। पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल के निर्देश में सूदखोरों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के अंतर्गत प्राप्त शिकायतों के आधार पर चिन्हित करते हुए 4 सूदखोरों के विरुद्ध अपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध किये गए हैं। जिसमें संजीव कुमार केशरवानी ने चार लोगो के विरूद्ध तीन अलग-अलग मामलो में धोखाधड़ी करते हुए सूदखोरी के नाम पर करोड़ो रूपए ऐंठते कर फर्जी दस्तावेज के आधार पर भयभीत करते हुये अभी भी रूपए मांगने का आरोप लगाया गया है। जिस पर पुलिस ने चारों आरोपियों जिनमें शैलेन्द्र तिवारी एवं प्रभा तिवारी, मनीष कुमार मालू एवं मुकेश चेजारा के खिलाफ धारा 386, 34 एवं म.प्र. ऋणियों का संरक्षण अधिनियम 1937 की धारा 3/4 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध करते हुए चारो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मामले की जानकारी के अनुसार कोतवाली अनूपपुर अंतर्गत निवास आरसीएम रोड के पास निवास करने वाले संजीव कुमार केशरवानी पिता मुरारी केशरवानी ने लिखित शिकायत करते हुए बताया कि 10 फरवरी 2018 को शैलेन्द्र तिवारी एवं प्रभा तिवारी दोनो निवासी अनूपपुर से 1 लाख 50 हजार रूपए कर्ज लिया था तथा हर माह मूलधन व ब्याज की राशि सहित रूपए देता रहा फिर भी मूलधन यथावत रहने के कारण पुन: 3 लाख 68 हजार का कर्ज बना हुआ है, जिसके एवज में 47 लाख 32 हजार 90 रूपए दे चुका हॅू फिर भी दोनो द्वारा 2 लाख 80 हजार रूपए की मांग की जा रही है, मेरे द्वारा मना करने पर मेरे बेटे को जान से मारने एवं पहले से रखे हुये चेक को बाउंस करवाकर झूठे प्रकरण में फंसाने की धमकी दी जा रही है।
वहीं दूसरे मामले में संजीव कुमार केशरवानी ने मनीष कुमार मालू निवासी अनूपपुर से कुल 61 लाख 99 हजार 3 रूपए कर्ज में लिया था, जिसके एवज में उसे 1 करोड़ 79 लाख 94 हजार 63 रूपए दे चुका है, बावजूद उसके मनीष कुमार द्वारा 4 लाख रूपए की मांग की जा रही है तथा रुपये देने से मना करने पर जान से मारने की धमकी दे रहा है।
तीसरे मामले में संजीव कुमार केशरवानी ने शिकायत दर्ज कराई की मुकेश चेजारा निवासी अनूपपुर से 1 लाख 32 हजार कर्ज पर लिया था, जिसके एवज में 75 हजार दे चुका है किन्तु मुकेश चेजारा द्वारा 25 लाख की और मांग की जा रही है। मेरे द्वारा मना करने पर मुझे जेल भेजवाने एवं जान से मारने की धमकी दी जा रही है। उक्त शिकायतों के आधार पर उपरोक्त आरोपियों के विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है तथा आरोपियों द्वारा फरियादियों को निरंतर भय में डालते हुए उनसे प्राप्त पासबुक एवं एग्रीमेंट वापस नहीं किए जा रहे थे।
उक्त कार्यवाही पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल के निर्देशन में कोतवाली निरीक्षक अमर बर्मा, उपनिरीक्षक प्रवीण साहू, सोनम सोनी सहित गठित टीम का सराहनीय योगदन रहा।
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें