ड्रग, जहर व हथियारों की ऑन लाईन बुकिंग से बर्बाद हो रही युवा पीढ़ी
अनूपपुर। अमेजॉन ऑनलाईन शॉपिंग विदेशी कंपनी को अनूपपुर जिले में बैन किए जाने की मांग को लेकर व्यापारी वर्ग सहित युवाओं ने 2 दिसम्बर को अपर कलेक्टर सरोधन सिंह को ज्ञापन सौंपा गया। जहां ज्ञापन के माध्यम से बताया गया कि वर्तमान में हमारे व्यापारी बंधु जिस बुरे दौर से गुजर रहे है उसमें सबसे बड़ा योगदान ऑनलाईन कंपनियों का है, जिसमें अमेजॉन ऑनलाईन के माध्यम से भिंड में अमेजॉन द्वारा ड्रग की खेप पकड़े जाने पर पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज की गई थी, जिससे युवाओं का कहना है कि अमेजॉन ऑनलाईन द्वारा गांजा, जहर और हथियारों की ऑनलाईन बुकिंग करता है। जिसका उपयोग ज्यादातर युा करते है। जिसके लिए जिले में अमेजॉन को तत्काल बैन किया जाए।
युवाओं एवं व्यापारियों ने बताया कि ईस्ट इंडिया कंपनी के नए स्वरूप में जन्मी ऑनलाईन कंपनी अमेजॉन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की माग की गई। विगत दिनों भिंड पुलिस द्वारा ऑनलाईन कंनी अमेजॉन द्वारा सप्लाई किया गया 20 किलो गांजा जब्त किया गया, जिसमें 2 लोगो की गिरफ्तारी हुई थी, इसी तरह गांजा की सप्लाई में विशाखापटनम में भी पकड़ी गई है। जबलपुर में पहले के मुकाबले चाकूबाजी और लूटपाट की घटनाओ में वृद्धि होने के बाद जांच पड़ताल में पता चला कि इन वारदातों में ऑनलाईन से मंगवाए गए चीनी चाकू का उपयोग किया जा रहा है, जिस पर पुलिस अधीक्षक जबलपुर द्वारा ऑनलाईन कंपनी से जबलपुर सप्लाई किये गए चीनी चाकूओं का डेटा मंगा गया तो जबलपुर पुलिस ने अपनी जांच में पाया की विभिन्न थाना क्षेत्रों में 2358 चीनी चाकू जबलपुर मं डिलीवर किये जा चुके है जो की आम्र्स एक्ट का उल्लंघन है।
इसी तरह इंदौर में एक पिता ने कलेक्टर से शिकायत में बताया कि उसके बेटे ने आत्महत्या करने के लिए ऑनलाईन कंपनी अमेजॉन से जहर मंगवाया था, जो स्थानीय स्तर पर आसानी से उपलब्ध नही होता, लेकिन ऑनलाईन कंपनी अमेजॉन कंपनी द्वारा उस जहर को आसानी से भेज दिया, जिसका उनके पास साक्ष्य उपलब्ध है। दिल्ली में बढ़ते गैंगवार की जांच करने पर पुलिस ने हितेश राजपूत नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया, तब उसने ये खुलासा किया कि ऑनलाईन प्लेटफार्म फेसबुक पर लॉरेन्स विश्रोई नाम का ग्रुप है जिससे वो जुड़ा है और उसी के माध्यम से ऑनलाईन हथियार मंगवाता है, जिसमें होलसेलर देशी विदेशी कट्टो की नुमाइन करते है और फेसबुक , वॉट्सएप पर आर्डर मिलने पर ऑनलाईन सप्लाई कर फ्री होम डिलेवरी करके देते है और पेंमेट भी हथियार मिलने के बाद ली जाती है। इस मामले मे पुलिस ने हितेश लंगड़ा हिस्ट्री शीटर है और अवैध हथियारों का फुटकर विक्रेता है और वो पाकिस्तानी तस्करी के संपर्क में है और पिछले 4 महीनों से ऑनलाईन हथियार सप्लाई कर रहा है। लेकिन होलसेलर अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
जिस पर युवाओं एवं व्यापारियों ने बताया कि ऑनलाईन सोशल मीडिया प्लेटफार्म अपनी स्क्रीनिंग में इन प्रतिबंधित वस्तुओं को पकड़ नही पाया और क्यो अमेजॉन जैसी इतनी बड़ी डिलीवरी कंपनियों के पास स्कैनिंग मशीन नही है, जो ये सभी उत्पादन स्कैन करके सप्लाई कर सके, जिस पर प्रश्र चिन्ह खड़ा हो रहा है या फिर जान बूझकर ज्यादा पैसों के लालच में इनके द्वारा ये सर्विस दी जा रही है।
इस तरह ऑनलाईन कंपनी अमेजॉन इस समय देश के विभिन्न संगठनों द्वारा इन कंपनियों की कारगुजारियों के खिलाफ सरकार से शिकायत करते आ रहे है लेकिन सरकार द्वारा कार्यवाही तो दूर पूछताछ तक नही की जाती, जिससे ये पता चल सके कि भारत सरकार किस तरह से अंतराष्ट्रीय दवाब में है।
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