जिले में डॉक्टरों व अन्य स्टॉफ के रिक्त पदों पर नही कोई ध्यान, सिर्फ संसाधनो से होगा इलाज
अनूपपुर। कोविड़ की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए कलेक्टर सोनिया मीना के निर्देशन में जिला चिकित्सालय सहित जिले के अन्य स्वास्थ्य संस्थाओं में आवश्यक स्वास्थ्य संसाधन की व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए एलर्ट मोड पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। लेकिन जिले में पर्याप्त संसाधनों के बाद भी डॉक्टरों सहित स्टॉफ की कमी सबसे बड़ी समस्या के रूप में उभर कर सामने आ सकता है। जिले में जिला चिकित्सालय सहित 8 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, 18 प्राथमिक स्वास्थ्य, 187 एसएचसी, ब्लड बैंक व ब्लड स्टोरेज की संख्या 2 है।
जिले में 209 स्वीकृत डॉक्टरों के पद में 55 कार्यरत
जानकारी के अनुसार जिले में 209 डॉक्टर के पद स्वीकृत है, जिसमें 55 डॉक्टर कार्यरत तथा 154 डॉक्टरों के पद रिक्त पड़े हुए है। जिसमें जिला अस्पताल में प्रथम श्रेणी के डॉक्टरों क स्वीकृत पद 28 जिनमें मात्र 3 डॉक्टर ही कार्यरत है शेष 25 पद रिक्त पड़े हुए है। वहीं द्वितीय श्रेणी के 26 पदों में 13 पद रिक्त है। इसी तरह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में प्रथम श्रेणी के 28 पदो में पूरे 28 पद रिक्त पड़े हुए है तथा द्धितीय श्रेणी में 19 पदो पर 7 कार्यरत एवं 7 पद रिक्त है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में डॉक्टरों की स्थिति जिसमें 23 पदों में 13 कार्यरत व 10 पद रिक्त तथा मेडिकल ऑफिसर एनएचएम में 85 पदों पर 14 कार्यरत व 71 पद रिक्त पड़े हुए है।
कम्पाउंडर्स व अन्य पैरामेडिकल स्टॉफ में भारी कमी
जिले में कम्पाउडर्स व अन्य पैरामेडिकल स्टॉफ के स्वीकृत पदों की संख्या 123 में 57 कार्यरत एवं 66 पद रिक्त पड़े हुए है। जिनमें नियमित स्टॉफ नर्स के 178 स्वीकृत पदो पर 163 कार्यरत व 15 रिक्त, संविदा स्टॉफ नर्स के 90 स्वीकृत पदो पर 40 कार्यरत व 50 रिक्त, सीएचओ नियमित तथा संविदा के लिए 186 स्वीकृत पदो पर 70 कार्यरत व 116 रिक्त, नियमित एएनएम के स्वीकृत 198 पर 193 कार्यरत व 5 रिक्त, संविदा एएनएम के 212 स्वीकृत पदों पर 108 कार्यरत व 104 पद रिक्त, नियमित फार्मासिस्ट/कम्पाउण्डर्स के 39 स्वीकृत पदो पर 18 कार्यरत व 21 पद रिक्त, संविदा फर्मासिस्ट के 22 स्वीकृत पदों पर 16 कार्यरत व 6 रिक्त, नियमित लैब टैक्रीशियन के 32 स्वीकृत पदों पर 21 कार्यरत व 11 रिक्त, संविदा लैब टैक्रीशियन के 18 स्वीकृत पदों पर 17 कार्यरत व 1 रिक्त तथा नियमित एमपीडब्लू के 123 स्वीकृत पदों पर 57 कार्यरत व 66 पद रिक्त पड़े हुए है।
जिला अस्पताल सहित अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में बेडों की स्थिति
जिला चिकित्सालय अनूपपुर में कोविड के तीसरी लहर की संभावना को दृष्टिगत वर्तमान स्थिति में आईसीयू के 9 बेड, म्यूकर माईकोशिस वार्ड में 2 बेड, आईसोलेशन बेड/ट्रामा सेंटर में 43, वन स्टॉप सेंटर में 15, एचडीयू बेड 10, जनरल हॉस्पिटल बेड की संख्या 161 कुल 240 बेड है। वहीं जिले की अन्य स्वास्थ्य संस्थाओं की बेड की उपलब्धता को देखा जाए तो कन्या शिक्षा परिसर में 200, सीएचसी कोतमा में 10, सीएचसी जैतहरी में 10, सीएचसी पुष्पराजगढ़ 10, सीएचसी फुनगा 10, सीएचसी परासी 15 तथा सीएचसी वेंकटनर में 10 ऑक्सीजन पाईन लाइन सपोर्टेड बेड कुल 65 बेड है। वहीं जिले के अन्य प्राइवेट स्वास्थ्य संस्थानों जिनमें आर्शीवाद हॉस्पिटल में कुल 8 बेड में 5 बेड कोविड के लिए, संजीवनी हॉस्पिटल में कुल 30 बेड में 15 आईसीयू बेड कोविड के लिए, गुरूकृपा हॉस्पिटल में 7 बेड में 4 बेड कोविड के लिए, वीकेयर हॉस्पिटल में 15 बेड में 5 बेड कोविड के लिए, न्यूलाईफ हॉस्पिटल के 10 बेड में 3 बेड कोविड़ के लिए, ओंमकार हॉस्पिटल कोतमा में 9 बेड में 4 कोविड़ के लिए है।
एम्बुलेंस व औषधियों की व्यवस्था
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.सी. राय ने बताया है कि जिले में शासन से प्राप्त 19 एम्बलुेंसों में 15 संचालित हैं। इसी तरह 108 एम्बुलेंस सर्विस के तहत 21 वाहन केयर ग्रुप के द्वारा 5 वाहन आरबीएस के तहत 7 वाहन, कोविड वैक्सीन टेस्ट एवं महाअभियान के लिए 12 वाहनों का संचालन किया जा रहा है। वहीं जिले के स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए जिले में पर्याप्त औषधियों की उपलब्धता है। औषधियों की आपूर्ति मांग अनुसार उपलब्ध कराए जाने के भी सतत प्रयास किए जाते रहे हैं।
ऑक्सीजन की उपलब्धता
जिले में आपातकालीन सेवाओं को दृष्टिगत रख जिले में 253 डी टाईप ऑक्सीजन सिलेण्डर तथा 190 बी टाईप ऑक्सीजन सिलेण्डर सहित 288 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, 8 वेंटिलेटर मशीनें, 2 सीपीएपी मशीन, 100 डिस्पोजल वेंटिलेटर की उपलब्धता के साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पुष्पराजगढ़ में 300 एलपीएम का ऑक्सीजन प्लांट संचालित है। जिला चिकित्सालय अनूपपुर में अजीम प्रेमजी संस्थान द्वारा 500 एलपीएम का प्लांट शीघ्र प्रारंभ कराने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
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