मेडिकल बिल पास कराने मांगी थी रिश्वत, प्रधान आरक्षक का था बिल
रीवा। श्यामशाह चिकित्सा महाविद्यालय का लिपिक को 15 हजार की रिश्वत लेते हुए 13 दिसम्बर मंगलवार की दोपहर रंगे हाथ पकड़ा गया। लिपिक ने मेडिकल बिल पास करने के एवज में रिश्वत मांगी थी। आरोपी लिपिक को लोकायुक्त पुलिस ने मेडिकल कालेज से गिरफ्तार किया। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
लोकायुक्त पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक शिकायकर्ता अनिल कुमार सोनी प्रधान आरक्षक थाना चुरहट जिला सीधी द्वारा 4 लाख 30 हजार 434 रूपये का मेडिकल बिल लगाया गया था। जिसे पास करने के लिये श्यामशाह मेडिकल कालेज में पदस्थ लिपिक भूपेन्द्र सिंह द्वारा 15 हजार की रिश्वत मांगी जा रही थी। जिसकी शिकायत अनिल कुमार सोनी ने लोकायुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ से की, शिकायत की पुष्टि के बाद आरोपी को रंगे हाथ पकडने की योजना बनाई गई। मंगलवार की दोपहर आरोपी ने शिकायकर्ता को पैसे लेकर मेडिकल कालेज अपने कक्ष में बुलाया था। दोपहर जैसे ही पैसे दिये उसी समय लोकायुक्त पुलिस ने दबोच लिया। 15 हजार रूपये लेते हुए आरोपी लिपिक को गिरफ्तार कर लिया गया। कार्यवाही का नेतृत्व उप पुलिस अधीक्षक प्रवीण सिंह परिहार ने किया साथ में डीएसपी राजेश पाठक, निरीक्षक जियाउल हक सहित 12 सदस्यीय टीम मौजूद रही। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण कायम कर जांच की जा रही है।
लोकायुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि शिकायकर्ता अनिल कुमार सोनी जो कि चुरहट थाने में प्रधान आरक्षक के पद पर पदस्थ है, उसके द्वारा मेडिकल बिल 430334 रूपये का लगाया गया था। नागपुर में इलाज कराया था, बिल पास करने के एवज में आरोपी सहायक ग्रेड-3 भूपेन्द्र सिंह द्वारा 15 हजार की रिश्वत मांगी गई थी। जिसे मंगलवार की दोपहर रंगे हाथ पकड़ा गया। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण कायम कर जांच की जा रही है।
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