निवेशकों की राशि से सीईओ ने खरीदा कार, बीएमडब्ल्यू बाईक, जेवरात एवं प्लॉट, जप्ती की चल रही कार्यवाही
अनूपपुर। मध्यप्रदेश के अनूपपुर सहित पांच अन्य जिलो में आईडीसीएम इंडिया (IDCS INDIA) नाम की फर्जी चिटफंड कंपनी खोलकर भोले भाले लोगो से दो गुना राशि का लालच देते हुए करोड़ो रूपये जमा कराते हुए धोखाधड़ी किये जाने के मामले में पुलिस ने गिरोह का पर्दाफाश करते हुए फर्जीवाड़े का मास्टर माइंड सीईओ योगेश श्रीवास एवं ब्रांच मैनेजर अनूपपुर दीपक उपाध्याय को गिरफ्तार करते हुए उनके खिलाफ धारा 318(4), 338, 336(3), 340(2) 3(5) बीएनएस एवं धारा 6 म.प्र. निक्षेपको के हितो का संरक्षण अधिनियम के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है।
यह है मामला
पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान ने 11 मई रविवार को संयुक्त कलेक्ट्रेट सभागार में प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से बताया कि अभिजीत सिहं पिता चारधाम सिहं उम्र 32 वर्ष निवासी वार्ड 14 पुरानी बस्ती अनूपपुर द्वारा कोतवाली अनूपपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि तहसील कार्यालय अनूपपुर के पास गिरधारीलाल सोनी के किराये के भवन आईडीसीएस इंडिया (IDCS INDIA) नाम से बैकिंग कंपनी के ब्रांच मैनेजर दीपक उपाध्याय एवं सीईओ योगेश श्रीवास द्वारा सम्पर्क किया जाकर जमा राशि पर 6 प्रतिशत प्रतिमाह ब्याज देने की बात कही गई, जिस पर उसने 3 दिसम्बर 2024 को एक लाख रूपये की फिक्स डिपाजिट कराया जाकर बांड लेटर दिया जाकर धोखाधड़ी की गई है और पिछले तीन माह से कंपनी बंद है एवं ब्याज राशि भी मिलना बंद हो चुकी है। उक्त रिपोर्ट पर कोतवाली अनूपपुर ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई। इसके साथ ही गिरधारीलाल सोनी द्वारा अपने मकान में आईडीसीएस इंडिया नाम की कंपनी को किराये से दिये जाने की जानकारी थाने में नही दिये जाने पर एफआईआर दर्ज की गई है।
कंपनी के सीईओ एवं ब्रांच मैनेजर गिरफ्तार
मामले में पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस टीम गठित किया गया, जहां पुलिस टीम आईडीसीएस इंडिया अनूपपुर (IDCS INDIA ANUPPUR) को कार्यालय को सील कर दिया गया तथा जिला मंडला पहुंचकर उक्त कंपनी के मालिक एवं सीईओ योगेश श्रीवास पिता कन्हैयालाल श्रीवास उम्र 22 वर्ष निवासी महराजपुर थाना महराजपुर एवं ब्रांच मैनेजर दीपक उपाध्याय पिता चन्द्रिका प्रसाद उपाध्याय उम्र 28 वर्ष निवासी भुआ बिछिया जिला मंडला को गिरफ्तार किया जाकर न्यायालय से आरोपियों का पुलिस रिमाण्ड प्राप्त कर पूछताछ कर कार्यवाही की गई।
वित्तीय परामर्श के लिए रजिस्टर्ड, खोल लिये फर्जी बैंक
प्रकरण में गिरफ्तार आईडीसीएस इंडिया कंपनी के सीईओ योगेश श्रीवास एवं ब्रान्च मैनेजर दीपक उपाध्याय से पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान के स्वयं ही पूछताछ की गई। पूछताछ में दोनो आरोपियो ने बताया कि 13 अक्टूबर 2023 को योगेश श्रीवास द्वारा फाइनेंशियल कंसलटेंट पर्सनल बिजनेस एंड होम लोन सर्पोट (financial consultancy personal businesess and home loan support) का काम किये जाने हेतु आईडीसीएस इंडिया नाम से जीएसटी रजिस्ट्रेशन कराकर कंपनी का पेन नंबर प्राप्त करने के साथ ही मिनिस्ट्रीऑफ कॉपोरेट ऑफेयरस (Ministro of corporate affairs) से रजिस्ट्रेशन कराया गया। उक्त कंपनी को केवल वित्तीय परामर्श दिये जाने हेतु खोले जाने की अनुमति प्राप्त हुई थी किन्तु आरोपियो द्वारा निवेशको को आईडीसीएस इंडिया का स्टेट बैंक आफ मारीसिस से अनुबंधित होने के फर्जी दस्तावेज तैयार कर ऊंची ब्याज दर का लालच देकर फिक्स डिपाजिट कराई गई। आरोपी योगेश श्रीवास ने बताया कि सर्वप्रथम डिण्डौरी में इसके उपरांत मण्डला, बालाघाट, अनूपपुर एवं इन्दौर पांच जिलो में विभिन्न स्थानो पर किराये से भवन ऑफिस खोला गया था।
81 निवेशको से डेढ़ करोड़ की धोखाधड़ी का मिला रिकार्ड
प्रकरण में 11 मई शनिवार की शाम कोतवाली पुलिस द्वारा सीलबंद किये गये आईडीसीएस इंडिया के कार्यालय को खोला जाकर महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्र किये गये, जो गिरधारीलाल सोनी के बिल्डिंग के प्रथम तल में ली गई तलाशी में आरोपियो से एफडी एवं लोन के कई दस्तावेज स्मार्ट फोन, 5 लैपटाप, 2 प्रिन्टर, बैंक चेक, स्टेट बैंक ऑफ मारीसिस के फर्जी तैयार बैकिंग फार्म विभिन्न बिल, स्टेशनरी सामान आदि जप्त किया गया है साथ ही 81 निवेशको से कुल 1 करोड़ 51 लाख रूपये की धोखाधड़ी किये जाने का रिकार्ड प्राप्त हुआ है। मुख्य आरोपी योगेश श्रीवास द्वारा निवेशको की गाढी कमाई से प्राप्त धनराशि से 20 लाख की कार, साढे़ तीन लाख की बीएसडब्ल्यू बाइक, पांच लाख के सोने के जेवरात, मण्डला में 50 लाख का आवासीय प्लाट खरीदा गया है, जिन्हे पुलिस द्वारा जप्त किया जा रहा है। साथ ही निवेशको से अर्जित धनराशि से अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट सहित इंदौर में किराये के कार्यालय में महंगा आफिस तैयार करना बताया गया है। पुलिस ने आरोपियो के सभी बैंक एकाउण्ट सीज करा दिये है।
तीन माह पूर्व कंपनी बंद कर फरार हो गये थे आरोपी
आरोपियो द्वारा अनूपपुर में अभिजीत सिहं, डॉक्टर रत्ना परस्ते, आकांक्षा पाण्डेय एवं अजय गुप्ता की लाखो रूपये की एफडी करायी जाकर धोखाधड़ी की गई। साथ ही योगेश श्रीवास एवं दीपक उपाध्याय ने अनूपपुर निवासी अंकुर बघेल, सूरज चौधरी, नेहा बाग, अजय गुप्ता, प्रदीप तिवारी, रागिनी वर्मा, गोकुल सिंह आदि को धोखे में रखकर आईडीसीएस इंडिया अनूपपुर ब्रान्च में नौकरी पर रखा गया था तथा पिछले कई महीनो से बिना वेतन दिये ऑफिस बंद करते हुए अनूपपुर छोड़कर भाग जाना पाया गया।
नियम विरूद्व तरीके से मकान देने पर मकान मालिक पर एफआईआर दर्ज
कार्यालय कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अनूपपुर द्वारा जारी आदेश क्रमांक 957/आरडीएम / कानून व्यवस्था /2025 अनूपपुर दिनांक 19 फरवरी 2025 के द्वारा जिले के समस्त मकान मालिको को किरायेदारो की जानकारी संबंधित निकटत थाना में दिये जाने हेतु आदेशित किया गया है किन्तु गिरधारीलाल सोनी पिता स्व. जियालाल सोनी निवासी कालेज रोड तहसील कार्यालय के पास अनूपपुर द्वारा अपने मकान में आईडीसीएस इंडिया नाम की कंपनी को किराये से भवन दिये जाने की जानकारी पुलिस थाना में नहीं दिये जाने पर धारा 223 बीएनएस के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है।
पुलिस टीम को पुरूस्कृत करने एसपी ने की घोषणा
पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान द्वारा उक्त धोखाधड़ी के आरोपियो की शीघ्र गिरफ्तारी एवं कार्यवाही किये हेतु कोतवाली निरीक्षक अरविन्द जैन, उपनिरीक्षक प्रवीण साहू, प्रधान आरक्षक शिवशंकर प्रजापति, शेख रसीद, महेन्द्र सिहं, आरक्षक प्रकाश तिवारी एवं सायबर सेल से प्रधान आरक्षक राजेन्द्र अहिरवाह तथा आरक्षक पंकज मिश्रा की टीम को पुरूष्कृत करने की घोषणा की है।
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें